1.*परीक्षा में नकल रोकने के लिए बोर्ड ने बनाए विशेष उड़नदस्ते*
जयपुर
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 18 जून से प्रारम्भ होने वाली शेष रहीं परीक्षाओं की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कोविड-19 को दृष्टिगत रखते हुए बोर्ड ने इन परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थियों के हित में कई सुरक्षात्मक कदम उठाए गए हैं। बोर्ड ने सभी परीक्षार्थियों, केन्द्राधीक्षकों, वीक्षकों और परीक्षा से जुडे कार्मिकों को निर्देश दिये कि परीक्षा केन्द्र पर बिना मास्क के प्रवेश वर्जित होगा।
बोर्ड के अध्यक्ष डॉ डी.पी जारोली ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे नेत्रहीन परीक्षार्थी और विशेष योग्यजन परीक्षार्थी जो लिखने में असमर्थ है, तथा जिन्हें मेडिकल प्रमाण पत्र में 75 प्रतिशत विकलांगता के आधार पर श्रुतलेखक उपलब्ध करवाया गया था, ऐसे परीक्षार्थियों को शेष रहीं परीक्षाएँ देने से मुक्ति प्रदान की गई है। ऐसे परीक्षार्थियों की पूर्व में ली गई परीक्षाओं के औसत प्राप्तांकों के आधार पर परिणाम जारी किया जायेगा। बोर्ड ने ऐसे परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए शिथिलता प्रदान की है।
डाॅ. जारोली ने बताया कि नकल एवं अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए बोर्ड स्तर पर 60 विषेष उड़नदस्ते भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारियों के द्वारा 125 उडनदस्तें भी तैनान किये गये है। 09 उडनदस्तें संयुक्त शिक्षा निदेशकों की देखरेख में गठित किये गये है। निदेशालय स्तर पर गठित उडनदस्ता भी पूरे राज्य में परीक्षा काल में निरीक्षण कार्य करेगा। सभी उड़नदस्तों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के नये बनाये गये परीक्षा उप केन्द्रों तथा सुदूरवर्ती परीक्षा केन्द्रों का गहन निरीक्षण करें और परीक्षा केन्द्र की बाह्य परिस्थितियों का भी जायजा ले।
बोर्ड के अध्यक्ष डॉ डी.पी जारोली ने बताया कि वर्तमान में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए ऐसे नेत्रहीन परीक्षार्थी और विशेष योग्यजन परीक्षार्थी जो लिखने में असमर्थ है, तथा जिन्हें मेडिकल प्रमाण पत्र में 75 प्रतिशत विकलांगता के आधार पर श्रुतलेखक उपलब्ध करवाया गया था, ऐसे परीक्षार्थियों को शेष रहीं परीक्षाएँ देने से मुक्ति प्रदान की गई है। ऐसे परीक्षार्थियों की पूर्व में ली गई परीक्षाओं के औसत प्राप्तांकों के आधार पर परिणाम जारी किया जायेगा। बोर्ड ने ऐसे परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखते हुए शिथिलता प्रदान की है।
डाॅ. जारोली ने बताया कि नकल एवं अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए बोर्ड स्तर पर 60 विषेष उड़नदस्ते भी तैनात किए गए हैं। इसके अतिरिक्त जिला स्तर पर जिला शिक्षा अधिकारियों के द्वारा 125 उडनदस्तें भी तैनान किये गये है। 09 उडनदस्तें संयुक्त शिक्षा निदेशकों की देखरेख में गठित किये गये है। निदेशालय स्तर पर गठित उडनदस्ता भी पूरे राज्य में परीक्षा काल में निरीक्षण कार्य करेगा। सभी उड़नदस्तों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने जिले के नये बनाये गये परीक्षा उप केन्द्रों तथा सुदूरवर्ती परीक्षा केन्द्रों का गहन निरीक्षण करें और परीक्षा केन्द्र की बाह्य परिस्थितियों का भी जायजा ले।
2.*परीक्षार्थियों पर अब नहीं रहेगी तीसरी आंख की नजर,बोर्ड ने दिए सीसीटीवी हटाने के निर्देश*
*माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की बाकी बची परीक्षाओं में परीक्षा केंद्र नहीं होगे सीसीटीवी की जद में*
जयपुर
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की 18 जून से होने वाली बाकी बची परीक्षाओं में परीक्षार्थियों पर तीसरी आंख की नजर नहीं रहेगी। जबकि इससे पहले राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने वर्ष 2020 की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए करीब 2 करोड़ रुपए से अधिक की राशि खर्च कर सीसीटीवी से नकलचियों पर निगरानी रखने का फैसला लिया था। लेकिन अब बोर्ड ने बाकी बची परीक्षाओं में केद्रों से सीसीटीवी हटाने को लेकर निर्देश जारी कर दिए है। गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की वर्ष 2020 की 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं की शुरुआत 5 मार्च 2020 से हुई थी। लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण के चलते लॉकडाउन लगने के बाद बाेर्ड ने परीक्षाओं के आयोजन पर रोक लगा दी थी। 19 मार्च को परीक्षाएं बीच में ही स्थगित करने के बाद अब बोर्ड फिर से 18 जून से परीक्षाओं का आयोजन करने जा रहा हैं। इसी कड़ी में बोर्ड ने परीक्षाओं के पेपर बांटने शुरू कर दिए है और परीक्षा केंद्रों पर सोशल डिस्टेंस व अन्य नियमों के साथ परीक्षा करवाने की तैयारियां भी लगभग पूरी कर ली गई हैं। लेकिन अब तक परीक्षाओं में लाइव सीसीटीवी से परीक्षा केंद्रों की निगरानी करने वाले बोर्ड के सामने नकल रोकना बड़ी चुनौती रहेगा। परीक्षाओं की शुरुआत के साथ ही बोर्ड ने अतिसंवेदनशील और संवेदनशील परीक्षा केद्रों को सीसीटीवी के माध्यम से सर्विलांस पर ले लिया था और लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए नकलचियों पर नजर रखी थी। लेकिन सीसीटीवी हट जाने से बोर्ड अब इन केंद्रों पर बगैर कैमरे के कैसे नजर रख पाएगा। बगैर सीसीटीवी नकल रोकना बोर्ड के लिए एक बड़ी चुनौती होगी।
