शिक्षा एवं रोजगार समाचार 02.06.2020

1.*क्लासरूम में संभव है डिस्टेंसिंग के साथ पढ़ाई*
*दो की जगह तीन शिफ्ट में पढ़ाई हो तो क्लास रूम में घट जाएगी बच्चों की संख्या*
कोटा.
कोविड 19 (Corona) से संघर्ष करते हुए कोटा में सोशल डिस्टेंसिंग से पढ़ाई कराने के लिए कोचिंग संस्थाओं को क्लासरूम में विद्यार्थियों की संख्या कम करनी होगी। कोटा के कोचिंग संस्थानों में बड़े क्लास रूम हैं। जिनमें पर्याप्त दूरी रखते हुए अध्ययन कराया जा सकेगा।
*Re Calling Kota : कोचिंग सिटी की ग्रीन जोन में वापसी के लिए जुटी टीम*
संस्थानों को सरकार की गाइडलाइन का इंतजार है। गाइडलाइन आते ही उसके मुताबिक स्टूडेंट्स की संख्या रख आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग की पालना की जा सकेगी। वहीं विद्यार्थी दो से तीन दरवाजों से आ जा सकते हैं। क्लासेज में वर्तमान में 50 से 100 तक विद्यार्थी होते हैं, लेकिन आधे बैठेंगे तो आसानी से सोशल डिस्टेंसिंग हो जाएगी।
*नए कोटा में ऐसे बंटा है कोचिंग एरिया*
नए कोटा में करीब एक दर्जन इलाकों में कोचिंग फैली हुई है, जिनके बीच दो से तीन किलोमीटर की दूरी है। इसमें इन्द्रविहार, राजीव गांधी नगर, विज्ञान नगर, इलेक्ट्रोनिक कॉम्पलेक्स, इण्डस्ट्रीयल एरिया, महावीर नगर प्रथम, द्वितीय, तृतीय, श्रीनाथपुरम, आरकेपुरम, जवाहर नगर, दादाबाड़ी, केशवपुरा में क्लासेज लगती है।
*ये सुविधा देने के लिए तैयार हैं संस्थान*
कोचिंग संस्थान विद्यार्थियों को फेस शील्ड भी उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं। अभी तक दो शिफ्ट में कोचिंग का संचालन किया जाता है। सुबह व शाम पढ़ाई होती है। इसे तीन फेज में भी किया जा सकता है। इसमें 4 से 5 घंटे की एक शिफ्ट हो सकती है। ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए स्टूडेंट्स को पढ़ाया जा सकता है। एक दिन छोड़कर भी पढ़ाया जा सकता है। इससे भी बच्चों की संख्या आधी रह जाएगी।



2.*मोबाइल फोन पर बच्चे सीख रहे आखर*
*बच्चों की शुरू हुई पढ़ाई, अभिभावकों की दुविधा भी बढ़ी*
*ऑनलाइन क्लासेस से अन्य गतिविधियों पर लगा अंकुश*
बूंदी.
पहले बच्चों को हमेशा मोबाइल फोन से दूर रखा, अब उसी मोबाइल को थामे रखने की नसीहत देनी पड़ गई। इससे कई अभिभावकों की दुविधा बढ़ गई। जी हां! देश व प्रदेश में फैले कोरोना महामारी ने हर किसी की दिनचर्या को बदल दिया। सरकारी व निजी कार्य घरों में होने के साथ ही बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन होने लगी।
कोरोना संकट में लोगों ने जीवनयापन के तरीके बदल दिए। लॉकडाउन होने से लोग घरों में बंद और पढ़ाई ऑनलाइन शुरू हो गई। ऐसे में अध्ययन का दारोमदार मोबाइल फोन पर आ गया। या यों कहें कि मोबाइल फोन पर बच्चे आखर ज्ञान सीख रहे। इसके लिए खुद अभिभावक उन्हें मोबाइल फोन थमा रहे। बिना मोबाइल के पढ़ाई मुश्किल हो गई। इसी से नोट्स तैयार कर रहे। इसके लिए कई संस्थाओं ने सोशल मीडिया पर प्लेटफार्म तैयार कर दिए। सवालों का जवाब और उत्तर पुस्तिकाएं भी इसी प्लेट फार्म तैयार होने लगी।
