नई दिल्ली।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री (एचआरडी) रमेश पोखरियाल निशंक ने फेसबुक लाइव के माध्यम से उच्च शिक्षा संस्थानों को संबोधित किया। मंत्री के साथ लाइव में 45,000 उच्च शिक्षा संस्थान जुड़े।इस वेबिनार का आयोजन NAAC द्वारा किया गया। बता दें कि इससे पहले भी मंत्री माता-पिता, छात्रों और शिक्षकों के साथ लाइव सत्र आयोजित कर चुके हैं। लाइव के माध्यम से मंत्री ने सीबीएसई के साथ नीट और जेईई जैसी बड़ी परीक्षाओं की तिथियों को जारी किया है। आगे पढ़ें हाइलाइट्स...
*लाइव में क्या कहा मंत्री ने-*
मंत्री ने बताया कि यूजीसी के माध्यम से तय किया जाएगा कि भारत के किन 100 विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन लर्निंग प्लेटफॉर्म 'स्वयम्' बन गया है। लेकिन कुछ ऐसे छात्र भी हैं जिनके पास मोबाइल, लैपटॉप, इंटरनेट आदि की सुविधा नहीं है,उनके लिए स्वम्प्रभा चैनल शुरू किया है। टीवी पर यह चैनल 24 घंटे अलग-अलग विषयों की पढ़ाई करवाता है।
बताया कि टीवी के अलावा शैक्षणिक कार्यक्रमों का प्रसारण रेडियो पर भी किया जा रहा है। भर्तियों के विषय में जानकारी देते हुए मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्यों में रिक्त पदों को भरने की कोशिश की जा रही हैं। इसके लिए केंद्रों से 12 हजार और राज्यों से 30 हजार विज्ञापनों के माध्यम से भर्ती प्रक्रिया चल रही है। 7.5 लाख छात्र जो पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे थे, वे भारत में ही रहकर अपना भविष्य बनाएंगे।
इसके अलावा एचआरडी मंत्री ने कहा कि विदेशी छात्र भारत आकर पढ़ाई करेंगे और भारतीय शिक्षक विदेशी देशों में पढ़ाने की मांग करेंगे। भारतीय छात्र बेहतर शोध कर खुद को साबित कर रहे हैं। हमें उन पर और उनकी मेहनत पर गर्व है। मास्क से लेकर कोरोनावायरस के परीक्षण किट, पोर्टेबल वेंटिलेटर तक छात्रों ने बनाया है। रोडमैप तैयार करने के लिए यूजीसी में टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यदि परिस्थिति सामान्य रहेगी तो कॉलेजों में जुलाई माह में परीक्षाएं आयोजित होंगी।
मंत्री ने छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कहा है कि परिस्थिति सामान्य न होने पर प्रमोट किया जाएगा। छात्रों का प्रमोशन आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर होगा। अंतिम ईयर की परीक्षा आयोजित की जाएगी लेकिन कब, ये फैसला परिस्थिति पर आधारित है। जल्द ही देश में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए एक नया कार्यक्रम शुरू किया जाएगा। पीएमआरएफ पहले से ही इन मुद्दों पर काम कर रहा है। हमारे एनआईटी और आईआईटी ने देश की मदद करने के लिए विभिन्न तकनीकों पर काम किया है और यह सराहनीय है।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने उन हजारों शिक्षकों और प्रोफेसरों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस समय छात्रों की मदद करने के लिए अथक परिश्रम किया है। राष्ट्र भर के संस्थानों को क्वारंटीन केंद्रों में परिवर्तित किया जा रहा है। कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ने के लिए जो संस्थान आगे आया है, हम इन संस्थानों का धन्यवाद करते हैं। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक 600 से अधिक संस्थानों को क्वारंटीन केंद्रों में बदल दिया गया है। लाइव में मंत्री ने नई शिक्षा नीति की भी बात कही। नई शिक्षा नीति विज्ञान और तकनीक पर आधारित होगी। ये नीति देश की सांस्कृतिक विरासत पर आधारित होगी। इससे एक नए भारत के निर्माण का होगा।
