1.*NIOS अपडेट / 10वीं-12वीं परीक्षा के लिए डेटशीट जारी, देशभर में 17 जुलाई से 13 अगस्त तक आयोजित होंगी परीक्षाएं*
2.*पात्र शिक्षकों को सूची में शामिल करने पर अब भी पीछे हटा विभाग*
3.*पहले पायदान पर अटके विद्यार्थी, पार हो तो कॅरियर भी चुने*
4.*देश के तीन लाख युवाओं की जगी आस, जल्द जारी होगा प्रवेश परीक्षा कलेण्डर*
*जून के पहले सप्ताह में जारी होगा विशेष शिक्षा प्रवेश परीक्षा का कलेण्डर*
*जुलाई में सत्र शुरू होने की संभावना*
सीकर.
देश के तीन लाख युवाओं के लिए राहतभरी खबर है। भारतीय पुनर्वास परिषद ने विशेष शिक्षा के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जून महीने के पहले सप्ताह में आवेदन तिथि से लेकर प्रवेश परीक्षा का कलैण्डर हो जारी हो जाएगा। परिषद की ओर से हर साल अप्रेल-मई महीने में ऑनलाइन परीक्षा कराई जाती थी। लेकिन इस साल कोरोना के फेर में ऑनलाइन परीक्षा उलझ गई थी। इस कारण युवाओं को अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा का इंतजार था। परिषद के सचिव ने पत्र जारी कर अभ्यर्थियों को बताया कि जून महीने से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस परीक्षा में प्रदेश के भी 70 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। देश के कई राज्यों में व्याख्याता से लेकर तृतीय श्रेणी अध्यापक की भर्ती होने की वजह से विशेष शिक्षा के पाठ्यक्रमों के प्रति क्रेज बढ़ा है।
*इस साल भी प्रवेश में रहेगी मारामारी*
भारतीय पुनर्वास परिषद की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा में दाखिले को लेकर हर साल मारामारी बढ़ रही है। पिछले साल सामान्य वर्ग में 55 फीसदी से अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को महानगरों की टॉप कॉलेज मिल सकी। हालांकि यूपी सहित कई राज्यों में सीट रिक्त रहने की स्थिति में कट ऑफ में तीन से पांच फीसदी की कमी भी आई।
*छह से आठ कैटेगरी में मिलेगा प्रवेश*
पुनर्वास परिषद की ओर से इस साल छह से आठ कैटगरी में प्रवेश का मौका अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों को कोर्स चयन का ऑप्शन मिलेगा। संबंधित महाविद्यालय के प्रवेश की सूची आरसीआई में भेजने के बाद पाठ्यक्रम का पैटर्न नहीं बदलेगा।
*100 अंकों की होगी ऑनलाइन परीक्षा*
डिप्लोम कोर्स के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 100 अंकों की ऑनलाइन परीक्षा होगी। इसके लिए अभ्यर्थी राजस्थान में जयपुर, कोटा, उदयपुर व अजमेर सहित अन्य सेंटरों को परीक्षा केन्द्र चुन सकते हैं। परीक्षा के लगभग 15 से 20 दिनों बाद परिणाम जारी होगा। इसके बाद विद्यार्थियों को ऑनलाइन काउंसलिंग का मौका मिलेगा।
-इंजी. रणजीत सिंह, सीकर
*विभाग की रहेगी निगरानी*
प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए इस बार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से भी स्थानीय स्तर पर एक कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी आरक्षण सहित अन्य नियमों की सभी महाविद्यालयों में पालना कराएगी। लगातार भर्तियों के आने की वजह से इन पाठ्यक्रमों के प्रति बेरोजगारों में इसको लेकर क्रेज बढ़ा है।
-धर्मेन्द्र शर्मा, कॉलेज संचालक
---------------------------------------------
5.*एनएमएमएस परीक्षा परिणाम घोषित*
6.*ई-लर्निंग / NCERT ने जारी की पहली से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए ई-बुक्स, ऑफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे किताबें*
7.*माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में अब बढ़ सकते हैं परीक्षा केन्द्र*
8.*M.Ed., B.Ed, Pre-B.Ed, B.P.Ed प्रवेश परीक्षाओं के लिए करें आवेदन*
9.*अब शिक्षादर्शन कराएगा पढ़ाई, आज से होगी शुरुआत*
10.*बोर्ड परीक्षा 2020: खत्म हुआ 20 लाख से अधिक विद्यार्थियों का इंतजार*
11.*CSEET उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन classes आयोजित करेगा ICSI*
12.*सरकार ने लिया बड़ा फैसला -फिर से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, जानिए क्या है नए प्रबंध*
13.*मिसाल : सीए-सीएस इंस्टीट्यूट ने 50% तक कम की फीस, क्या दूसरे संस्थान भी आएंगे आगे?*
14.*बाड़मेर की बेटी ने प्रदेश में फहराया परचम, रही प्रथम*
15.
---------------------------------------------
16.
---------------------------------------------
*मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीट कर दी जानकारी*
*CBSE, CISCE पहले ही जारी कर चुके हैं स्थगित हुई परीक्षाओं की डेटशीट*
दैनिक भास्कर
लॉकडाउन की वजह से स्थगित हुई नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (NIOS) की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए डेटशीट जारी कर दी है। इस बारे में NIOS ने ऑफिशियल नोटिफिकेशन जारी कर जानकारी दी है। वहीं केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी इस बारे में ट्वीट किया। अपने ट्वीट में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने बताया कि यह परीक्षाएं देशभर में स्थित एग्जाम सेंटर में आयोजित होगी। यह परीक्षाएं देशभर में 17 जुलाई से 13 अगस्त तक आयोजित की जाएंगी।
*CBSE और CISCE पहले ही कर चुके जारी*
इससे पहले CBSE और CISCE भी लॉकडाउन की वजह से स्थगित हुई 10वीं- 12वीं की बाकी बचे परीक्षाओं की डेट शीट जारी कर चुका है। साथ ही अन्य राज्यों की बची बोर्ड परीक्षाएं भी अगले माह से आयोजित होंगी। वहीं, लॉकडाउन में अपने गृह जिले में फंसे स्टूडेंट्स को CBSE, CISCE और अन्य राज्यों के बोर्ड ने निवास स्थान पर ही परीक्षा देने की अनुमति दी है। स्टूडेंट्स को राहत देने के लिए बोर्ड द्वारा यह फैसला लिया गया है। जिसके बाद अब सभी स्टूडेंट्स अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा केंद्र का चुनाव कर सकते हैं।
*शिक्षण संस्थान खुलने पर फैसला जुलाई में*
कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर जारी चौथे चरण का लॉकडाउन रविवार 31 मई को खत्म हो रहा है। ऐसे में गृह मंत्रालय ने तीन महीने के लॉकडाउन के बाद अब 1 जून से शुरू हो रहे लॉकडाउन 5.0 के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इस बार लॉकडाउन में कई तरह की छूट दी गई है। इसी क्रम में केंद्र सरकार ने कहा कि स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और अन्य शैक्षणिक संस्थान दोबारा से खोले जाएंगे। हालांकि इस बारे में गृह मंत्रालय हालात के मुताबिक जुलाई में फैसला लेगा। स्कूलों को फिर से खोलने और तारीखों के बारे में राज्य और माता-पिता से परामर्श करने के बाद ही निणर्य किया जाएगा।
---------------------------------------------2.*पात्र शिक्षकों को सूची में शामिल करने पर अब भी पीछे हटा विभाग*
*-संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा ने खानापूर्ति के लिए निकाला एक और आदेश*
*-अफसरों की लापरवाही से सैकड़ों शिक्षक पदोन्नति हुए वंचित*
भरतपुर.