*समय का सदुपयोग*
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बोरखंड़ी के शिक्षक लोकेश जैन ने बताया कि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई शुरू करा दी। उसके लिए बच्चों को फोन करके प्रेरित किया गया। समय-समय पर टेस्ट भी लेना शुरू कर दिया। ताकि पढ़ाई से जुड़े रहे। बिना डर के सावधानी से आगे बढऩे की बच्चों को शिक्षा मिलती रही। आसपास के बच्चों के पास पुरानी पाठ्यपुस्तकें है, उन्हें लेकर वो पढ़ें हमारे पास ऑनलाइन टेक्सट बुक आई है, वो भी बच्चों को शेयर कर दी है। साथ ही अभिभावकों से सम्पर्क कर उन्हें अगली कक्षा की किताबें पढऩे के लिए प्रेरित कर रहे है, अभिभावक ऑनलाइन पढ़ाई करते वक्त बच्चों के साथ बैठे।
*चिंता इस लिए बढ़ रही*
घरों में ऑनलाइन क्लासेज शुरू होने से अन्य गतिविधियोंं पर अंकुश लग गया। अब पढ़ाई के साथ-साथ बच्चे मौका पाकर गेम्स नहीं खेलते लग जाएं। यू-ट्यूब पर वीडियो देखकर समय पूरा नहीं कर लें। वीडियो डाउनलोड करने में ही डाटा जाया नहीं कर दें या फिर ऐसी साइट्स नहीं खंगाल लें जो उनके लायक नहीं। इन्हीं सब बातों ने अभिभावकों की कुछ चिंता भी बढ़ा दी। हालांकि ऑनलाइन पढ़ाई शुरू होने के बाद उन्हें सुकून भी मिला।
*इसलिए मोबाइल अहम जरूरत बना*
ऑनलाइन क्लासेज में अलग-अलग क्लास के हिसाब से सोशल मीडिया प्लेटफार्म बन रहे। इन पर कक्षावर शिक्षक अलग-अलग विषयों के लेसन भेजते बताए। टेस्ट के लिए प्रश्न पत्र भी इसी तरह भेजा जाता है और जांच के लिए गु्रप में या पर्सनल नंबर पर जवाब मांगा जाता है। ऐसे में बच्चों की पढ़ाई के लिए मोबाइल अहम जरूरत बन रहा है।
*यह करें अभिभावक*
-मोबाइल पर अध्ययन करने वाले बच्चों पर अभिभावक को खास ध्यान देना चाहिए
-पढ़ाई के अलावा मोबाइल पर समय जाया करने वाले बच्चों पर नजर रखी जाए
- बच्चे की पढ़ाई को लेकर समय-समय पर क्लासवाइज बनाए गु्रप्स की जानकारी लेते रहें
- मोबाइल की बैक हिस्ट्री को देखकर गेम्स आदि गतिविधियों पर पूरी नजर रखें
अध्ययन के अलावा गेम्स, वीडियो आदि से डाटा बर्बाद करने पर सख्ती से मनाही करें
*अभिभावक भी आस-पास ही रहें*
छोटे बच्चों को मोबाइल से ऑनलाइन पढ़ाई कराने से उनके दिमाग व आंखों पर असर पड़ेगा। साथ ही रात में बच्चों को नींद में भी इसी के सपने आएंगे। लम्बे समय तक ऑनलाइन क्लासेज में बच्चों को नहीं बैठने दें। इसका समय अधिकतम आधा घंटा निर्धारित हो। मोबाइल का उपयोग करते वक्त अभिभावक भी आस-पास ही रहें। संभव हों तो साथ ही बैठे।’
डॉ.गोविंद गुप्ता, शिशु रोग विशेषज्ञ, बूंदी



3.*शिक्षकों की ड्यूटी से खफा शिक्षा राज्यमंत्री, कहा, सीएस को लिखेंगे पत्र*
*- करौली मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी और किशनपुरा पीईईओ के आदेश निरस्त*
जयपुर.