---------------------------------------------2. *प्री-वेटरनरी टेस्ट 9 अगस्त को*
बीकानेर।
वेटरनरी विश्वविद्यालय के पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान स्नातक पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में प्रवेश के लिए राजस्थान प्री.वेटरनरी टेस्ट के ऑनलाइन आवेदन 5 जून तक जमा करवाए जा सकते हैं। राजस्थान प्री.वेटरनरी टेस्ट के संयोजक प्रोफेसर हेमन्त दाधीच ने बताया कि विश्वविद्यालय के संघटक तथा संबद्ध महाविद्यालयों में यह पाठ्यक्रम वर्ष 2020 21 में प्रवेश के लिए आरपीवीटी आगामी 9 अगस्त 2020 को जयपुर और बीकानेर केन्द्रों पर सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित की जाएगी।
इस प्रवेश परीक्षा के लिए विस्तृत जानकारी एवं ऑनलाइन आवेदन विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं। टेस्ट में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी को राजस्थान का मूल निवासी और आयु 31 दिसम्बर, 2020 तक न्यूनतम 17 वर्ष होनी चाहिए। आवेदक को सीनियर हायर सैकेण्डरी जीव विज्ञान, बायोटेक्नालॉजी से उत्तीर्ण होना आवश्यक है। जो अभ्यर्थी इस वर्ष सीनियर सैकेण्डरी परीक्षा में शामिल हुए है एवं उनका परीक्षा परिणाम शेष हैं, वे भी इस टेस्ट के लिए आवेदन कर सकते हैं।
---------------------------------------------3. *HRD Minister: अंतिम वर्ष की होगी परीक्षा, प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों को करेंगे Promote*
नई दिल्ली।
देशभर के विश्वविद्यालयों के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी, अन्य को उनके आंतरिक अंकों और पिछले वर्ष के परिणाम के आधार पर promote किया जाएगा। यह बात बुधवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने 45,000 से अधिक उच्च शिक्षा संस्थानों और उनके प्रमुखों के साथ लाइव 'वेबिनार' में कही।
इस दौरान निशंक ने कहा कि इसके अलावा, विश्वविद्यालय पहले और दूसरे वर्ष के छात्रों के लिए उनकी पिछली परीक्षाओं और इस वर्ष के आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर परिणाम घोषित करेंगे। विश्वविद्यालय अपने पिछले परीक्षा के 50% अंकों के औसत पर विचार करेगा। इस सेमेस्टर के आंतरिक मूल्यांकन में 50% अंक होंगे।
*पिछले वर्ष का होगा मूल्यांकन*
मंत्री ने कहा कि प्रथम वर्ष के छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर पदोन्नत किया जाएगा जबकि दूसरे वर्ष के छात्रों को वर्तमान वर्ष के आंतरिक मूल्यांकन (50%) और पिछले वर्ष के 50% अंकों के आधार पर अंक प्रदान किया जाएगा। यह व्यवस्था केवल उन क्षेत्रों के लिए प्रभावी होगी। जहां परीक्षा आयोजित करना छात्रों की सुरक्षा पर विचार करना मुश्किल होगा।
*4,70,000 ने जेईई मेन और एनईईटी अभ्यास के लिए ऐप डाउनलोड किया*
लॉकडाउन अवधि का उपयोग करने पर एचआरडी मंत्री ने कहा कि लगभग 4,70,000 ने जेईई मेन और एनईईटी अभ्यास के लिए ऐप डाउनलोड किया है। जैसे-जैसे समय बदला है, सरकार अब ऑनलाइन शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रही है। और हम अपनी शिक्षा को इंटरनेट और प्रसारण चैनलों (स्वंय प्रभा) पर लाने में कामयाब रहे। करोड़ों छात्रों ने दीक्षा और पीपाशाला का उपयोग किया है। मंत्री ने कहा कि Swayam अब अपनी तरह का दुनिया का सबसे बड़ा मंच है।
---------------------------------------------4. *एईएन, जेईएन भर्ती के पाठ्यक्रम और पैटर्न में बदलाव की मांग*
- ट्विटर पर चलाया अभियान....