संभाग के ढाई हजार थर्ड ग्रेड शिक्षकों की डीपीसी के मामले में खुद उनका ही विभाग न्याय नहीं कर पा रहा है, बल्कि खुद विभाग के अधिकारी इस मामले को लेकर खुद का बचाव करने में जुटे हुए हैं। हकीकत यह है कि जिम्मेदार अधिकारियों को ही शिक्षकों के हितों की परवाह नहीं है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पत्रिका ने 27 मई अंक में जिनका वर्षों पहले प्रमोशन हो चुका, उनका भी दिया पात्रता सूची में नाम शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले का खुलासा किया था। इसके बाद से ही इस मामले को प्रमुखता से उठाया जा रहा है।
संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा रिपुसूदन ने शनिवार को संभाग के चारों जिलों के डीईओ के नाम एक आदेश निकाला है। हालांकि इस आदेश में पात्र शिक्षकों के नाम सूची में जोडऩे पर कुछ नहीं कहा गया है, बल्कि अपनी खामियां दूसरों पर डालने की कहानी जोड़ दी गई है। आदेश में कहा है कि कार्यालय की ओर से तृतीय वेतन श्रृंखला से द्वितीय वेतन श्रृंखला में अध्यापक एवं शारीरिक शिक्षकों की वर्ष 2020-21 की डीपीसी के लिए पात्रता सूची वार्षिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन, संतान संबंधित प्रमाण पत्र एवं विभागीय जांच की सूचना के लिए भिजवाई गई है। संज्ञान में आया है कि जारी पात्रता सूची में कुछ कार्मिक उच्च पदों पर चले गए हैं एवं कुछ वरिष्ठता सूचियों में स्नातक के विषय, प्रशैक्षिक योग्यता सही नहीं होने के कारण पात्र कार्मिक पात्रता सूची में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। इससे स्पष्ट है कि सूची का अवलोकन नहीं किया गया है। पात्रता सूची का मिलान शाला दर्पण के माध्यम से कर सही करें। उक्त कार्य दो जून तक कर लिया जाए एवं उसी दिन शाम छह बजे ई-मेल से प्रेषित करें।
संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा रिपुसूदन ने शनिवार को संभाग के चारों जिलों के डीईओ के नाम एक आदेश निकाला है। हालांकि इस आदेश में पात्र शिक्षकों के नाम सूची में जोडऩे पर कुछ नहीं कहा गया है, बल्कि अपनी खामियां दूसरों पर डालने की कहानी जोड़ दी गई है। आदेश में कहा है कि कार्यालय की ओर से तृतीय वेतन श्रृंखला से द्वितीय वेतन श्रृंखला में अध्यापक एवं शारीरिक शिक्षकों की वर्ष 2020-21 की डीपीसी के लिए पात्रता सूची वार्षिक कार्य मूल्यांकन प्रतिवेदन, संतान संबंधित प्रमाण पत्र एवं विभागीय जांच की सूचना के लिए भिजवाई गई है। संज्ञान में आया है कि जारी पात्रता सूची में कुछ कार्मिक उच्च पदों पर चले गए हैं एवं कुछ वरिष्ठता सूचियों में स्नातक के विषय, प्रशैक्षिक योग्यता सही नहीं होने के कारण पात्र कार्मिक पात्रता सूची में शामिल होने से वंचित रह गए हैं। इससे स्पष्ट है कि सूची का अवलोकन नहीं किया गया है। पात्रता सूची का मिलान शाला दर्पण के माध्यम से कर सही करें। उक्त कार्य दो जून तक कर लिया जाए एवं उसी दिन शाम छह बजे ई-मेल से प्रेषित करें।
*बड़ा सवाल...जो पात्र शिक्षक उनका नाम जुड़ेगा या नहीं*
संयुक्त निदेशक के पत्र से साफ तौर पर दिखाई दे रहा है कि यह आदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक के दखल के बाद निकाला गया है। क्योंकि पिछले एक सप्ताह से सूची पर विवाद होने के बाद भी वो चुप्पी साधे हुए थे। राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ धौलपुर के जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा के माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी व शिक्षा मंत्री को इस प्रकरण में ट्वीट करने के बाद आनन-फानन में यह खानापूर्ति वाला आदेश जारी कर दिया गया। जबकि इस आदेश में परिवेदना लेकर पात्र शिक्षकों के नाम शामिल करने के बारे में कुछ नहीं गया है। जबकि सूची में गल्तियां करना व अपात्र शिक्षकों के नाम जोडऩा विभाग की पुरानी परंपरा रही है, परंतु पात्र शिक्षकों के नाम जोडऩे की मांग ही शिक्षक संगठनों की ओर से की जा रही है। इधर, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश संयुक्त मंत्री पवन शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के कारण जो समय अवधि शिक्षकों को मिलनी चाहिए थी, उसी अवधि को दुबारा देते हुए संशोधित सूचियां बननी चाहिए। तब जाकर ही पात्र शिक्षकों को लाभ मिल सकता है। वरना् यह खानापूर्ति करना ही साबित होगा।
*इधर, कलक्टर के आदेश के बाद भी थमाया शिक्षक को नोटिस*
जिला कलक्टर ने आदेश दे रखा है कि जीरो क्वॉरंटीन सेंटरों पर किसी भी शिक्षक को नहीं बुलाया जाएगा। खुद जिला कलक्टर ने आदेश जारी कर रखे हैं। हालांकि शिक्षक को पाबंद रखा जाएगा कि आवश्यकता पडऩे पर वह तुरंत आएगा। लेकिन डीग व नदबई ब्लॉक के जीरो क्वॉरंटीन सेंटरों पर शिक्षकों को बुलाया जा रहा है। इसमें एक ऐसा मामला भी सामने आया है कि जिला कलक्टर के आदेश के बाद भी नदबई के अखैगढ़ पीईईओ ने एक शिक्षक को अनुपस्थित मिलने पर नोटिस जारी कर दिया गया, जबकि उसकी ड्यूटी जीरो क्वॉरंटीन सेंटर पर थी।
---------------------------------------------3.*पहले पायदान पर अटके विद्यार्थी, पार हो तो कॅरियर भी चुने*
*अधूरी रह गई माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं, पूरी नहीं हो पाई स्कूली शिक्षा, परीक्षा के साथ ही बुने जाते हैं भविष्य के सपने, अब बाट जोह रहे 10वीं-12वीं के छात्र*
नागौर.