*सोशल डिस्टेंस की पालना के लिए हटाए जा रहे सीसीटीवी*
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के उपनिदेशक परीक्षा ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। जिसमें कहा है कि सरकार के निर्देशानुसार बोर्ड की शेष परीक्षाएं सामाजिक दूरी की सख्ती से पालना करते हुए करवाई जानी हैं। इसलिए इन परिस्थितियों में सीसीटीवी के सीधे प्रसारण में सोशल डिस्टेंस के नियमों की पालना नहीं हो सकती है। इसलिए शेष परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों से सीसीटीवी लगाने वाली फर्म को कैमरे हटाने की अनुमति देकर उसे कार्य सम्पादन का प्रमाण पत्र देने के लिए केंद्रों को निेर्देश दे।
-हिमांशु शर्मा
-हिमांशु शर्मा
3.*परीक्षा से एक घंटे पहले आना होगा, थर्मल स्कैनर से होगी जांच*
जयपुर
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 18 जून से प्रारम्भ होने वाली शेष रहीं परीक्षाओं ( Exam ) की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। कोविड-19 ( Covid -19 ) को दृष्टिगत रखते हुए बोर्ड ने इन परीक्षाओं के लिए परीक्षार्थियों के हित में कई सुरक्षात्मक कदम उठाए गए हैं। बोर्ड ने सभी परीक्षार्थियों, केन्द्राधीक्षकों, वीक्षकों और परीक्षा से जुडे कार्मिकों को निर्देश दिये कि परीक्षा केन्द्र पर बिना मास्क के प्रवेश वर्जित होगा। परीक्षार्थियों को परीक्षा समय से एक घण्टा पूर्व परीक्षा केन्द्र पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। परीक्षा से पहले और परीक्षा खत्म होने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के साथ ही परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षार्थियों की बैठक व्यवस्था में भी सोशल डिस्टेंसिंग रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसलिये पूर्व परीक्षा केन्द्रों के प्रत्येक कक्ष के 40 प्रतिशत परीक्षार्थियों को अन्य कक्षों या पास के विद्यालय में उप केन्द्र बनाकर शिफ्ट किया गया है।
सभी बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर समस्त परीक्षार्थियों की परीक्षा से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है। बोर्ड ने परीक्षा केन्द्रों को 32 लाख रूपये का बजट सेनेटाईजर खरीदने के लिए जारी किया गया है। जो परीक्षा केन्द्र लाॅकडाउन के दौरान कोरेन्टाइन सेन्टर के रूप में उपयोग में लिये गये है, उन्हें जिला परीक्षा संचालन समिति के द्वारा स्थानीय निकायों के माध्यम से सेनेटाईज कराया गया है। बोर्ड ने परीक्षा केन्द्रों के लिए सेनेटाइजेशन के लिए पूर्व में निर्धारित राशि को बढ़ाकर अब 500 रुपए कर दिया है।
सभी बोर्ड परीक्षा केन्द्रों पर समस्त परीक्षार्थियों की परीक्षा से पूर्व थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जा रही है। बोर्ड ने परीक्षा केन्द्रों को 32 लाख रूपये का बजट सेनेटाईजर खरीदने के लिए जारी किया गया है। जो परीक्षा केन्द्र लाॅकडाउन के दौरान कोरेन्टाइन सेन्टर के रूप में उपयोग में लिये गये है, उन्हें जिला परीक्षा संचालन समिति के द्वारा स्थानीय निकायों के माध्यम से सेनेटाईज कराया गया है। बोर्ड ने परीक्षा केन्द्रों के लिए सेनेटाइजेशन के लिए पूर्व में निर्धारित राशि को बढ़ाकर अब 500 रुपए कर दिया है।
*राज्य में 5685 परीक्षा केन्द्र*
बोर्ड के अध्यक्ष डाॅ. डी.पी. जारोली ने बताया कि गुरूवार से प्रारम्भ होने वाली परीक्षाओं के लिए 521 नये परीक्षा उप केन्द्र बनाये है, इनमें सीनियर सैकण्डरी परीक्षार्थियों के लिए 35 परीक्षा उप केन्द्र भी है। ये उप केन्द्र निजी विद्यालय, राजकीय विद्यालय एवं अन्य वैकल्पिक स्थानों पर होंगे। इस प्रकार बोर्ड की शेष रहीं परीक्षाये अब 5685 मुख्य परीक्षा केन्द्र और 521 उप केन्द्रों पर आयोजित होंगी। नवीन उप केन्द्रों पर परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों के परीक्षा प्रवेश पत्र पूर्व में ही बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड किये जा चुके है, इन प्रवेश पत्रों में नवीन परीक्षा कार्यक्रम भी अंकित किया गया है। पूर्व में जारी प्रवेश पत्र यदि किसी परीक्षार्थी से खो गया है तो वे परीक्षार्थी विद्यालय के माध्यम से बोर्ड की वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड कर प्राप्त कर सकते है।
4.*असिस्टेंट सेक्रेटरी सहित अन्य परीक्षाओं की आंसर-की जारी, ऑफिशियल वेबसाइट cbse.nic.in पर करें चेक*
*परीक्षा के जरिए कुल 3,357 पदों पर की जाएंगी नियुक्तियां*
*28, 29, 30, और 31 जनवरी 2020 को इन पदों के लिए हुई थी परीक्षा*
दैनिक भास्कर
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने विभिन्न भर्ती परीक्षाओं के लिए आंसर-की जारी कर दी है। परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार cbse.nic.in पर आंसर-की देख सकते हैं। बोर्ड ने 28, 29, 30, और 31 जनवरी 2020 को असिस्टेंट सेक्रेटरी, अकाउंटेट, जूनियर असिस्टेंट सहित विभिन्न पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन 15 नवंबर 2019 शुरू किए गए थे। वहीं, परीक्षा के जरिए कुल 3,357 पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी।