जयपुर।
विद्युत विभाग द्वारा आयोजित की जाने वाली आरएससईबी एईएन और जेईएन भर्ती 2020 के पाठ्यक्रम में परिवर्तन और पांच डिस्कॉम में एक समान मेरिट की मांग को लेकर बेरोजगारों ने ट्विटर पर अभियान चलाया। साथ ही मांग की कि भर्ती में 2016 से प्रचलित विवादित बैंकिंग पाठ्यक्रम व चयन प्रणाली को हटाकर उसकी जगह 2013 में आयोजित परीक्षा की तर्ज पर पैटर्न लागू किया जाए। इसमें 70 प्रतिशत भारांक इंजीनियरिंग विषय और 30 प्रतिशत राजस्थान सामान्य ज्ञान का रखा जाए।
*परिणाम जारी करे आरपीएससी*
साथ ही बेरोजगारों ने आरपीएससी की ओर से एईएन 2018 परीक्षा का परिणाम जारी करने की मांग की। इसे लेकर अभ्यर्थियों ने आरपीएससीएईएन 2018 रिजल्ट हैशटैग से ट्वीटर पर अभियान चलाया। सुबह यह ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा।
*REET 2016 में नियुक्ति देने की मांग*
रीट 2016 लेवल 2 अंग्रेजी विषय की नियुक्ति को लेकर उम्मीदवारों ने ट्विटर पर ट्रेंड चलाकर सरकार से नियुक्ति देने की मांग की। उम्मीदवारों ने 1 लाख 26 हजार से ज्यादा ट्वीट किए। अभ्यर्थियों का कहना है कि भर्ती कोर्ट में लंबित भी नहीं है, कोर्ट द्वारा आदेश भी दिया जा चुका है फिर सरकार वेटिंग लिस्ट जारी नहीं कर रही।
---------------------------------------------5. *अंतिम वर्ष ऑनलाइन या ऑफलाइन परीक्षा करा सकता है आरटीयू*
अंतिम सेमेस्टर/अंतिम वर्ष की परीक्षाएं होनी हैं कॉलेज में....
अजमेर।
इंजीनियरिंग कॉलेज में अंतिम सेमेस्टर/अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन कराई जा सकती हैं। राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण की स्थिति के अनुसार फैसला लेगा। बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (रीप) में तब्दीली होगी। सरकार और तकनीकी शिक्षा विभाग प्रवेश योजना तैयार कर जारी करेंगे।
राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेज में राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (रीप) से प्रवेश होते हैं। मौजूदा नियमानुसार जेईई मेंस परीक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थियों को वरीयता सूची के अनुसार कॉलेज और ब्रांच आवंटित की जाती है। कोरोना लॉकडाउन के चलते 14 मई को तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बोर्ड ऑफ गवनर्स की ऑनलाइन बैठक ली थी। इसका कार्यवृत्त (मिनिट्स) जारी हो गए हैं।
*जारी होगी प्रवेश योजना*
बारहवीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रवेश देने के लिए राजस्थान इंजीनियरिंग एडमिशन प्रोसेस (रीप) में संशोधन जरूरी है। सरकार और तकनीकी शिक्षा विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। संशोधित योजना जारी होने के बाद विद्यार्थियों को दाखिले मिलेंगे। इंजीनियरिंग कॉलेज की परीक्षाएं
बी.टेक, एम.टेक, एमबीए, एमसीए के अंतिम सेमेस्टर/अंतिम वर्ष की परीक्षाएं बकाया हैं।
राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय इनकी परीक्षाएं जुलाई में कराएगा। परीक्षाओं के 15 दिन बाद परिणाम जारी किया जाएगा। अन्य सेमेस्टर में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पदोन्नत करने अथवा परीक्षाएं बाद में कराई जा सकती हैं। पॉलीटेक्निक कॉलेज की परीक्षाएं
पॉलीटेक्निक कॉलेज में तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों के तीसरे टेस्ट बकाया हैं। इनकी परीक्षाएं भी जुलाई में कराई जाएंगी। औद्योगिक ट्रेनिंग शीतकालीन अवकाश में कराई जा सकती है।
इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं ऑनलाइन या ऑफलाइन कराई जा सकती हैं। अन्य सेमेस्टर की परीक्षाओं पर परिस्थितियों के अनुसार फैसला लेंगे।
प्रो. आर. ए. गुप्ता, कुलपति राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय
---------------------------------------------6. *ऑनलाइन पढ़ाई: साइबर खतरों के चलते अभिभावकों और विद्यार्थियों के लिए बोर्ड की चेतावनी*
*—इंटरनेट प्रयोग से लेकर रिवेंज पोर्नोग्राफी तक किया आगाह, सीबीएसइ की जारी हैंडबुक का करें उपयोग*
श्रीगंगनगर.