भविष्य के सपने बुनने का समय गुजर रहा है, लेकिन स्कूली छात्रों का इंतजार खत्म नहीं हो रहा। स्कूली शिक्षा के पहले पायदान पर अटके विद्यार्थियों के लिए कॅरियर चुनना मुश्किल हो रहा है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं अभी अधर में लटकी हुई है और इस पड़ाव से गुजरने पर ही आगे की राह चुन सकते हैं। हालांकि कोचिंग क्लासेस भी अभी बंद ही है, लेकिन कॅरियर की ऊंचाइयां छूने के लिए प्रथमदृष्टया दसवीं व बारहवीं का पड़ाव को पार करना ही होगा। उधर, अभी तक शेष रही परीक्षाओं को लेकर सरकार, शिक्षा विभाग एवं माध्यमिक शिक्षा बोर्ड इतने समय तक तिथि भी तय नहीं कर पाए थे। ऐसे में विद्यार्थी अपने भविष्य को लेकर आशंकित है। अभी जून माह में परीक्षा आयोजित करने की तिथि घाषित की गई हैं। परीक्षा हो जाने के बाद ही विद्यार्थी अपना कॅरियर चुन पाएंगे।
*अब जून माह में घोषित तिथियों का इंतजार*
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से इस सम्बंध में अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया था कि शेष रही परीक्षाएं कब तक हो पाएंगी। ऐसे में मार्च के बाद अप्रेल व मई माह भी गुजर गया, लेकिन परीक्षा की तिथियां घोषित नहीं हो पाई। विद्यार्थी और अभिभावक शेष बची परीक्षाओं के इंतजार में बैठे हैं। अभी जून माह में घोषित तिथियों का इंतजार हो रहा है।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से इस सम्बंध में अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया था कि शेष रही परीक्षाएं कब तक हो पाएंगी। ऐसे में मार्च के बाद अप्रेल व मई माह भी गुजर गया, लेकिन परीक्षा की तिथियां घोषित नहीं हो पाई। विद्यार्थी और अभिभावक शेष बची परीक्षाओं के इंतजार में बैठे हैं। अभी जून माह में घोषित तिथियों का इंतजार हो रहा है।
*स्कूल बंद तो परीक्षाएं भी स्थगित*
कोरोना महामारी के कारण मार्च माह में लॉक डाउन लगाया गया, जिसे लगातार बढ़ाया गया। इसके मद्देनजर शिक्षण संस्थानों पर भी ताले लग गए। उस समय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं एवं 12वीं की परीक्षाएं नियमित रूप से संचालित हो रही थी, लेकिन लॉकडाउन के कारण माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने शेष रही सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी। वर्ष भर की मेहनत के बाद परीक्षा देने का इंतजार कर रहे विद्यार्थियों के लिए यह निर्णय तत्कालीन समय में चिंता भरा, लेकिन कोरोना से बचाव ही उपचार था।
*अटकी रह गई कोचिंग क्लासेस भी*
आमतौर पर दसवीं व बारहवीं की परीक्षा के साथ ही विद्यार्थी कोचिंग क्लासेस के लिए कुच कर जाते हैं। आगामी कुछ समय के लिए वे अच्छे कॅरियर की तलाश में रहते हैं। इसके लिए वे नजदीकी जोधपुर, कोटा या सीकर जाते हैं, लेकिन इस बार कोचिंग क्लासेस भी बंद है। वहीं परीक्षा भी नहीं हो पाई। ऐसे में अन्य बड़े शहरों के शिक्षण संस्थानों में जाने की बात तो दूर भविष्य के सपने भी बुन पा रहे।
*दसवीं के लिए मुख्य चुनौती*
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से दसवीं के लिए अभी गणित व सामाजिक विज्ञान विषयों की दो परीक्षाएं शेष है। इसमें सभी पंजीकृत छात्र बैठेंगे। उधर, बारहवीं के लिए अभी पांच-छह विषयों की परीक्षा शेष हैं, लेकिन मुख्य विषयों की परीक्षाएं लगभग हो चुकी है इसलिए अब होने वाली परीक्षाओं में ज्यादा छात्र नहीं बैठेंगे। परीक्षा सम्पन्न कराने में मुख्य चुनौती दसवीं के लिए ही सामने आएगी।
*परीक्षा होगी तो ये चुनौतियां*
- जिले सहित प्रदेश में दिनोंदिन बढ़ता कोरोना संक्रमण का ग्राफ
- सरकारी विद्यालयों के छोटे कक्षा-कक्षों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
- विद्यार्थी को परीक्षा के लिए कक्षा-कक्ष में आने से पूर्व सेनेटाइज करना
- लोक परिवहन सेवाएं बंद होने से विद्यार्थियों के लिए स्कूल तक पहुंचना
- सरकारी विद्यालयों के छोटे कक्षा-कक्षों में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना
- विद्यार्थी को परीक्षा के लिए कक्षा-कक्ष में आने से पूर्व सेनेटाइज करना
- लोक परिवहन सेवाएं बंद होने से विद्यार्थियों के लिए स्कूल तक पहुंचना
*जिले में पंजीकृत छात्र*
दसवीं - 63,852
बारहवीं - 45,923
---------------------------------------------बारहवीं - 45,923
4.*देश के तीन लाख युवाओं की जगी आस, जल्द जारी होगा प्रवेश परीक्षा कलेण्डर*
*जून के पहले सप्ताह में जारी होगा विशेष शिक्षा प्रवेश परीक्षा का कलेण्डर*
*जुलाई में सत्र शुरू होने की संभावना*
सीकर.
देश के तीन लाख युवाओं के लिए राहतभरी खबर है। भारतीय पुनर्वास परिषद ने विशेष शिक्षा के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश परीक्षा बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। जून महीने के पहले सप्ताह में आवेदन तिथि से लेकर प्रवेश परीक्षा का कलैण्डर हो जारी हो जाएगा। परिषद की ओर से हर साल अप्रेल-मई महीने में ऑनलाइन परीक्षा कराई जाती थी। लेकिन इस साल कोरोना के फेर में ऑनलाइन परीक्षा उलझ गई थी। इस कारण युवाओं को अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा का इंतजार था। परिषद के सचिव ने पत्र जारी कर अभ्यर्थियों को बताया कि जून महीने से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस परीक्षा में प्रदेश के भी 70 हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। देश के कई राज्यों में व्याख्याता से लेकर तृतीय श्रेणी अध्यापक की भर्ती होने की वजह से विशेष शिक्षा के पाठ्यक्रमों के प्रति क्रेज बढ़ा है।
*इस साल भी प्रवेश में रहेगी मारामारी*
भारतीय पुनर्वास परिषद की ओर से आयोजित प्रवेश परीक्षा में दाखिले को लेकर हर साल मारामारी बढ़ रही है। पिछले साल सामान्य वर्ग में 55 फीसदी से अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थियों को महानगरों की टॉप कॉलेज मिल सकी। हालांकि यूपी सहित कई राज्यों में सीट रिक्त रहने की स्थिति में कट ऑफ में तीन से पांच फीसदी की कमी भी आई।
*छह से आठ कैटेगरी में मिलेगा प्रवेश*
पुनर्वास परिषद की ओर से इस साल छह से आठ कैटगरी में प्रवेश का मौका अभ्यर्थियों को दिया जाएगा। प्रवेश परीक्षा पास करने के बाद अभ्यर्थियों को कोर्स चयन का ऑप्शन मिलेगा। संबंधित महाविद्यालय के प्रवेश की सूची आरसीआई में भेजने के बाद पाठ्यक्रम का पैटर्न नहीं बदलेगा।
*100 अंकों की होगी ऑनलाइन परीक्षा*
डिप्लोम कोर्स के पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए 100 अंकों की ऑनलाइन परीक्षा होगी। इसके लिए अभ्यर्थी राजस्थान में जयपुर, कोटा, उदयपुर व अजमेर सहित अन्य सेंटरों को परीक्षा केन्द्र चुन सकते हैं। परीक्षा के लगभग 15 से 20 दिनों बाद परिणाम जारी होगा। इसके बाद विद्यार्थियों को ऑनलाइन काउंसलिंग का मौका मिलेगा।
-इंजी. रणजीत सिंह, सीकर
*विभाग की रहेगी निगरानी*
प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए इस बार सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से भी स्थानीय स्तर पर एक कमेटी बनाई जाएगी। यह कमेटी आरक्षण सहित अन्य नियमों की सभी महाविद्यालयों में पालना कराएगी। लगातार भर्तियों के आने की वजह से इन पाठ्यक्रमों के प्रति बेरोजगारों में इसको लेकर क्रेज बढ़ा है।