*इंटरव्यू और सीबीटी में मार्क्स के आधार पर होगा सिलेक्शन*
असिस्टेंट सेक्रेटरी, असिस्टेंट सेक्रेटरी (आईटी) और एनालिस्ट (आईटी) पदों के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट के बाद इंटरव्यू होगा। जबकि, जूनियर हिन्दी ट्रांसलेटर, अकाउंटेंट और जूनियर अकाउंटेंट के लिए कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट के बाद कोई स्किल टेस्ट नहीं होगा। इन पदों के लिए सेलेक्शन लिस्ट सीबीटी में मार्क्स के आधार पर बनेगी।
*1 से 15 जुलाई के बीच होंगी 10वीं- 12वीं की परीक्षाएं*
इसके अलावा CBSE लॉकडाउन की वजह से स्थगित हुई 10वीं और 12वीं की बची परीक्षाएं कराने की तैयारी में जुटा है। परीक्षा के नए शेड्यूल के मुताबिक अब यह परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच आयोजित होंगी। हालांकि, यह परीक्षाएं रेड जोन में नहीं कराई जाएंगी। वहीं, पैरेंट्स ने इन परीक्षाओं के विरोध में अदालत में याचिका दायर की है। पैरेंट्स का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच में परीक्षाएं कराना ठीक नहीं है।
*ऐसे देखें आंसर-की*
सबसे बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं।
होमपेज पर CBSE RECRUITMENT 2019 ANSWER KEY पर क्लिक करें।
अब CBSE वेबसाइट के एक नए पेज खुलेगा।
यहां अपनी पोस्ट को सेलेक्ट करें।
अब CBSE भर्ती आंसर-की स्क्रीन पर डिस्प्ले हो जाएगी।
होमपेज पर CBSE RECRUITMENT 2019 ANSWER KEY पर क्लिक करें।
अब CBSE वेबसाइट के एक नए पेज खुलेगा।
यहां अपनी पोस्ट को सेलेक्ट करें।
अब CBSE भर्ती आंसर-की स्क्रीन पर डिस्प्ले हो जाएगी।
5.*जिले में 106 केन्द्रों पर होगी बोर्ड परीक्षाएं, बोर्ड परीक्षार्थियों को मास्क लगाकर आने के बाद ही मिलेगा प्रवेश*
*39 हजार 453 परीक्षार्थी देंगे परीक्षा*
धौलपुर.
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शेष रही बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियों की ओरिएंटेशन कार्यशाला सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर में हुई। कार्यशाला में जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने केंद्राधीक्षकों को सोशल डिस्टेंसिंग, सैनेटाइजेशन तथा सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना और चिकित्सकीय व्यवस्थाएं मेंटेन रखते हुए पूरी सतर्कता एवं सावधानी के साथ परीक्षाएं आयोजित करवाने के निर्देश दिए। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक केवी सिंह ने बताया कि केंद्राधीक्षकों को कोरोना संक्रमण के चलते व्यवस्थाओं को दुरस्त करने और बरती जाने वाली सावधानियों तथा अन्य नियमों के बारे में जानकारी दी गई है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड परीक्षा लॉकडाउन के चलते मार्च में स्थगित की गई, परीक्षाएं 18 जून से शुरू होगी। जो 30 जून तक चलेगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी कर ली है। बोर्ड परीक्षा में शेष रहे पेपरों को कराने के लिए इस बार बिना मास्क लगाए किसी भी विद्यार्थी को परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही हर परीक्षार्थी को एक घंटा पहले परीक्षा केन्द्र पहुंचना होगा। वहां गेट पर उसके हाथ साबुन से धुलवाएं जाएंगे। इसके बाद हाथ सेनेटाइज करवाकर परीक्षा कक्ष में प्रवेश दिया जाएगा।
*10वीं में दो व 12वीं में 14 पेपर बाकी*
जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक केवी सिंह ने बताया कि कोरोना के दौर में परीक्षा को लेकर गाइडलाइन तय की गई हैं। ऐसे में परीक्षा देने के लिए कुल 39 हजार 453 पंजीकृत विद्यार्थियों जिनमें दसवीं में 24 हजार 672 और 12वीं में 14 हजार 781 विद्यार्थी शामिल होंगेे। सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर एक घंटे पहले पहुंचना होगा। पीने के लिए अपनी पानी की बोतल साथ लानी होगी। मास्क लगा कर ही परीक्षा केंद्र पर आना होगा। उन्होंने बताया कि पुराने सेंटर वाले विद्यार्थियों के लिए प्रवेश पत्र पुराना ही मान्य होगा। थाना एवं पलिस चौकी पर प्रश्न पत्रों को सुरक्षित अलमारी में रखा जाएगा, जहां से परीक्षा शुरू होने पर उन्हें विद्यालय में पहुंचाया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 15 जून को प्रश्न पत्र थाना एवं पलिस चौकी पर पहुंचाए जा चुके है। जिले में बोर्ड परीक्षा केंद्र 25 बढ़ाए गए हैं। शेष परीक्षाएं कुल 106 परीक्षा केंद्र पर होंगी। पहले बोर्ड ने 81 केंद्र बनाए थे। अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी रमेश चन्द्र भानू ने बताया कि 12वीं की शेष परीक्षाएं 18 जून से 30 जून के बीच, जबकि आरबीएसई 10वीं की शेष परीक्षाएं 27 जून से 30 जून के बीच होंगी। माध्यमिक व्यावसायिक की शेष रही परीक्षा 27 जून को होगी। उच्च माध्यमिक व्यावसायिकद्ध की शेष रही परीक्षा 20 जून को होगी। प्रवेशिका की शेष परीक्षाएं 27 से 30 जून के मध्य होंगी। वरिष्ठ उपाध्याय की परीक्षा 18 से 30 जून के मध्य आयोजित होंगी।
6.*IGNOU / जून टर्म-एंड परीक्षा के लिए प्रोजेक्ट सबमिशन की तारीख फिर बढ़ी, अब 30 जून तक करें असाइनमेंट जमा*
*इससे पहले 15 जून तक कर सकते थे इग्नू जून टीईई 2020 के लिए असाइनमेंट जमा*