कोरोना महामारी की वजह से देशभर में शिक्षण व्यवस्था पूरी तरह से ऑनलाइन हो रही है। अभिभावक जिस मोबाइल को हाथ लगाने से ही बच्चों को रोका करते थे, उसी मोबाइल पर अध्ययन का सारा दारोमदार आ गया है। यहां तक की अभिभावकों और शिक्षकों की भी अध्ययन, नोट्स व टेस्ट के लिए मोबाइल पर निर्भरता बढ़ गई है। मोबाइल के इस बढ़ते उपयोगों को देखते हुए सीबीएसइ ने विद्यार्थियों को ऑनलाइन अध्ययन के समय में तमाम खतरों से बचने के लिए एक गाइड लाइन जारी की है। इसमें डिजिटल नागरिकता के नौ आयामों डिजिटल पहुंच, साक्षरता, संवाद, शिष्टाचार, स्वास्थ्य, कुशलक्षेम, अधिकार, स्वतंत्रता तथा जवाबदेही और कानून को शामिल किया है।
*इन खतरों से रहें सावधान, सजगता से करें पढ़ाई*
1.साइबर बुलिंग
सुरक्षा मैनुअल में कहा है कि साइबर बुलिंग साइबर खतरों में से एक है जिनका सामना विद्यार्थी कर रहे हैं। इसमें इंटरनेट या मोबाइल टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके अशुद्ध, घटिया, तकलीफदेह, संदेश या इमेल भेजकर किसी को जानबूझकर तंग किया जाता है। इससे बचने के लिए विद्यार्थी केवल उन्हीं लोगों को ऑनलाइन जोड़े जिन्हें वे ऑफलाइन जानते हैं।
2. साइबर ग्रुमिंग
साइबर ग्रूमिंग एक बढ़ता साइबर थ्रेट है जो किशोरावस्था के विद्यार्थियों को अधिक प्रभावित करता है। इसमें अपराधी की ओर से जाली अकाउंट बनाकर बच्चे जैसा व्यवहार करता है तथा शोषण या यौन उत्पीडऩ के उद्देश्य से विद्यार्थियों के साथ भावनात्मक संबंध स्थापित किए जाते हैं।
3. रिवेंज पोर्नोग्राफी से सतर्कता
सीबीएसइ की जारी हैंडबुक में कहा गया है कि 14 साल से 18 साल के किशोर विद्यार्थी इसके सबसे बड़े शिकार होते हैं और इसी आयु वर्ग के टीनेजर्स इस काम को सबसे ज्यादा अंजाम देते हैं। इसमें बताया है कि कोई भी व्यक्ति ईष्र्या में, संबंधों को तोड़ लेने पर या बात न करने पर भी ऐसा कर सकता है।
4.ऑनलाइन खेलों से नुकसान
अक्सर देखा जा रहा है कि विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ-साथ खेल भी ऑनलाइन शुरू कर रखे हैं। ऑनलाइन खेल डाउनलोड करने के साथ स्पैम, वायरस, द्वेषपूर्ण सॉफ्टवेयर साथ में डाउनलोड हो जाते हैं जो कि विद्यार्थियों के कंप्यूटर, मोबाइल फोन या गेमिंग कंसोल को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करते हैं। इसलिए बोर्ड ने कहा है कि भूलकर भी अवैध गेम और सॉफ्टवेयर इंस्टॉल नहीं करने चाहिए।
*अभिभावकों की भी रहेगी भूमिका*
1. मोबाइल व लेपटॉप पर पढ़ाई अपनी देखरेख में करवाएं।
2. मोबाइल की बैकअप हिस्ट्री से गतिविधियों पर नजर रखें।
3. मोबाइल डाटा चोरी व अन्य हानि से बचने के लिए पढ़ाई के अलावा डाटा बर्बादी पर पाबंदी लगाएं।
4.सोशल मीडिया पर विशेष सावधानी बरतें, बच्चे की ओर से शेयर करने वाली जानकारी और सूचनाओं से अवगत रहें।
*फैक्ट फाइल*
-जिले में कुल विद्यालय-3019
-प्रा.व उ.प्रा. स्तर के विद्यार्थी- 291284
-मा.व उ.मा.स्तर के विद्यार्थी- 117542
-जिले में कुल विद्यार्थी-408826
.............