-धर्मेन्द्र शर्मा, कॉलेज संचालक
---------------------------------------------
5.*एनएमएमएस परीक्षा परिणाम घोषित*
*मेधावी विद्यार्थियों को चार साल तक मिलेगी छात्रवृत्ति*
*एनएमएमएस परीक्षा में चयनित हुए विद्यार्थियों को एक हजार रुपए की छात्रवृत्ति का प्रावधान*
*आठवीं कक्षा के थे विद्यार्थी*
बीकानेर.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय नई दिल्ली की योजना के तहत राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर की ओर से आयोजित नेशनल मीन्स कम मेरिट परीक्षा (एनएमएमएस) का परिणाम घोषित किया गया है। इसमें राज्य की सरकारी विद्यालयों के कक्षा 8 के विद्यार्थियों ने भागीदारी निभाई थी। इसमें प्रदेश से कुल 38658 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। इसमें से राज्य के निर्धारित कोटा अनुसार 5471 परीक्षार्थियों का वरियता सूची के आधार पर चयन किया गया, इसमें सामन्य वर्ग के 3940 और अनुसूचित जाति के 875 एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के 656 परीक्षार्थी चयनित हुए है। इन विद्यार्थियों को चार साल तक नियमानुसार प्रतिमाह एक हजार रुपए की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
*बाड़मेर की पूनम प्रथम, बीकानेर के विकास द्वितीय*
राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर की निदेशक प्रियंका जोधावत के अनुसार परीक्षा परिणाम की वरियता सूची में प्रदेश में बाड़मेर की छात्रा पूनम ने १८० में से सर्वाधिक 162 अंक प्राप्त किए, बीकानेर के खाजूवाला ब्लॉक के अल्लादीन का बेरा विद्यालय के विकास जाट ने 161 अंक हासिल कर दूसरा स्थान प्राप्त किया है। जिले के कुल 121 विद्यार्थियों का चयन इस परीक्षा से हुआ है।
---------------------------------------------6.*ई-लर्निंग / NCERT ने जारी की पहली से 12वीं तक के स्टूडेंट्स के लिए ई-बुक्स, ऑफिशियल वेबसाइट से डाउनलोड कर सकेंगे किताबें*
*दुकानें बंद होने की वजह से स्टूडेंट्स को किताबें नहीं मिल पा रहीं थी*
*पीडीएफ को डाउनलोड कर ऑफलाइन भी पढ़ सकते है बुक्स*
दैनिक भास्कर
देश में लगातार जारी लॉकडाउन का प्रभाव ना सिर्फ कारोबार बल्कि शिक्षा के क्षेत्र पर भी काफी देखने को मिल रहा है। स्कूल, कॉलेज और सभी शैक्षणिक संस्थान बंद होने की वजह से पढ़ाई को भी नुकसान हो रहा है। ऐसे में इस नुकसान की भरपाई के लिए ऑनलाइन पढ़ाई को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन बिना किताब के ऑनलाइन पढ़ना बच्चों की पढ़ाई कठिन हो गया है। इस बीच अब स्टूडेंट्स की इस परेशानी को हल करने NCERT आगे आया है। NCERT ने पहली से बारहवीं तक की सभी किताबों को ऑनलाइन ई-बुक के रूप में जारी कर दिया है। ऑफिशियल वेबसाइट ncert.nic.in पर जाकर बच्चे किताब डाउनलोड कर सकते हैं।
*किताब ना मिलने से परेशान थे स्टूडेंट्स*
सीबीएसई के निर्देश पर पहली से 9वीं और 11वीं के छात्र-छात्राओं को बिना परीक्षा के ही अगली कक्षा में प्रमोशन तो दे दिया गया। लेकिन दुकानें बंद होने की वजह से उन्हें किताबें नहीं मिल सकी हैं। ऐसे में बिना बुक्स के उनके लिए पढ़ना बहुत मुश्किल हो रहा है। बच्चों के लिए दूरदर्शन पर कक्षाओं का संचालन हो रहा है, जो बिना किताबों के बच्चों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। ऐसे में ई.बुक भी बच्चों के लिए काफी कारगर हो सकती है। इसलिए NCERT ने इस परेशानी का समाधान करते हुए ऑनलाइन ई-बुक जारी करने की पहल की है। बच्चे अगर चाहें तो ऑनलाइन भी किताब पढ़ सकते हैं और पीडीएफ को डाउनलोड कर ऑफलाइन भी अध्ययन किया जा सकता है।
*ऐसे करें डॉउनलोड -*
सबसे पहले वेबसाइट ncert.nic.in को ओपन करें।
अब पब्लिकेशन कॉलम पर क्लिक करें।
इसमें ई-बुक्स पर क्लिक करें।
इसके बाद टेक्सट बुक 1 टू 12 पीडीएफ के विकल्प को खोलें।
यहां क्लास, सब्जेक्ट, बुक विकल्प चुनें।
इसके बाद किताब पीडीएफ फॉर्मेट में स्क्रीन पर दिखने लगेगी।
---------------------------------------------अब पब्लिकेशन कॉलम पर क्लिक करें।
इसमें ई-बुक्स पर क्लिक करें।
इसके बाद टेक्सट बुक 1 टू 12 पीडीएफ के विकल्प को खोलें।
यहां क्लास, सब्जेक्ट, बुक विकल्प चुनें।
इसके बाद किताब पीडीएफ फॉर्मेट में स्क्रीन पर दिखने लगेगी।
7.*माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में अब बढ़ सकते हैं परीक्षा केन्द्र*
*कई स्कूलों में शेल्टर होम तो कई में बने हैं क्वारंटीन सेंटर, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की शेष रही परीक्षाओं का मामला, 12 वीं की परीक्षा 18 से 30 जून तक होंगी, 10 की परीक्षा 27 से 30 जून तक होंगी*
जयपुर।
जयपुर।
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं की तिथि घोषित होने के साथ ही बोर्ड और शिक्षा विभाग ने भी तैयारी शुरू कर दी है। विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से बोर्ड और शिक्षा विभाग को व्यवस्था करने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। अभी तक एक कमरे में अधिकतम 24 विद्यार्थियों को बिठाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण के कारण परीक्षा कक्ष में विद्यार्थियों की संख्या में कमी की जा सकती है। बोर्ड इसकी तैयारी कर रहा है। इसके लिए प्रदेशभर के जिला शिक्षा अधिकारियों की बैठक 2 और 3 जून को होगी।
*बनेंगे नए परीक्षा केन्द्र*
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ.डी.पी जारोली ने बताया कि इस बार शेष रही परीक्षाओं के लिए नए परीक्षा केन्द्र भी बनाए जाएंगे। ये परीक्षा केन्द्र सोशल डिस्टेंसिंग के कारण बनाए जाएंगे। इसके साथ ही बहुत से ऐसे स्कूल हैं, जिनमें अभी क्वारंटीन सेंटर और शेल्टर होम बने हुए हैं, उन स्थानों पर भी परीक्षा नहीं हो सकती।
*ये रहेगा परीक्षा कार्यक्रम*
सीनियर सैकण्डरी समकक्ष परीक्षाएं 18 से 30 जून के बीच होंगी। सैकण्डरी समकक्ष परीक्षा 27 से 30 जून के मध्य आयोजित होंगी। 10वीं कक्षा की शेष रही सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा 29 जून और गणित विषय की परीक्षा 30 जून को होगी।
12वीं की शेष रहीं गणित विषय की परीक्षा 18 जून, सूचना प्रौद्योगिकी और प्रोग्रामिंग विषय की परीक्षा 19 जून, भूगोल/व्यवसाय अध्ययन विषय की परीक्षा 22 जून, गृहविज्ञान विषय की परीक्षा 23 जून, चित्रकला विषय की परीक्षा बुधवार 24 जून, हिन्दी साहित्य, उर्दू साहित्य, सिन्धी साहित्य, गुजराती साहित्य, पंजाबी साहित्य, राजस्थानी साहित्य, फारसी, प्राकृत भाषा/टंकणलिपि (अंग्रेजी) विषय की परीक्षा 25 जून, संस्कृत साहित्य विषय की परीक्षा 26 जून, अंग्रेजी साहित्य/टंकण लिपि (हिन्दी) विषय की परीक्षा 27 जून, कंठ संगीत/ नृत्य कत्थक/वाद्य संगीत विषय की परीक्षा 29 जून, मनोविज्ञान विषय की परीक्षा 30 जून को आयोजित होगी।
माध्यमिक (व्यावसायिक) की शेष रही परीक्षा 27 जून को आयोजित होगी। उच्च माध्यमिक (व्यावसायिक) की शेष रही परीक्षा 20 जून को आयोजित होगी। प्रवेशिका की शेष रही परीक्षाएं 27 से 30 जून के मध्य आयोजित होगी। वरिष्ठ उपाध्याय की परीक्षा 18 से 30 जून के मध्य आयोजित होगी।