करौली मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा शिक्षकों की ड्यूटी मनोरंजन कार्य और किशनपुरा बारां पीईईओ की ओर से शादी समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के लिए ड्यूटी लगाने पर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा खफा हो गए। उन्होंने देर शाम दोनों आदेशों को निरस्त कर संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि बिना किसी लिखित आदेश के ऐसे बेतुके ऑर्डर न निकाले जाएं। पत्रिका से बातचीत में डोटासरा ने कहा कि मुख्य सचिव को पत्र लिखकर शिक्षकों की ड्यूटी के संबंध में जिला कलक्टरों और उपखंड अधिकारियों को स्पष्ट आदेश जारी करवाए जाएंगे। शिक्षकों की ड्यूटी सिर्फ कोविड-19 के संबंध में अतिआवश्यक कार्यों के लिए ही लगाई जा सकती है। इस तरह की ड्यूटी आदेश जारी करने वाले विभागीय अधिकारी के विरुद्ध भी अनुशाषनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
*शिक्षक संगठनों ने जताया विरोध*
सोमवार को आदेश जारी होने के बाद कई शिक्षक संगठन इन आदेशों के विरोध में उतर आए। प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर से मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्री से मामले में दखल देने की अपील की गई थी।



4.*एलडीसी भर्ती 2018 बैकलॉग के अभ्यर्थियों की सूची जारी*
*टीएसपी में सामान्य श्रेणी के पदों की संख्या कम हो जाने के कारण पूर्व में की गई अभिशंसा वापस ली*
जयपुर.
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड ने एलडीसी भर्ती 2018 के शेष 6 पदों और बैकलॉग के 172 पदों के लगभग डेढ़ गुना अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन के लिए सूचीबद्ध किया है। चयन बोर्ड की ओर से कहा गया है कि प्रशासनिक सुधार विभाग ने नि:शक्तजन अभ्यर्थियों के पूर्व बैकलॉग को पूर्ण करने के लिए परीक्षा की रिजर्व या वेटिंग सूची से पात्र नि:शक्तजनों की श्रेणियों में इंटरचेंज करते हुए नाम की अभिशंसा भेजने के लिए राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड को लिखा है। इसी क्रम में यह कवायद की गई है। अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन की तारीख और अन्य जानकारी अलग से घोषित की जाएगी। साथ ही कोर्ट केस और प्रोविजनल रखे गए दो अभ्यर्थियों की पदस्थापन हेतु अनुशंसा भेजी गई है। वहीं बोर्ड ने चार अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी कर कहा है कि टीएसपी में सामान्य श्रेणी के पदों की संख्या कम हो जाने के कारण पूर्व में की गई अभिशंसा वापस ले ली गई है।



5.*NTA ने UGC NET, ICAR और अन्य परीक्षाओं के लिए आवेदन की तारीख 15 जून तक बढ़ाई*
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने इग्नू पीएचडी के लिए आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि को फिर से बढ़ा दिया है। OPENMAT (MBA), ICAR, JNUEE, UGC NET और CSIR UGC NET के नए शेड्यूल के अनुसार, उम्मीदवार 15 जून, 2020 तक इन प्रवेश परीक्षाओं के लिए आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।
आधिकारिक अधिसूचना ने कहा गया है कि "COVID-19 महामारी के कारण छात्रों से प्राप्त कई अनुरोधों और उनके द्वारा बताई गई कठिनाइयों के मद्देनजर, राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित विभिन्न परीक्षाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने की अंतिम तारीखों को और बढ़ा दिया है।"
उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड डाउनलोड करने की संशोधित सूची का उल्लेख और परीक्षा से संबंधित जानकारी वेबसाइट और एनटीए की वेबसाइट पर अलग से प्रदर्शित किया जाएगा।
ऑनलाइन आवेदन फॉर्म 15 जून, 2020 को शाम 5.00 बजे तक स्वीकार किए जाएंगे। उम्मीदवार शुल्क का भुगतान 15 जून को 11.50 बजे तक कर सकते हैं। अपेक्षित शुल्क का भुगतान क्रेडिट / डेबिट कार्ड / नेट बैंकिंग / यूपीआई और पीएटीएम के माध्यम से किया जा सकता है।
उम्मीदवारों को परीक्षा के बारे में प्रामाणिक जानकारी प्राप्त करने के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से जाने की सलाह दी जाती है।
आधिकारिक अधिसूचना
*एनटीए परीक्षा 2020: संशोधित तिथियां*
परीक्षा की संशोधित तिथि
UGC NET 15.06.2020
ICAR 15.06.2020
CSIR UGC NET 15.06.2020
JNUEE 15.06.2020
IGNOU Ph.D & OPENMAT (MBA) Exam 2020 15.06.2020



6.*स्थगित परीक्षाएं और साक्षात्कार कार्यक्रम की कवायद।*
अजमेर.