*एकेडमिक सेशन जुलाई-2020 के लिए 31 जुलाई तक करें ऑनलाइन आवेदन*
दैनिक भास्कर
इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिर्वसिटी (IGNOU) ने जून टर्म-एंड परीक्षा (TEE) 2020 के लिए असाइनमेंट, परीक्षा फॉर्म, प्रोजेक्ट / इंटर्नशिप / फील्ड जर्नल आदि जमा करने की आखिरी तारीख को बढ़ा दिया है। इस बारे में जारी एक प्रेस बयान के मुताबिक, परीक्षा फॉर्म, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट / इंटर्नशिप / फील्ड जर्नल / शोध प्रबंध आदि को अब 30 जून, 2020 तक सबमिट किया जा सकता है। इससे पहले इग्नू जून टीईई 2020 के लिए असाइनमेंट जमा करने की आखिरी तारीख 15 जून, 2020 थी। कोरोनावायरस के कारण हुए लॉकडाउन के बीच स्टूडेंट्स को होने वाली कठिनाइयों के मद्देजनर इग्नू ने समय सीमा बढ़ा दी है।
*ऑनलाइन जमा होंगे प्रोजेक्ट*
IGNOU पहले ही अपनी ऑफिशियल वेबसाइट ignou.ac.in पर ऑनलाइन असाइनमेंट और ऑनलाइन प्रोजेक्ट सबमिशन लिंक सक्रिय कर दी है। ”कोरोना महामारी के कारण बने हालातों के मद्देनजर, यूनिवर्सिटी ने इस बार प्रोजेक्ट आदि जमा करने के लिए करने के लिए ऑनलाइन मोड को अपनाने का फैसला किया है। जिसके बाद अब स्टूडेंट्स मेल के जरिए अपने प्रोजेक्ट्स सबमिट कर सकते हैं।
*31 जुलाई तक करें एडमिशन के लिए आवेदन*
वहीं, इससे पहले IGNOU ने अपनी वेबसाइट पर ODL मोड के जरिए एकेडमिक सेशन जुलाई-2020 के लिए विभिन्न कोर्सेस में एडमिशन की घोषणा की है। इसके लिए इच्छुक उम्मीदवार 31 जुलाई या उससे पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके जरिए स्टूडेंट्स को मास्टर डिग्री, बैचलर डिग्री, पीजी डिप्लोमा और डिप्लोमा, पीजी सर्टिफिकेट और सर्टिफिकेट प्रोसेस आदि में एडमिशन मिलेगा।
7.*शिक्षा रैंकिंग : 30वें पायदान के आसपास रहा राजसमन्द*
*- फरवरी माह में जारी हुई सूची के बाद भी बढ़त हासिल नहीं कर पाए*
*- राजस्थान कौंसिल ऑफ स्कूल एजुकेशन की जिलावार शिक्षा रैंकिंग जारी*
राजसमन्द/आईडाणा.
शिक्षा क्षेत्र में नवाचार के बाद भी राजसमन्द जिला लगातार अंतिम पांच जिले से बाहर नहीं निकल पा रहा है। पिछले अधिकतर आकड़ों में जिले की रैंकिंग 30 के आस पास ही रही हैं। तीन माह में ही जिला नौ अंक तक लुढ़क चुका है। लगातार निचली रैंक पर होने के बावजूद भी न तो अपना नम्बर सुधारने पर ध्यान दिया गया और न ही सुधार हुआ। नतीजतन, जिले की रैंक एकाध बार को छोड़ कर अक्सर 30वें स्थान के पास ही रही है। शिक्षा रैंकिंग, राजस्थान कौंसिल ऑफ स्कूल एजुकेशन की ओर से जारी की जाती है। साथ ही राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, जयपुर की ओर से जारी रैंकिंग में सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने जिले की परफॉर्मेंस सुधारने को लेकर निर्देशित भी किया जाता है। रैंकिंग में हनुमानगढ़ पहले, जयपुर दूसरे व चूरू जिला तीसरे स्थान पर है। बांसवाड़ा, धौलपुर व प्रतापगढ़ की रैंकिंग सबसे खराब मानी गई है। ये जिले निचले पायदान पर है। शिक्षा मंत्री के गृह जिले सीकर की रैंकिंग चौथे नम्बर पर रहते फिर भी ठीक स्थिति में है।
*सघन मॉनिटरिंग के निर्देश*
- प्रदेश की जिला रैंकिंग में अंतिम पायदान पर रहे तीन जिलों में सुधार के लिए अतिरिक्त प्रयास किए जाने के निर्देश दिए हैं। राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद के अतिरिक्त राज्य परियोजना निदेशक ने इन तीनों जिलों के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी से रैंकिंग में सुधार की अपेक्षा की है। सीडीइओ को कहा है कि इसे प्राथमिकता देते हुए अंतिम स्थान पर रहने वाले इन तीनों जिलों की सघन मॉनिटरिंग करें। साथ ही इस स्थिति से ऊपर उठाने के सघन प्रयास करते हुए अपेक्षित सुधार लाया जाएं।
*मई माह में जिलावार रैंकिंग*
- मई माह में प्रदेश की जिलावार शिक्षा रैकिंग में राजसमन्द जिला 30वे स्थान पर है। वहीं पहले स्थान पर हनुमानगढ़, दूसरे स्थान पर जयपुर, तीसरे पर चूरू, चौथे पर सीकर, पांचवें पर चित्तौडग़ढ़, छह पर बूंदी, सात पर गंगानगर, आठ पर बारां, नौ पर अलवर, दस पर भरतपुर, 11 पर टोंक, 12 पर झुंझनूं, 13 पर सिरोही, 14 पर पाली, 15 पर जोधपुर, 16 पर जैसलमेर, 17 पर कोटा, 18 पर डूंगरपुर, 19 पर दौसा, 20 पर बीकानेर, 21 पर करौली, 22 पर भीलवाड़ा, 23 पर झालावाड़, 24 पर जालोर, 25 पर नागौर, 26 पर सवाईमाधोपुर, 27 पर अजमेर, 28 पर उदयपुर, 29 पर बाड़मेर, 30 पर राजसंमद, 31 पर बांसवाड़ा, 32 पर धौलपुर एवं अंतिम 33 वें पायदान पर प्रतापगढ़ जिला रहा।
*इस तरह तय होती है रैंकिंग*
- शिक्षा विभाग की ओर से हर माह शिक्षा रैंकिंग जारी की जाती है। इसमें सुधार के लिए पीइइओ को अपने अधीन स्कूलों के 43 पेरामीटर की सूचनाएं शाला दर्पण पर अपलोड करनी होती है। जिसमें शाला दर्पण पर जिले के स्कूलों में समुदाय से राशि प्राप्त करने वाले स्कूलों की संख्या की फीडिंग, ज्ञान संपर्क पोर्टल में प्राप्त राशि, बिजली, पानी की सुविधा से जुड़े स्कूल समेत अन्य 43 पेरामीटर वाले बिंदुओं को अपलोड करना होता है।
8.*आखिर थानों में पहुंच ही गए प्रश्न पत्र*
*परीक्षा के लिए प्रश्नपत्र का किया वितरण*
*- 84 केन्द्रों के 25 थानों में रखवाए प्रश्न पत्र*
*- तीन एकल केन्द्रों पर रखवाए प्रश्न पत्र*
चित्तौडग़ढ़.