---------------------------------------------12वीं की शेष रहीं गणित विषय की परीक्षा 18 जून, सूचना प्रौद्योगिकी और प्रोग्रामिंग विषय की परीक्षा 19 जून, भूगोल/व्यवसाय अध्ययन विषय की परीक्षा 22 जून, गृहविज्ञान विषय की परीक्षा 23 जून, चित्रकला विषय की परीक्षा बुधवार 24 जून, हिन्दी साहित्य, उर्दू साहित्य, सिन्धी साहित्य, गुजराती साहित्य, पंजाबी साहित्य, राजस्थानी साहित्य, फारसी, प्राकृत भाषा/टंकणलिपि (अंग्रेजी) विषय की परीक्षा 25 जून, संस्कृत साहित्य विषय की परीक्षा 26 जून, अंग्रेजी साहित्य/टंकण लिपि (हिन्दी) विषय की परीक्षा 27 जून, कंठ संगीत/ नृत्य कत्थक/वाद्य संगीत विषय की परीक्षा 29 जून, मनोविज्ञान विषय की परीक्षा 30 जून को आयोजित होगी।
माध्यमिक (व्यावसायिक) की शेष रही परीक्षा 27 जून को आयोजित होगी। उच्च माध्यमिक (व्यावसायिक) की शेष रही परीक्षा 20 जून को आयोजित होगी। प्रवेशिका की शेष रही परीक्षाएं 27 से 30 जून के मध्य आयोजित होगी। वरिष्ठ उपाध्याय की परीक्षा 18 से 30 जून के मध्य आयोजित होगी।
8.*M.Ed., B.Ed, Pre-B.Ed, B.P.Ed प्रवेश परीक्षाओं के लिए करें आवेदन*
सत्र 2020-21 के लिए द्विवर्षीय एम एड, एम. पी. एड., बी. पी. एड. पाठ्यक्रम एवं तीन वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी. एड. - एम. एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन 4 जून 2020 से 15 जुलाई 2020 तक आमंत्रित किए गए हैं।
राजस्थान राज्य में स्थित विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों/ संस्थानों में सत्र 2020-21 के लिए द्विवर्षीय एम एड, एम. पी. एड., बी. पी. एड. पाठ्यक्रम एवं तीन वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी. एड. - एम. एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु राज्य सरकार एवं एनसीटीई के नियमानुसार 23 अगस्त, 2020, रविवार, दोपहर दो बजे से 3.30/ 5.00 बजे तक होने वाली उपरोक्त पाठ्यक्रमों (सिवाय बी.पी.एड के) की प्रवेश परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन 4 जून 2020 से 15 जुलाई 2020 तक आमंत्रित किए गए हैं।
राजस्थान राज्य में स्थित विभिन्न शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालयों/ संस्थानों में सत्र 2020-21 के लिए द्विवर्षीय एम एड, एम. पी. एड., बी. पी. एड. पाठ्यक्रम एवं तीन वर्षीय इन्टीग्रेटेड बी. एड. - एम. एड. पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु राज्य सरकार एवं एनसीटीई के नियमानुसार 23 अगस्त, 2020, रविवार, दोपहर दो बजे से 3.30/ 5.00 बजे तक होने वाली उपरोक्त पाठ्यक्रमों (सिवाय बी.पी.एड के) की प्रवेश परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों से ऑनलाइन आवेदन 4 जून 2020 से 15 जुलाई 2020 तक आमंत्रित किए गए हैं।
*आवश्यक योग्यता*
एम.एड., एम.पी.एड., बी.पी.एड. एवं बी.एड.-एम.एड. पाठ्यक्रमों के प्रवेश हेतु राजस्थान सरकार व एनसीटीई द्वारा निर्धारित अहर्ताओं के अनुसार प्रवेश होगा एवं एम.पी.एड. व बी.पी.एड. पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षण भी उत्तीर्ण करना अनिवार्य है। ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई उपयुक्त प्रवेश परीक्षा की दिशा निर्देशिका में उल्लेखित न्यूनतम अहर्ता की पूर्ति करने वाले अभ्यर्थी ही आवेदन हेतु पात्र हैं।
*आरक्षण*
राजस्थान सरकार के नियमों एवं निर्देशानुसार आरक्षण लागू होगा।
*परीक्षा शुल्क*
अभ्यर्थी एम.एड. एवं बी.एड.-एम.एड. परीक्षा शुल्क राशि रुपए 500 तथा अभ्यर्थी बी.पी.एड. एवं एम.पी.एड. परीक्षा शुल्क राशि रू. 700 का भुगतान ऑनलाइन गेटवे के माध्यम से डेबिट कार्ड/ क्रेडिट कार्ड अथवा नेटबैंकिंग से कर सकेंगे तथा सफलतापूर्वक ऑनलाईन भुगतान के पश्चात अपने आवेदन पत्र की हार्ड कॉपी प्रिंट कर सकेंगे। परीक्षा शुल्क उपरोक्त माध्यम से ही स्वीकार होगा।
*आवेदन के लिए अभ्यर्थी*
Www.Pmet2020.Com (एम.एड.), Www.Pbmet2020.Com (बी.एड.-एम.एड.), Www.Pbped2020.Com (बी.पी.एड.) तथा Www.Pmped2020.Com (एम.पी.एड.) से उपरोक्त पाठ्यक्रमों के प्रवेश परीक्षा 2020 हेतु ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने की प्रक्रिया, परीक्षा का कार्यक्रम, विस्तृत दिशा-निर्देश यथा अर्हताएं, आरक्षण, परीक्षा शुल्क एवं अन्य सूचनाओं की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
---------------------------------------------9.*अब शिक्षादर्शन कराएगा पढ़ाई, आज से होगी शुरुआत*
*आज से टीवी पर भी होगी पढ़ाई शुरू, रेडियो के बाद अब टीवी से पढ़ेंगे विद्यार्थी, रोज तीन घंटे 15 मिनट का होगा शैक्षणिक प्रसारण*
जयपुर।
प्रदेशभर के विद्यार्थियों के अच्छी खबर है। खासकर राजस्थान सरकार के सरकारी स्कूल और माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से सम्बदृध स्कूलों के विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर है। अब इन विद्यार्थियों को रेडियो के बाद टीवी से भी पढ़ने का मौका मिलेगा। इस कार्यक्रम का नाम शिक्षादर्शन रखा गया है। अब 1 जून से विद्यार्थियों को इससे पढ़ने का मौका मिलेगा।
पढ़ेगा राजस्थान, बढ़ेगा राजस्थान और बच्चों देखो, ज्ञान बढ़ाओ, पढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ जैसे स्लोगन भी इसके लिए तैयार किए गए हैं। शिक्षा विभाग 1 जून से रोजाना 3 तीन घंटे 15 मिनट का शैक्षणिक प्रसारण का समय दूरदर्शन चैनल पर शुरू करने जा रहा है। इसमें हर क्लास का समय तय किया जाएगा।
मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी टवीट कर इसकी जानकारी दी है। शिक्षावाणी के बाद अब शिक्षादर्शन के नाम से इस कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। शिक्षावाणी कार्यक्रम में रेडियो के माध्यम से रोज 55 मिनट पढ़ाई कराई जा रही है तो शिक्षादर्शन पर विद्यार्थी टीवी के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे।
पढ़ेगा राजस्थान, बढ़ेगा राजस्थान और बच्चों देखो, ज्ञान बढ़ाओ, पढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ जैसे स्लोगन भी इसके लिए तैयार किए गए हैं। शिक्षा विभाग 1 जून से रोजाना 3 तीन घंटे 15 मिनट का शैक्षणिक प्रसारण का समय दूरदर्शन चैनल पर शुरू करने जा रहा है। इसमें हर क्लास का समय तय किया जाएगा।
मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने भी टवीट कर इसकी जानकारी दी है। शिक्षावाणी के बाद अब शिक्षादर्शन के नाम से इस कार्यक्रम की शुरुआत की जा रही है। शिक्षावाणी कार्यक्रम में रेडियो के माध्यम से रोज 55 मिनट पढ़ाई कराई जा रही है तो शिक्षादर्शन पर विद्यार्थी टीवी के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे।
*इन्हें मिलेगा फायदा*
प्रदेश के ऐसे बहुत से बच्चे हैं, जिनके पास नेट की व्यवस्था अब वे सीधे दूरदर्शन के माध्यम से पढ़ाई कर सकेंगे। शिक्षा विभाग ने इसके लिए अपने वीडियो कंटेंट तैयार कर लिए हैं।
---------------------------------------------10.*बोर्ड परीक्षा 2020: खत्म हुआ 20 लाख से अधिक विद्यार्थियों का इंतजार*
*-उच्च प्राथमिक स्कूल, सामुदायिक केन्द्र, महाविद्यालय तक को केन्द्र बनाने के मांगे प्रस्ताव*
*-बोर्ड परीक्षा की तैयारियां शुरू, सोशल डिस्टेंसिंग के चलते बनेंगे नए परीक्षा केन्द्र*
श्रीगंगानगर.