कोरोना लॉकडाउन के चलते परीक्षाएं स्थगित कर चुका राजस्थान लोक सेवा आयोग नया कलैंडर बनाने में जुट गया है। जून शुरू हो चुका है। फु ल कमीशन की बैठक के बाद आयोग कलैंडर जारी करेगा।
यूपीएससी की भर्ती परीक्षा तिथियों और इंतजाम के अनुसार कार्यक्रम तय होगा। आयोग ने 29 अप्रेल को प्रस्तावित पशु चिकित्सा अधिकारी और पुस्तकालयाध्यक्ष द्वितीय श्रेणी परीक्षा तथा 11 से 14 मई तक प्रस्तावित प्राध्यापक संस्कृत भर्ती परीक्षा स्थगित की है। साल 2020 के कलैंडर में अब आयोग के पास भर्ती परीक्षा नहीं है।जुटा कलैंडर बनाने मेंआयोग पशु चिकित्सा अधिकारी और पुस्तकालयाध्यक्ष प्राध्यापक संस्कृत भर्ती परीक्षा सहित साक्षात्कार और अन्य तैयारियों में जुट गया है। परीक्षा तिथियां फुल कमीशन की बैठक में तय होंगी।
*यूपीएससी का कार्यक्रम अहम
संघ लोक सेवा आयोग ने आईएएस प्रारंभिक, संयुक्त चिकित्सा सेवा और अन्य परीक्षाएं स्थगित की हैं। इनके लिए यूपीएससी 5 जून में उच्च स्तरीय बैठक होगी। मुंबई, अहमदाबाद, इंदौर, जयपुर, दिल्ली और अन्य शहरों में कोरोना संक्रमण को देखते हुए केंद्रों पर सुरक्षा इंतजाम, सुलभ परिवहन सेवा जैसे पहलुओं पर विचार किया जाएगा। राजस्थान लोक सेवा आयोग की नजरें भी यूपीएससी पर टिकी हैं।
*इन भर्तियों में दिक्कतें कायम*
पशु चिकित्सा अधिकारी-होनी है परीक्षा
पुस्तकालयाध्यक्ष प्राध्यापक संस्कृत भर्ती-होनी है परीक्षा
आरएएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती 2018: मुख्य परीक्षा परिणाम बकाया
जनसंपर्क अधिकारी भर्ती 2019: साक्षात्कार बकाया
पुलिस उपनिरीक्षक-प्लाटून कमांडर भर्ती: साक्षात्कार बकाया
*सरकार के लिए भी चुनौती*
सरकार के लिए भी राज्य में भर्तियां कराना चुनौती है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा विभाग में 4 हजार, चिकित्सा शिक्षा विभाग में 573, सहकारिता विभाग में 10 हजार, शिक्षा विभाग में 42 हजार, स्थानीय निकाय विभाग में 1039, गृह विभाग में पांच हजार भर्तियां कराने का ऐलान किया है। इनके विज्ञापन, परीक्षाओं का आयोजन भी होना है।
फुल कमीशन की बैठक में कलैंडर और सुरक्षा उपायों पर चर्चा होगी। इसके बाद साक्षात्कार और परीक्षाओं का कलैंडर तय होगा।
दीपक उप्रेती, अध्यक्ष राजस्थान लोक सेवा आयोग
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7.*पहली से 12 वीं तक बच्चों की अब टीवी से पढ़ाई शुरू*
*शुरू हुई टीवी पर क्लास, 6 जून तक का टाइम टेबल किया जारी, पहली से 12 वीं कक्षा तक की होगी पढ़ाई, 11 नेटवर्क पर चलेगी क्लास*
जयपुर।
प्रदेशभर के सरकारी स्कूलों और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सम्बदृध स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है। आज से विद्यार्थियों की टीवी पर भी पढ़ाई शुरू हुई है। इस कार्यक्रम का नाम शिक्षादर्शन रखा गया है। अभी तक स्माइल प्रोजेक्ट और रेडियो के माध्यम से पढ़ाई हो रही थी, आज से यह नया प्रयोग शुरू किया गया है, जिसमें बच्चे टीवी के जरिए भी पढ़ाई कर रहे हैं। ग्यारह केवल नेटवर्क पर दूरदर्शन के चैनल आएंगे, जिनसे विद्यार्थी पढ़ाई कर सकेंगे। शिक्षादर्शन कार्यक्रम का टाइम टेबल राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उदयपुर ने जारी किया है। शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अधिक से अधिक विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम से जोड़ने के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। जिससे विद्यार्थी इसका लाभ उठा सकें।
*ये रहेगा कक्षावार समय*