कोरोना वायरस के चलते गत 22 मार्च को हुए लॉकडाउन के कारण राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर कक्षा दसवीं एवं बाहरवीं की कुछ प्रश्रपत्रों की परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था। अब इन परीक्षाओं को लॉकडाउन खुलने के बाद फिर से 18 जून से आयोजित किया जा रहा है। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई है। शिक्षा विभाग की ओर से सोमवार को मेजर नटवर सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय से परीक्षा केन्द्रों के लिए प्रश्रपत्र रवाना किए गए। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक शांतिलाल सुथार की उपस्थिति में सुबह 9 बजे 5 बसों में करीब 87 केन्द्रों के लिए प्रश्न पत्रों को रवाना यिका गया। सुथार ने बताया कि इन प्रश्नपत्रों को केन्द्र के सम्बन्धित थानों में रखवाया जाएगा। इस दौरान तीन एकल केन्द्रों पर भी सुरक्षा के बीच प्रश्नपत्रों को रखवाया जाएगा। 84 केन्द्रों के पेपर तो थानों में रखवाए गए है। जिले में बाहरवीें के लिए 83 एवं दसवीं के लिए 87 केन्द्रों पर परीक्षा होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली है।
*तैयार किए गए उप परीक्षा केन्द्र*
कोरोना संक्रमण की सोशल डिस्टेसिंग की पालन एवं परीक्षा के दौरान बरसात ना हो इसके लिए शिक्षा विभाग ने तीन उप परीक्षा केन्द्र भी तैयार किए गए है। बस्सी, चित्तौडग़ढ़ के कुंभानगर एवं बेगूं के परीक्षा केन्द्रों में परीक्षा के दौरान बच्चों को बरामदे में भी बैठाने की व्यवस्था है। ऐसे में बरसात एवं आंधी तूफान की आशंका को देखते हुए शिक्षा विभाग ने तीन परीक्षा केन्द्र के उपकेन्द्र भी बता दिए। इनमें चित्तौडग़ढ़ के श्री भूवन भानू जैन सुरीश्वर उच्च माध्यमिक विद्यालय, बेगूं में महाराणा प्रताप एकेडमी सााकेत वाटिका एवं राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय बस्सी में उप परीक्षा केन्द्र बनाए गए है।
9.*RPSC: इस कलैंडर का है हजारों अभ्यर्थियों को इंतजार*
*तिथियों और सुरक्षा इंतजाम को लेकर अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने सदस्यों से चर्चा की है।*
अजमेर.
राजस्थान लोक सेवा आयोग पर्याप्त सुरक्षा बंदोबस्त के साथ परीक्षाएं और साक्षात्कार कराएगा। गृह विभाग, रोडवेज सहित कई विभागों से बातचीत की जाएगी। जून अंत अथवा जुलाई से आयोग बकाया परीक्षाएं और साक्षात्कार शुरू होने की उम्मीद है।
आयोग को जनसम्पर्क अधिकारी, पुलिस सब इंस्पेक्टर-प्लाटून कमाडंर और अन्य भर्तियों के साक्षात्कार कराने हैं। इसके अलावा प्राध्यापक भर्ती, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं करानी हैं। इनके तिथियों और सुरक्षा इंतजाम को लेकर अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने सदस्यों से चर्चा की।
आयोग को जनसम्पर्क अधिकारी, पुलिस सब इंस्पेक्टर-प्लाटून कमाडंर और अन्य भर्तियों के साक्षात्कार कराने हैं। इसके अलावा प्राध्यापक भर्ती, सहायक पुस्तकालयाध्यक्ष और अन्य प्रतियोगी परीक्षाएं करानी हैं। इनके तिथियों और सुरक्षा इंतजाम को लेकर अध्यक्ष दीपक उप्रेती ने सदस्यों से चर्चा की।
*परीक्षा-साक्षात्कार के लिए विशेष बस सेवा*
राज्य के विभिन्न इलाकों से अभ्यर्थियों के सुगम आवाजाही के लिए रोडवेज से आयोग बातचीत करेगा। रोडवेज को परीक्षाओं और साक्षात्कार के लिए स्पेशल बस संचालन का प्रस्ताव भेजा है। दूसरे राज्यों के अभ्यर्थी भी सुगमता से आएं इसके इंतजाम भी देखे जाएंगे। मुख्य सचिव डी. बी. गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह राजीव स्वरूप, डीजीपी भूपेंद्र सिंह से भी संपर्क किया है।
*खुल चुके हैं होटल-सराय*
विभिन्न शहरों में परीक्षाएं और अजमेर में साक्षात्कार, काउंसलिंग कराने पर अभ्यर्थियों को होटल, सराय में ठहरना होगा। होटल,सराय खुल चुके हैं। इससे अभ्यर्थियों को रुकने में दिक्कतें नहीं होंगी। स्थानीय बस, ऑटो, कैब के सुगम संचालन का भी ध्यान रखा जाएगा।
*मेडिकल जांच-सर्टिफिकेट*
कोरोना संक्रमण को देखते हुए आयोग अभ्यर्थियों के लिए स्वास्थ्य-जांच, मेडिकल सर्टिफिकेट लाना जरूरी कर सकता है। इसके लिए संघ लोक सेवा आयोग के निर्देशों का अवलोकन किया जाएगा। यूपीएससी अभ्यर्थियों के सुरक्षार्थ जो नवाचार करेगा उसकी पालना की जाएगी। जरूरत पडऩे पर आयोग परिसर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम बैठाकर साक्षात्कार से पहले अभ्यर्थियों की जांच कराई जाएगी।