राज्य सरकार से 10वीं व 12वीं कक्षाओं के शेष बचे हुए विषयों की परीक्षाएं जून माह में आयोजित करवाने की हरी झंडी मिलने के बाद माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर ने इन परीक्षाओं के आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी है। इसके चलते माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने बैठक व्यवस्था, फर्नीचर व सोशल डिस्टेंसिंग को ध्यान में रखते हुए परीक्षा केंद्रों के निर्धारण संबंधी प्रस्ताव सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से मांगें हैं साथ ही बोर्ड ने माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षाओं की समय सारणी भी कल जारी कर दी है7 श्रीगंगानगर जिले में बोर्ड की परीक्षा में जिले के 53 हजार से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे। अब यह विद्यार्थी बोर्ड की परीक्षा की तैयारी में लग गए हैं।
*स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों की होगी पालना*
सोशल डिस्टेंसिंग की पालना में बोर्ड परीक्षा की तैयारी और केन्द्रों के प्रस्ताव को लेकर जिला शिक्षा अधिकारियों को दो अलग-अलग दिवसों में अजमेर बुलाया गया है। इसमें दो जून को 16 तथा तीन जून को 17 जिलों के अधिकारियों की बैठक रखी गई है। राज्य सरकार ने परीक्षा के दौरान समस्त तय प्रोटोकॉल व गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य सुरक्षा मानकों की सम्पूर्ण व्यवस्था किए जाने के निर्देश प्रदान किए हैं।
*बोर्ड परीक्षा नहीं होगी स्थगित*
बोर्ड परीक्षा में 20 लाख विद्यार्थियों के एक साथ परीक्षा देने पर कोरोना संक्रमण के खतरे को लेकर एक सामाजिक संस्था ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाकर बोर्ड परीक्षाओं के स्थगन की गुहार लगाई थी जिसे कल राजस्थान उच्च न्यायालय ने मना कर केन्द्र व राज्य सरकार की गाइडलाइन के अनुसार परीक्षा करवाने के निर्देश प्रदान किए हैं।
*30 जून तक चलेंगी परीक्षायें*
बोर्ड द्वारा जारी समय सारणी के अनुसार पहला पेपर 18 जून को 12वीं गणित का होगा जबकि दसवीं की परीक्षा 27 जून से प्रारम्भ होंगी समस्त परीक्षायें 30 जून को समाप्त होंगी परीक्षा का समय प्रात: 8.30 बजे से 11.45 बजे तक का रहेगा7
*फैक्ट फाइल*
-जिले में 10वीं परीक्षार्थी- 30007
-12वीं कक्षा के परीक्षार्थी- 23189
-12वीं कक्षा के परीक्षार्थी- 23189
*इन विषयों की परीक्षाएं होनी है*
12वीं कक्षा की भूगोल, मनोविज्ञान, गणित, आइटी, गृहविज्ञान, संस्कृत साहित्य, व्यवसाय अध्ययन, चित्रकला, अंग्रेजी साहित्य और कुछ अन्य विषयों की परीक्षाएं बाकी है।
*शेष माध्यमिक परीक्षाएं*
10वीं कक्षा की गणित, सामाजिक विज्ञान, आइटी, कृषि, ऑटोमोटिव और कुछ अन्य विषयों की परीक्षाएं शेष हैं।
अजमेर बोर्ड द्वारा 10वीं व 12वीं कक्षा के शेष विषयों की परीक्षाओं की समय सारणी जारी कर दी गई है उच्च माध्यमिक कक्षाओं की परीक्षा 18 जून से प्रारम्भ हैं सम्पूर्ण समय सारणी बोर्ड की अधिकृत वेबसाइट पर उपलब्ध है समय सारणी के अनुसार विद्यार्थी संबंधित विषयों की तैयारी अनवरत जारी रखें।
-भूपेश शर्मा, सहसंयोजक, जिला समान परीक्षा योजना माध्यमिक शिक्षा, श्रीगंगानगर
----------------------------------------------भूपेश शर्मा, सहसंयोजक, जिला समान परीक्षा योजना माध्यमिक शिक्षा, श्रीगंगानगर
11.*CSEET उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन classes आयोजित करेगा ICSI*
इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (Institute of Company Secretaries of India) (ICSI) सीएस कार्यकारी प्रवेश परीक्षा (CS Executive Entrance Test) (CSEET) देने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करेगा। कक्षाएं 1 जून से शुरू होंगी। संस्थान की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि ऑनलाइन CSEET कक्षाओं के शेड्यूल और लिंक CSEET के लिए रजिस्ट्रेशन करवा चुके स्टूडेंट्स को उनके ई-मेल आईडी पर भेज दिया जाएगा। ऑनलाइन कक्षाएं Business Communication, Current Affairs, Legal Aptitude and Logical Reasoning, Economic & Business Environment विषयों पर आयोजित की जाएंगी।
सीएस कार्यकारी परीक्षा (CS Executive exam) 28 मई को आयोजित होनी थी, लेकिन अब 17 जुलाई को आयोजित की जाएगी। उम्मीदवार 15 जून तक आवेदन कर सकते हैं। CSEET को इस वर्ष की शुरुआत में कार्यकारी कार्यक्रम में पंजीकरण के लिए अनिवार्य प्रवेश परीक्षा के रूप में प्रस्तावित किया गया था।
CSEET कंपनी सचिव पाठ्यक्रम में प्रवेश के इच्छुक छात्रों के विविध शैक्षणिक मानकों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया हैए ताकि मेधावी छात्रों को आकर्षित किया जा सके और कंपनी सचिव पेशे के लिए उनकी योग्यता का परीक्षण किया जा सके। संस्थान ने मौजूदा पाठ्यक्रम में कानून (Law), अर्थशास्त्र (economics) जैसे विषयों को शामिल करके पाठ्यक्रम में भारी बदलाव किया है।
---------------------------------------------CSEET कंपनी सचिव पाठ्यक्रम में प्रवेश के इच्छुक छात्रों के विविध शैक्षणिक मानकों को ध्यान में रखते हुए शुरू किया गया हैए ताकि मेधावी छात्रों को आकर्षित किया जा सके और कंपनी सचिव पेशे के लिए उनकी योग्यता का परीक्षण किया जा सके। संस्थान ने मौजूदा पाठ्यक्रम में कानून (Law), अर्थशास्त्र (economics) जैसे विषयों को शामिल करके पाठ्यक्रम में भारी बदलाव किया है।
12.*सरकार ने लिया बड़ा फैसला -फिर से खुलेंगे स्कूल-कॉलेज, जानिए क्या है नए प्रबंध*
नई दिल्ली: देशभर में फैले कोरोना वायरस की वजह से सरकार ने लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। बता दें कि 24 मार्च को शुरू हुए लॉकडाउन से सभी स्कूल कॉलेज बंद कर दिए थे और जिसके चलते छात्र की ऑनलाइन माध्यमों से पढ़ाने की कोशिशें जारी हैं। ग्रह मंत्रालय ने लॉकडाउन 5.0 के लिए नई गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं। इसके तहत पहले फेज में स्कूल-काॅलेज, कोचिंग सहित अन्य शैक्षणिक संस्थानों को फिलहाल खोलने की अनुमति नहीं दी गई है। मंत्रालय ने इस बारे में कहा कहा है कि सभी शिक्षण संस्थान खुल सकेंगे लेकिन इनके बारे में राज्य सरकारों से सलाह लेने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा।
*जुलाई में खुलेंगे स्कूल-कॉलेज*