निदेशक माध्यमिक शिक्षा सौरभ स्वामी ने इसके लिए आदेश जारी किए हैं। उन्होंने बताया कि रोज तीन घंटा 15 मिनट की ये क्लास लगेंगी। कक्षा 9 और 10 क्लास दोपहर 12.30 से 1.30 बजे तक लगेंगी। उसके बाद दोपहर 1.30 से 2.30 बजे तक कक्षा 11 और 12 की पढ़ाई होगी। कक्षा 1 से 8 तक की पढ़ाई दोपहर 3 से 4.15 बजे तक लगेंगी।
*ये रहेगा टाइम टेबल*
9 वीं से 12 वीं तक की सभी कक्षाएं आधा घंटे की होंगी। वहीं कक्षा 1 से 5 तक 15 मिनट और कक्षा 6 से 8 तक 45 मिनट रोज क्लास लगेगी।
कक्षा 9 की 1 जून को विज्ञान और गणित की क्लास लगेगी। इसके बाद 2 जून को गणित और सामाजिक विज्ञान, 3 जून को विज्ञान और सामाजिक विज्ञान, 4 जून को विज्ञान, गणित, 5 जून को गणित, सामाजिक विज्ञान और 6 जून को योग, प्राणायाम की कक्षाएं लगेंगी।
कक्षा 10 की 1 जून को विज्ञान, गणित, 2 जून को विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, 3 जून को गणित, सामाजिक, विज्ञान, 4 जून को गणित, विज्ञान, 5 जून को विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और 6 जून को कैरियर पोटर्ल से कैरियर की जानकारी दी जाएगी।
कक्षा 11 की 1 जून को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, 2 जून को गणित, जीव विज्ञान, 3 जून को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, 4 जून को गणित, जीव विज्ञान, 5 जून को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और 6 जून को हाउ टू मेक कॉमिक्स की क्लास लगेगी।
कक्षा 12 की 1 जून को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, 2 जून को गणित, जीव विज्ञान, 3 जून को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, 4 जून को गणित, जीव विज्ञान, 5 जून को भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, और 6 जून को हाउ टू राइट ए रिपोर्ट फॉर टीवी की क्लास लगेगी।
कक्षा 1 और 5 तक की रोज गणित की क्लास लगेगी।
कक्षा 6 से 8 की रोजाना विज्ञान की क्लास लगेगी।
इसके बाद 6 जून को कक्षा 1 और 2 की थोड़ी से मस्ती थोड़ी पढ़ाई क्लास लगेगी। कक्षा 3 से 5 की वनस्पति के चित्र आदि बनाने की क्लास लगेगी। कक्षा 6 की मेंटल हैल्थ, कक्षा 7 के लिए खाद बनाने की विधि और कक्षा 8 के लिए आर्गेनिक होम क्लीनर बनाना बताया जाएगा।
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8.*निदेशक बोले: पात्र शिक्षकों के नाम होंगे शामिल, संयुक्त निदेशक से मांगी रिपोर्ट*
*-अस्थायी पात्रता सूची में पात्र शिक्षकों के नाम नहीं जोडऩे का मामला*
भरतपुर.
थर्ड ग्रेड से सेकंड ग्रेड के पद पर संभाग के शिक्षकों की डीपीसी का मामला अब माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी के पास भी पहुंच गया है। उन्होंने दावा किया है कि एक भी पात्र शिक्षक से सूची से वंचित नहीं रहेगा। सभी पात्र शिक्षकों के नाम अस्थायी पात्रता सूची में शामिल किए जाएंगे। साथ ही वहां के संयुक्त निदेशक से भी रिपोर्ट मांगी गई है। अब भी कोई शिकायत है तो खुद शिक्षक उन्हें बता सकते हैं। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने 27 मई अंक में जिनका वर्षों पहले प्रमोशन हो चुका, उनका भी दिया पात्रता सूची में नाम शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले का खुलासा किया था। इसके बाद से ही इस मामले को प्रमुखता से उठाया जा रहा है। इसमें अस्थायी पात्रता सूची की तमाम खामियों को सामने लाया गया है। इसके बाद आक्रोशित शिक्षकों ने यह मामला निदेशक स्तर तक पहुंचाया गया। हालांकि अब भी शिक्षा विभाग के अधिकारी सिर्फ यह बात कहकर इतिश्री कर रहे हैं कि डीईओ, सीबीईओ, शिक्षक संघों के माध्यम से पात्र शिक्षकों के नाम आ रहे हैं, उन्हें पात्रता के हिसाब से जोड़ दिया जाएगा, लेकिन स्पष्ट तौर पर अभी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि निदेशक स्तर पर मामला पहुंचने के बाद अब भी कोई कार्रवाई नहीं होती है तो मामले को न्यायालय में ले जाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा रिपुसूदन सिंह ने 30 मई को संभाग के चारों जिलों के डीईओ के नाम एक आदेश निकाला था। अब उसी आदेश को जस का तस डीईओ मुख्यालय प्रेमसिंह कुंतल ने भी सीबीईओ को जारी कर दिया है। आदेश में कहा है कि कार्यालय की ओर से तृतीय वेतन श्रृंखला से द्वितीय वेतन श्रृंखला में अध्यापक एवं शारीरिक शिक्षकों की वर्ष 2020-21 की डीपीसी के लिए पात्रता सूची वार्षिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन, संतान संबंधित प्रमाण पत्र एवं विभागीय जांच की सूचना के लिए भिजवाई गई है। संज्ञान में आया है कि जारी पात्रता सूची में कुछ कार्मिक उच्च पदों पर चले गए हैं एवं कुछ वरिष्ठता सूचियों में स्नातक के विषय, प्रशैक्षिक योग्यता सही नहीं होने के कारण पात्र कार्मिक पात्रता सूची में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। उक्त कार्य दो जून तक कर लिया जाए एवं उसी दिन शाम छह बजे ई-मेल से प्रेषित करें। वहीं इस प्रकरण को लेकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक व शिक्षा मंत्री को भी राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ धौलपुर के जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत ेके प्रदेश संयुक्त मंत्री पवन शर्मा समेत कईपदाधिकारियों ने ज्ञापन प्रेषित किया है।
*सूची में सेवानिवृत अध्यापक के प्रमोशनक की तैयारी*
धौलपुर में हिंदी विषय में क्रम संख्या 13 पर अंकित हरिओम शर्मा रामावि मौरोली 31 मई को सेवानिवृत हो गए हैं। उनका नाम भी सूची दर्ज है। विज्ञान विषय में क्रम संख्या पांच पर बृजेंद्र सिंह वर्मा राउमावि बाड़ी का नाम है, उनके पास स्नातक में विज्ञान नहीं है वह लेवल प्रथम का है। क्रम संख्या 32 पर गीतांजलि शर्मा राउप्रावि कायस्थपाड़ा की नियुक्ति तिथि 16 जनवरी 2008 है। जयपुर स्थानांतरित हो गई थी। वहां के बाद चार जून 2018 में इस स्कूल में ज्वॉइन किया है। दूसरी बार की ज्वॉइनिंग के हिसाब से सूची में नाम नहीं होना चाहिए था। हिंदी विषय में क्रम संख्या 132 पर बहादुर सिंह राउमावि कांसपुरा है, स्नातक में हिंदी विषय ही नहीं है। फिर भी नाम शामिल कर दिया गया है। क्रम संख्या पांच पर अरुण कुलश्रेष्ठ राउमावि मरैना गत वर्ष भी प्रमोशन के बाद पदस्थापन दिया गया। इन्होंने परित्याग कर दिया था। दो वर्ष तक सूची में नाम नहीं होना चाहिए था। फिर भी नाम शामिल कर दिया गया।
भरतपुर में दर्शाये धौलपुर जिले के शिक्षक
अस्थायी पात्रता सूची में एक दर्जन से अधिक शिक्षकों के धौलपुर जिले में पदस्थापित होने के बाद भी उन्हें भरतपुर जिले में दिखाया गया है। गणित में क्रम संख्या 102 पर मनोज कुमार शर्मा यूपीएस गुनराइच बसेड़ी, 106 पर ओमप्रकाश यूपीएस बाबरपुर, 107 पर सत्यप्रकाश शर्मा यूपीएस भागीरथपुरा, 115 पर अनूप पाराशर रामावि शेखुपुर, 114 पर दिलीप चौधरी राउप्रावि सांगोरी समेत एक दर्जन से अधिक शिक्षक धौलपुर जिले में कार्यरत है, लेकिन सूची में उन्हें भरतपुर में दर्शाया गया है।
-वाकई यह मामला मेरे संज्ञान में आया है। संबंधित अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है। सूची जारी करने के बाद छह दिन आपत्तियां मांगने का समय दिया जाता है। अब भी अगर पात्र शिक्षक वंचित हैं तो वे नाम जुड़वा सकते हैं। इसके बाद भी अगर कोई शिक्षक वंचित रह जाता है तो राज्यवार सूची बनाते समय आपत्तियां मांग कर उनका निस्तारण किया जाएगा।
सौरभ स्वामी
निदेशक माध्यमिक शिक्षा बीकानेर



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