*परीक्षा केंद्र पर पर्याप्त इंतजाम*
आयोग अजमेर सहित अन्य शहरों में परीक्षा केंद्रों की उपलब्धता, सेनेटाइजेशन अति संक्रमित इलाकों के हालात और अन्य पहलुओं का अवलोकन करेगा। जून अंत अथवा जुलाई में भर्ती परीक्षाएं कराने पर केंद्रों में सोशल डिस्टेंसिंग, फर्नीचर और अन्य बिंदुओं को भी परखा जाएगा।
10.*राजस्थान में अब चलेगी मस्ती की पाठशाला, शिक्षक गायेंगे जिंगल*
*प्रदेश में लॉकडाउन और ग्रीष्मावकाश के दौरान स्माइल कार्यक्रम के तहत पढ़ाई कर रहे स्कूली बच्चे अब दो सप्ताह तक ऑनलाइन ही अभिरूचि का संसार सजाएंगे।*
सीकर/लक्ष्मणगढ़.
प्रदेश में लॉकडाउन और ग्रीष्मावकाश के दौरान स्माइल कार्यक्रम के तहत पढ़ाई कर रहे स्कूली बच्चे अब दो सप्ताह तक ऑनलाइन ही अभिरूचि का संसार सजाएंगे। इस दौरान बच्चे अपनी रूचि के अनुसार मस्ती तो करेंगे ही, साथ ही राजस्थान कला उत्सव के माध्यम से राजस्थान की संस्कृति को भी जानेंगे। इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों एवं जिला परियोजना समन्वयकों को निर्देश दिए गए हंै कि समस्त अभिभावकों और विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम से जोड़ा जाए। वर्तमान में संचालित ऑनलाइन स्माइल कार्यक्रम में अब 28 जून तक कक्षा 1 से 9 एवं 11 का समर-कैंप आयोजित किया जाएगा। इस दौरान केवल कक्षा 10 एवं 12 के विद्यार्थियों के लिए ही अध्ययन सामग्री भेजी जाएगी। अन्य कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए इन दो सप्ताह की अवधि में कोई अध्ययन सामग्री नहीं भेजी जाएगी।
गैर बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन राजस्थान कला उत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। इस दौरान 18 से 23 जून तक उनके लिए यूट्यूब लाइव के माध्यम से राजस्थान की संस्कृति व लोक-कलाओं पर आमुखीकरण कार्यशाला होगी। विद्यार्थियों को प्रसिद्ध कलाकारों से लोक-कला सीखने तथा दिलचस्प प्रतियोगिताओं में शामिल होने का मौका मिलेगा।
*शिक्षकों के लिए नो-बैग डे पर जिंगल प्रतिस्पर्धा*
गैर बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन राजस्थान कला उत्सव का आयोजन भी किया जाएगा। इस दौरान 18 से 23 जून तक उनके लिए यूट्यूब लाइव के माध्यम से राजस्थान की संस्कृति व लोक-कलाओं पर आमुखीकरण कार्यशाला होगी। विद्यार्थियों को प्रसिद्ध कलाकारों से लोक-कला सीखने तथा दिलचस्प प्रतियोगिताओं में शामिल होने का मौका मिलेगा।
*शिक्षकों के लिए नो-बैग डे पर जिंगल प्रतिस्पर्धा*
शिक्षकों की मौलिकता और रचनात्मक कौशल को प्रोत्साहन देने के लिए प्रदेश का शिक्षा विभाग एक अनूठी और मनोरंजक प्रतियोगिता आयोजित कराने जा रहा है। प्रतियोगिता के तहत शिक्षकों को स्कूलों में हर शनिवार को मनाए जाने वाले नो-बैग डे के लिए एक जिंगल (लघु कविता) की रचना कर विभाग को भेजनी होगी। 30 जून तक प्राप्त होने वाली प्रविष्टियों में से राज्यस्तर पर सर्वश्रेष्ठ चुनी जाने वाली जिंगल के रचनाकार शिक्षक को पुरस्कृत किया जाएगा। शिक्षक को एक मिनट के ऑडियो में स्वरचित जिंगल को लिरिक्स (बोल) सहित भेजना होगा। इस ऑडियो को वे विभाग द्वारा दिए गए लिंक के माध्यम से अपलोड कर सकेंगे। राज्यस्तर पर सर्वश्रेष्ठ चुनी गई जिंगल को नो-बैग डे के प्रचार-प्रसार के लिए काम में लिया जाएगा।
*क्या है नो-बेग डे*
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में स्कूलों में प्रत्येक शनिवार को नो-बैग डे के रूप में मनाने की घोषणा की थी। बच्चों को अनावश्यक मानसिक दबाव से बचाने, व्यावहारिक ज्ञान को बढ़ावा देने और स्कूली शिक्षा को रुचिकर बनाने के उद्देश्य से नो-बैग डे मनाने की घोषणा हुई थी। इस दिन किताबी शिक्षा देने की बजाय मनोरंजक, सांस्कृतिक, शारीरिक एवं बौद्धिक गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा।
11.*कक्षा 9 के विद्यार्थी पढ़ेंगे पुलवामा हमले के शहीदों की गौरव गाथा*
*कक्षा 9 में राजस्थान का स्वतंत्रता आंदोलन एवं शौर्य परंपरा नाम की पुस्तक में पुलवामा हमला और राजस्थान के वीर योद्धा नाम से पाठ है। इसमें विद्यार्थी पुलवामा में शहीद राजस्थान के पांच वीर जवानों के बारे में जान सकेंगे।*
*पुस्तकें छपकर तैयार, जिलों के नोडल केंद्रों को वितरित की किताबें*
बीकानेर.