सरकार ने फिलहाल पांचवे चरण का लॉकडाउन लागू कर दिया है. लेकिन इसमें कुछ रियायतें भी दी गई हैं. सरकार जारी लॉकडाउन को धीरे-धीरे तीन चरणों मे खत्म करना चाहती है इसलिए सरकार का फैसला है कि इसके दूसरे चरण में राज्य सरकारों और संघ शासित प्रदेशों से सलाह लेने के बाद जुलाई महीने में स्कूल-कॉलेज, कोचिंग इन्स्टीट्यूट व दूसरे शैक्षणिक संस्थान खोले जा सकते हैं।
सरकार ने फिलहाल पांचवे चरण का लॉकडाउन लागू कर दिया है. लेकिन इसमें कुछ रियायतें भी दी गई हैं. सरकार जारी लॉकडाउन को धीरे-धीरे तीन चरणों मे खत्म करना चाहती है इसलिए सरकार का फैसला है कि इसके दूसरे चरण में राज्य सरकारों और संघ शासित प्रदेशों से सलाह लेने के बाद जुलाई महीने में स्कूल-कॉलेज, कोचिंग इन्स्टीट्यूट व दूसरे शैक्षणिक संस्थान खोले जा सकते हैं।
राज्य सरकारों को इसके लिए कहा गया है कि वे स्कूल-कॉलेजों को खोलने के पहले पैरेंट्स व दूसरे संस्थानों से सलाह ज़रूर लें. हालांकि, कंटेनमेंट ज़ोन में 30 जून तक स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी।
*ये है जरूरी गाइडलाइन्स*
हाल ही में सीबीएसई बोर्ड ने भी बची हुई परीक्षा करवाने के लिए गाइडलाइन जारी की। इसके तहत छात्रों को अपने स्कूलों में ही परीक्षा देनी थी लेकिन बाद में छात्रों की परेशानियों को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने घोषणा की कि छात्र अपने गृह जिले में ही परीक्षा दे पाएंगे, क्योंकि कुछ छात्र पढ़ने के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं और लॉकडाउन के बाद वे अपने घर वापस लौट गए थे।
हाल ही में सीबीएसई बोर्ड ने भी बची हुई परीक्षा करवाने के लिए गाइडलाइन जारी की। इसके तहत छात्रों को अपने स्कूलों में ही परीक्षा देनी थी लेकिन बाद में छात्रों की परेशानियों को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने घोषणा की कि छात्र अपने गृह जिले में ही परीक्षा दे पाएंगे, क्योंकि कुछ छात्र पढ़ने के लिए एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं और लॉकडाउन के बाद वे अपने घर वापस लौट गए थे।
*तीन फेस*
-पहले चरण में रेड जोन को छोड़कर सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट खोले जाएंगे।
-दूसरे फेज में स्कूल-कॉलेज
-तीसरे फेज में इंटरनेशनल फ्लाइटों, मेट्रो रेल सेवाओं, सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इनके जैसी बाकी जगहों को आम लोगों के लिए खोलने जाने की बात कही गई है।
----------------------------------------------पहले चरण में रेड जोन को छोड़कर सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट खोले जाएंगे।
-दूसरे फेज में स्कूल-कॉलेज
-तीसरे फेज में इंटरनेशनल फ्लाइटों, मेट्रो रेल सेवाओं, सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, एंटरटेनमेंट पार्क, थिएटर, बार, ऑडिटोरियम, असेंबली हॉल और इनके जैसी बाकी जगहों को आम लोगों के लिए खोलने जाने की बात कही गई है।
13.*मिसाल : सीए-सीएस इंस्टीट्यूट ने 50% तक कम की फीस, क्या दूसरे संस्थान भी आएंगे आगे?*
जयपुर. कोरोना के कारण अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती को देखते हुए सीए और सीएस संस्थान ने बच्चों को फीस में राहत देते हुए मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाए हैं। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आइसीएआइ) और इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरी ऑफ इंडिया (आइसीएसआइ) ने कई कोर्सेज की फीस 50 प्रतिशत तक कम कर एक मिसाल पेश की है। आर्थिक संकट के दौर में अब मदद के हाथ आगे बढ़ाने की दूसरे संस्थानों की बारी है। वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए स्कूल-कॉलेज अगर फीस में कुछ रियायत देते हैं, तो इससे पैरेंट्स की बड़ी मदद होगी। हालांकि शहर के अधिकतर शिक्षण संस्थानों का कहना है कि वे इस साल फीस में बढ़ोतरी नहीं करेंगे। लेकिन अभिभावक फीस में कुछ छूट की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
*आइएमसीएस और एडवांस आइटीटी की वर्चुअल ट्रेनिंग*
आइसीएआइ की सेंट्रल काउंसिल के सदस्य सीए प्रकाश शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के कारण पूरा विश्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हमारे यहां भी लाखों लोगों के रोजगार पर संकट पैदा हो गया है। ऐसे में हमने स्टूडेंट्स को फीस में राहत देने का निर्णय लिया है। हाल ही में शुरू की गई वर्चुअल आइएमसीएस और एडवांस आइटीटी ट्रेनिंग प्रोग्राम की 12 हजार से घटाकर 7 हजार रुपए कर दी गई है। वहीं सीए सदस्यों के लिए कॉनकरंट बैंक ऑडिट, फॉरेंसिक ऑडिट, वैल्यूएशन कोर्स ऑफ फाइनेंशियल सिक्योरिटी जैसे करीब 15 ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस में भी 30 फीसदी की कटौती की गई है। इंस्टीट्यूट ने 100 करोड़ रुपए का कॉपर्स फंड बनाया है, जिससे जरूरतमंद मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
*तीन जून से शुरू होगा फाउंडेशन कोर्स*
आइसीएआइ जयपुर चैप्टर के चेयरमैन सीए अनिल कुमार यादव ने बताया कि सीए स्टूडेंट्स के लिए हम 3 जून से फाउंडेशन कोर्स की ऑनलाइन क्लास शुरू कर रहे हैं। पिछली बार तक इसकी फीस 11 हजार रुपए थी, वहीं इस साल फीस सिर्फ पांच हजार रुपए ही रखी गई है। प्राइवेट इंस्टीट्यूट में फाउंडेशन कोर्स की फीस 40 से 50 हजार रुपए तक ली जाती है। इस कोर्स को जयपुर चैप्टर के साथ ही देश के किसी भी कोने से बच्चे जॉइन कर सकते हैं। जल्द ही इंटरमीडिएट और फाइनल के स्टूडेंट्स के लिए भी कोर्स शुरू करने जा रहे हैं।
*फीस में कटौती के साथ फ्री कोर्स*
आइसीएसआइ के नेशनल प्रेसिडेंट सीएस आशीष गर्ग ने बताया कि आर्थिक मंदी की इस घड़ी में हमें एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इंस्टीट्यूट ने कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए फीस में कटौती करने के साथ कुछ कोर्स फ्री भी शुरू किए हैं। हमने एमएसओपी ट्रेनिंग को ऑनलाइन कर दिया है। पंद्रह दिन के इस फाइनल ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस साढ़े सात हजार से लेकर करीब 25 हजार तक थी। वहीं अब एमएसओपी ट्रेनिंग की फीस साढ़े तीन हजार रुपए कर दी गई है। जयपुर चैप्टर में इसकी फीस करीब साढ़े सात हजार रुपए थी, वहीं मुबई चैप्टर में करीब 25 हजार रुपए। अब पूरे देश में एमएसओपी की फीस 3800 रुपए कर दी गई है। साथ ही जुलाई में एग्जाम देने वाले देशभर के करीब 75 हजार स्टूडेंट्स के लिए संस्थान की ओर से ऑनलाइन फ्री क्रैश कोर्स शुरू किया गया है। ये क्रैश कोर्स कोई भी स्टूडेंट जॉइन कर सकता है। फाउंडेशन, एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल कोर्स के स्टूडेंट्स के लिए क्रैश कोर्स 3 जुलाई तक आयोजित किए जाएंगे। पिछले साल तक इन कोर्सेज की हर चैप्टर फीस लेता था।
*रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स अब ऑनलाइन*
आइसीएसआइ (आरवीओ) के प्रेसिडेंट सीएस श्याम अग्रवाल के अनुसार रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स की फीस भी 20 हजार से घटाकर साढ़े नौ हजार कर दी है। पचास घंटे का ट्रेनिंग प्रोग्राम ‘रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स’ पहले ऑफलाइन होता था। लॉकडाउन के चलते इसे ऑनलाइन कर दिया गया है। अब तक चार ट्रेनिंग सेशन में करीब 500 मेंबर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
---------------------------------------------*आइएमसीएस और एडवांस आइटीटी की वर्चुअल ट्रेनिंग*
आइसीएआइ की सेंट्रल काउंसिल के सदस्य सीए प्रकाश शर्मा ने बताया कि कोविड-19 के कारण पूरा विश्व आर्थिक संकट से गुजर रहा है। हमारे यहां भी लाखों लोगों के रोजगार पर संकट पैदा हो गया है। ऐसे में हमने स्टूडेंट्स को फीस में राहत देने का निर्णय लिया है। हाल ही में शुरू की गई वर्चुअल आइएमसीएस और एडवांस आइटीटी ट्रेनिंग प्रोग्राम की 12 हजार से घटाकर 7 हजार रुपए कर दी गई है। वहीं सीए सदस्यों के लिए कॉनकरंट बैंक ऑडिट, फॉरेंसिक ऑडिट, वैल्यूएशन कोर्स ऑफ फाइनेंशियल सिक्योरिटी जैसे करीब 15 ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस में भी 30 फीसदी की कटौती की गई है। इंस्टीट्यूट ने 100 करोड़ रुपए का कॉपर्स फंड बनाया है, जिससे जरूरतमंद मेधावी छात्रों को स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी।
*तीन जून से शुरू होगा फाउंडेशन कोर्स*
आइसीएआइ जयपुर चैप्टर के चेयरमैन सीए अनिल कुमार यादव ने बताया कि सीए स्टूडेंट्स के लिए हम 3 जून से फाउंडेशन कोर्स की ऑनलाइन क्लास शुरू कर रहे हैं। पिछली बार तक इसकी फीस 11 हजार रुपए थी, वहीं इस साल फीस सिर्फ पांच हजार रुपए ही रखी गई है। प्राइवेट इंस्टीट्यूट में फाउंडेशन कोर्स की फीस 40 से 50 हजार रुपए तक ली जाती है। इस कोर्स को जयपुर चैप्टर के साथ ही देश के किसी भी कोने से बच्चे जॉइन कर सकते हैं। जल्द ही इंटरमीडिएट और फाइनल के स्टूडेंट्स के लिए भी कोर्स शुरू करने जा रहे हैं।
*फीस में कटौती के साथ फ्री कोर्स*
आइसीएसआइ के नेशनल प्रेसिडेंट सीएस आशीष गर्ग ने बताया कि आर्थिक मंदी की इस घड़ी में हमें एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। इंस्टीट्यूट ने कोरोना संकट को ध्यान में रखते हुए फीस में कटौती करने के साथ कुछ कोर्स फ्री भी शुरू किए हैं। हमने एमएसओपी ट्रेनिंग को ऑनलाइन कर दिया है। पंद्रह दिन के इस फाइनल ट्रेनिंग प्रोग्राम की फीस साढ़े सात हजार से लेकर करीब 25 हजार तक थी। वहीं अब एमएसओपी ट्रेनिंग की फीस साढ़े तीन हजार रुपए कर दी गई है। जयपुर चैप्टर में इसकी फीस करीब साढ़े सात हजार रुपए थी, वहीं मुबई चैप्टर में करीब 25 हजार रुपए। अब पूरे देश में एमएसओपी की फीस 3800 रुपए कर दी गई है। साथ ही जुलाई में एग्जाम देने वाले देशभर के करीब 75 हजार स्टूडेंट्स के लिए संस्थान की ओर से ऑनलाइन फ्री क्रैश कोर्स शुरू किया गया है। ये क्रैश कोर्स कोई भी स्टूडेंट जॉइन कर सकता है। फाउंडेशन, एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशनल कोर्स के स्टूडेंट्स के लिए क्रैश कोर्स 3 जुलाई तक आयोजित किए जाएंगे। पिछले साल तक इन कोर्सेज की हर चैप्टर फीस लेता था।
*रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स अब ऑनलाइन*
आइसीएसआइ (आरवीओ) के प्रेसिडेंट सीएस श्याम अग्रवाल के अनुसार रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स की फीस भी 20 हजार से घटाकर साढ़े नौ हजार कर दी है। पचास घंटे का ट्रेनिंग प्रोग्राम ‘रजिस्टर्ड वैल्यूअर कोर्स’ पहले ऑफलाइन होता था। लॉकडाउन के चलते इसे ऑनलाइन कर दिया गया है। अब तक चार ट्रेनिंग सेशन में करीब 500 मेंबर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है।
14.*बाड़मेर की बेटी ने प्रदेश में फहराया परचम, रही प्रथम*
बाड़मेर की बेटी ने प्रदेश में फहराया परचम, रही प्रथम
बाड़मेर की बेटी ने प्रदेश में फहराया परचम, रही प्रथम
बाड़मेर की बेटी ने प्रदेश में फहराया परचम, रही प्रथम
बाड़मेर. एमएचआरडी योजना के तहत राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उदयपुर की ओर से आयोजित एनएमएमएस परीक्षा 2020 में बाड़मेर जिले की बायतु तहसील के राउप्रावि धारासर बायतु भीमजी की कक्षा आठ की छात्रा पूनम पुत्री करनाराम जाणी ने राजस्थान में प्रथम स्थान प्राप्त किया। इस परीक्षा में 38658 विद्यार्थियों ने भाग लिया जिसमे से 5471 विद्यार्थियों का चयन हुआ। इस विद्यालय के 6 विद्यार्थियों का चयन हुआ। संस्था प्रधान हीराराम चौधरी ने बताया कि छात्रा पूनम शुरू से ही होनहार रही है। पिता करनाराम ने कहा कि उनकी पुत्री पढने में होशियार है। हम दूर दराज की ढाणीयो में निवास करने के कारण इसकी उपलब्धि के बारे में जानकारी देर से ही मिली। दादा गोकलाराम जाणी ने बताया कि आज उनको अपनी पोती की इस योग्यता पर गर्व है। चार साल तक मिलेगी छात्रवृत्ति- इस परीक्षा में चयनित होने वाले छात्रों को सरकार चार साल तक प्रतिवर्ष 12000 रुपए के हिसाब से छात्रवृत्ति देगी। पूनम ने कच्चे झोंपड़ों में रहकर मेहनत कर यह मुकाम हासिल किया। शिक्षा मंत्री समेत नेताओं ने दी बधाई - प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने ट्वीट कर छात्रा पूनम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। वहीं प्रदेश के राजस्व मंत्री व स्थानीय विधायक हरीश चौधरी, केंद्रीय कृषि एवं कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने भी छात्रा को बधाई देकर उनकी उपलब्धि पर गर्व जताया। प्रधानाध्यापक हीराराम चौधरी, शिक्षिका संतोष, मनीषा व विमला ने उनके घर पहुंच कर बधाई दी।
---------------------------------------------15.
---------------------------------------------
16.
---------------------------------------------
0 Comments