देश में 14 फरवरी २०19 को जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर आतंकवादियों की ओर से किए गए पुलवामा हमले और भारत की ओर से १२ दिन बाद आतंकियों को दिए मुहंतोड़ जवाबी कार्रवाई को अब स्कूली विद्यार्थी पढ़ सकेंगे। विद्यार्थी उन वीर जवानों की गौरव गाथा को जान सकेंगे, जिन्होंने आतंकियों से मुकाबला करते हुए राष्ट्र के लिए प्राण न्यौछावर कर दिए। कक्षा 9 की इस बार आई पाठ्य पुस्तक में पुलवामा हमला और शहीद जवानों की गौरव गाथा के अध्याय को शामिल किया गया है। पुस्तकें छपकर स्कूलों में नि:शुल्क वितरण के लिए जिला मुख्यालयों पर पहुंच चुकी है।
कक्षा 9 में राजस्थान का स्वतंत्रता आंदोलन एवं शौर्य परंपरा नाम की पुस्तक में पुलवामा हमला और राजस्थान के वीर योद्धा नाम से पाठ है। इसमें विद्यार्थी पुलवामा में शहीद राजस्थान के पांच वीर जवानों के बारे में जान सकेंगे। साथ ही कक्षा 6 से 12 तक एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया गया है। जो अगले सत्र से शुरू होगा। इस बार सरकार ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के साथ कक्षा 6 से 12 तक हर कक्षा में एक अतिरिक्त पाठ्य पुस्तक जोड़ी है। इससे विद्यार्थी राष्ट्रीय व राज्य स्तर की संस्कृति व शहीदों के बारे में जान सकेंगे।
कक्षा 9 में राजस्थान का स्वतंत्रता आंदोलन एवं शौर्य परंपरा नाम की पुस्तक में पुलवामा हमला और राजस्थान के वीर योद्धा नाम से पाठ है। इसमें विद्यार्थी पुलवामा में शहीद राजस्थान के पांच वीर जवानों के बारे में जान सकेंगे। साथ ही कक्षा 6 से 12 तक एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया गया है। जो अगले सत्र से शुरू होगा। इस बार सरकार ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम के साथ कक्षा 6 से 12 तक हर कक्षा में एक अतिरिक्त पाठ्य पुस्तक जोड़ी है। इससे विद्यार्थी राष्ट्रीय व राज्य स्तर की संस्कृति व शहीदों के बारे में जान सकेंगे।
*पांच जवानों की गौरव गाथा बताई*
1. कक्षा ९ की पाठ्य पुस्तक में पुलवामा हमले में शहीद जवानों में शामिल केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान रोहिताश लाम्बा जयपुर जिले के अमरसर थाना इलाके गांव गोविंदपुरा बासडी के रहने वाले थे। वे अपनी दो महीने की संतान को देखकर छुट्टियों से ड्यूटी पर लौट रहे थे की हमला हो गया और शहीद हो गए।
2. धौलपुर जिले के दिहोली थाना इलाके के गांव जैतपुर के रहने वाले थे। वे छह साल से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 45वीं बटालियन में कार्यरत थे। छुट्टियां बिताकर लौट रहे थे, तब हमला हुआ और शहीद हो गए।
3. राजसमंद जिले के बिनोल गांव के शहीद नारायण लाल गुर्जर ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट कर कश्मीर के विपरीत हालातो में चुनौती पूर्ण कार्यों को अंजाम देने के साहस को रेखांकित किया था।
4. भरतपुर जिले के नगर तहसील अंतर्गत गांव सुंदखाली के जवान जीतराम गुर्जर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 92वीं बटालियन में कार्यरत थे। पूरे इलाके में इनके देशभक्ति के चर्चे होते है।
5. कोटा जिले के सांगोद जहसिल के गांव विनोद खुर्द के रहने वाले हेमराज मीणा भी केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल में कार्यरत थे।
2. धौलपुर जिले के दिहोली थाना इलाके के गांव जैतपुर के रहने वाले थे। वे छह साल से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 45वीं बटालियन में कार्यरत थे। छुट्टियां बिताकर लौट रहे थे, तब हमला हुआ और शहीद हो गए।
3. राजसमंद जिले के बिनोल गांव के शहीद नारायण लाल गुर्जर ने सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो पोस्ट कर कश्मीर के विपरीत हालातो में चुनौती पूर्ण कार्यों को अंजाम देने के साहस को रेखांकित किया था।
4. भरतपुर जिले के नगर तहसील अंतर्गत गांव सुंदखाली के जवान जीतराम गुर्जर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 92वीं बटालियन में कार्यरत थे। पूरे इलाके में इनके देशभक्ति के चर्चे होते है।
5. कोटा जिले के सांगोद जहसिल के गांव विनोद खुर्द के रहने वाले हेमराज मीणा भी केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल में कार्यरत थे।
*४ लाख ६६ हजार पुस्तकें*
राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल बीकानेर के मुख्य प्रबंधक निर्मल शर्मा ने बताया कि अब तक कक्षा 1 से 8 तक 4 लाख 66 हज़ार निशुल्क किताबें व एक लाख 61 हजार 248 बिक्री की किताबें आ चुकी है और कक्षा 9 से 12 तक 4 लाख 52 हजार निशुल्क किताबें व 90 हजार बिक्री की किताबें आई है और उनका अधिकतर की वितरण किया जा चुका हैं। शर्मा ने बताया कि कक्षा 6 से 8 की कुछ विषयों के किताबें छोड़कर एक या दो किताबें अभी तक नहीं आईं है। वहीं कक्षा एक से 5 तक किताबों की सप्लाई नहीं आई है और कक्षा 12 बायो का सेट भी नहीं आया है। इसके अलावा कक्षा एक से आठ तक इंग्लिश मीडियम की किताबों का सेट नहीं आया है। यह किताबें अब 25 जून के बाद ही आएगी और बोर्ड परीक्षा के बाद ही किताबों की दूसरी सप्लाई की वितरण होगा।
12.*अभी तो यही तय नहीं कि कौन कराएगा रीट*
*अध्यापक पात्रता परीक्षा : सरकार ने फिलहाल राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को नहीं सौंपी जिम्मेदारी*
अजमेर.
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के आयोजन की जिम्मेदारी इस बार किस विभाग को मिलेगी राज्य सरकार ने अब तक यही तय नहीं किया है। खास बात यह है कि चार बार इस परीक्षा का आयाोजन करने वाले माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान को भी अब तक रीट के संबंध में कोई निर्देश नहीं मिले हैं।
राज्य में कक्षा एक से आठ तक में पढ़ाने के लिए रीट के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती की जाती है। पिछली बार २०१७ में रीट आयाोजित की गई थी। उसके बाद राज्य में यह परीक्षा नहीं हो पाई है। हालांकि सरकार ने इस साल सितंबर में रीट कराने की घोषणा कर रखी है लेकिन अब तक परीक्षा एजेंसी तय नहीं होने से शिक्षक बनने की कतार में लगे लाखों बेरोजगारों का इंतजार जल्दी खत्म होता नजर नहीं आता।
राज्य में कक्षा एक से आठ तक में पढ़ाने के लिए रीट के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती की जाती है। पिछली बार २०१७ में रीट आयाोजित की गई थी। उसके बाद राज्य में यह परीक्षा नहीं हो पाई है। हालांकि सरकार ने इस साल सितंबर में रीट कराने की घोषणा कर रखी है लेकिन अब तक परीक्षा एजेंसी तय नहीं होने से शिक्षक बनने की कतार में लगे लाखों बेरोजगारों का इंतजार जल्दी खत्म होता नजर नहीं आता।
*परीक्षाओं में व्यस्त शिक्षा बोर्ड*
इस बार माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान भी शेष बची परीक्षाओं के आयोजन और उसके बाद उनके परिणाम निकालने में खासा व्यस्त रहेगा। कोरोना की वजह से सीनियर सैकंडरी और सैकंडरी की परीक्षाएं बीच में ही स्थगित करनी पड़ी थी। अब यह परीक्षाएं १८ से ३० जून तक ली जाएंगी। उसके बाद शिक्षा बोर्ड प्रशासन लगभग २० लाख विद्यार्थियों के परिणाम जारी करने में व्यस्त हो जाएगा। एेसे में अगर शिक्षा बाोर्ड को जिम्मेदारी मिली भी तो रीट के आयोजन में काफी समय लग जाएगा।
*चार बार शिक्षा बोर्ड ने ली परीक्षा*
रीट का जिम्मा अब तक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान को मिलता आ रहा है। शिक्षा बोर्ड ने सबसे पहले २०११ में परीक्षा का आयोजन किया। उसके बाद २०१२ , २०१५ और २०१७ में रीट के आयोजन की जिम्म्मेदारी भी शिक्षा बोर्ड को सौंपी गई। एक सप्ताह पूर्व शिक्षा मंत्री की सदारत में रीट एजेंसी तय करने के लिए बैठक आयोजित की गई थी लेकिन उसमें कोई निर्णय नहीं हो पाया। रीट आयोजन के इस संबंध में शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डी. पी. जारोली और सचिव अरविंद कुमार सेंगवा से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन नहीं हो पाया।
13.*अब गांवों में खुलेंगे इंग्लिश मीडियम स्कूल*
*कोटा संभाग में खुलेंगे अंग्रेजी माध्यम के 12 सरकारी स्कूल*
कोटा.
कोटा.
अब ग्रामीण क्षेत्र के सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अंग्रेजी (English Medium ) पढ़ेंगे। राज्य सरकार कोटा संभाग के चारों जिलों में इस साल से 12 नए अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल खोलने जा रही है। इसके लिए विषयवार शिक्षकों के सोमवार से साक्षात्कार होंगे। इन स्कूलों में कक्षा एक से आठवीं तक बच्चों को प्रवेश दिया जाएगा। अभी तक जिला स्तर पर एक ही स्कूल थे। ग्रामीण क्षेत्रों में एक भी सरकारी अंग्रेजी माध्यम का स्कूल नहीं था, लेकिन सरकार ने इस साल ब्लॉक में भी अंग्रेजी स्कूल खोलने की तैयारी कर ली है। इससे ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाई के लिए शहर की तरफ रुख नहीं करना पड़ेगा।
*कोटा में 6 स्कूल*
सहायक निदेशक अजीत लुहाडिय़ा ने बताया कि कोटा जिले में 6, झलावाड़ में 4, बूंदी व बारां में 1-1 स्कूल खोला जाएगा। इसके लिए सोमवार से सैकंड ग्रेड के 8 पदों के लिए चयन होगा। उन शिक्षकों के साक्षात्कार होंगे। यह साक्षात्कार रावतभाटा रोड राधाकृष्णन भवन में होंगे। पंजीकरण सुबह 9 से 10 बजे तक होगा। शिक्षकों को अपने साथ शाला दर्पण का प्रपत्र 10, एक आईडी लानी होगी।
*यहां खुलेंगे*
कोटा जिला : - राजकीय वोकेशनल स्कूल नयापुरा, राबाउमावि कैथून, खैराबाद, इटावा, सांगोद, सुल्तानपुर
झालावाड़ जिला : - राउमावि पचपहाड़, सुनेल, ढीकरिया (मनोहरथाना), खानपुर
बारां जिला : राबाउमावि फतेहपुर
बूंदी जिला- राउमावि नमाना
झालावाड़ जिला : - राउमावि पचपहाड़, सुनेल, ढीकरिया (मनोहरथाना), खानपुर
बारां जिला : राबाउमावि फतेहपुर
बूंदी जिला- राउमावि नमाना
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