वर्तमान में ऑनलाइन शिक्षण के लिए विद्यार्थी डिजिटल प्लेटफार्म का अधिक प्रयोग कर रहें हैं। मोबाइल, इंटरनेट, सर्च इंजन, वेबसाइट आदि के इस्तेमाल की पूरी जानकारी के अभाव में बच्चे साइबर खतरों को बुलावा न दें। इसके लिए पढ़ाई के साथ-साथ विद्यार्थियों और अभिभावकों का बिना डरे सतर्क व सजग रहना बेहद जरूरी है। सीबीएसइ ने साइबर सुरक्षा मैनुअल सभी विद्यार्थियों के लिए लाभदायक है।
-भूपेश शर्मा, सहसंयोजक, विद्यार्थी सेवा केंद्र माध्यमिक शिक्षा, श्रीगंगानगर
---------------------------------------------7. *लॉकडाउन इफेक्ट / इग्नू ने फिर बढ़ाई असाइनमेंट सबमिशन की डेट, अब 15 जून तक ऑनलाइन असाइनमेंट जमा कर सकते हैं स्टूडेंट्स*
*इससे पहले, असाइनमेंट जमा करने की 31 मई थी, जिसे लॉकडाउन के चलते बढ़ा दिया है*
*पहले आओ पहले पाओ के आधार पर बांटे जाएंगे परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर्स*
दैनिक भास्कर
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के बढ़ते मामलों के कारण इंदिरा गांधी नेशनल ओपन विश्वविद्यालय (इग्नू) ने एक बार फिर जून टर्म एंड एग्जामिनेशन (टीईई) 2020 के लिए असाइनमेंट जमा करने की आखिरी तारीख को बढ़ा दिया है। अब स्टूडेंट्स 15 जून तक अपने असाइनमेंट ऑनलाइन सबमिट कर सकते हैं।
*15 जून कर करें जमा*
इस बारे में इग्नू ने ऑफिशियल वेबसाइट पर एक नोटिफिकेशन जारी कर जानकरी दी कि जून टीईई 2020 के लिए असाइनमेंट ऑनलाइन सबमिट करने की आखिरी तारीख 15 जून, 2020 कर दी गई है। इससे पहले, असाइनमेंट जमा करने की 31 मई 2020 थी। दरअसल, लॉकडाउन की बढ़ी अवधि के मद्देनजर तारीख बढ़ाने का फैसला लिया है।
*टर्म एंड एग्जाम भी स्थगित*
उम्मीदवार अपने असाइनमेंट ईमेल के जरिए ऑनलाइन जमा कर सकते हैं। वहीं, मौजूदा हालात को देखते हुए जून में होने वाली टर्म एंड एग्जाम भी स्थगित कर दिया है। परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर्स पहले आओ पहले पाओ के आधार पर बांटे जाएंगे। देशभर में कोरोनावायरस के कारण अधिकांश विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं और कक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं।
---------------------------------------------8. *टोंक में 91 हजार बच्चे ऑन लाइन कर रहे पढ़ाईं*
*जिले में स्कूल 1381: कक्षा एक से बारह तक के बच्चे जुड़े*
टोंक.
कोरोना महामारी के चलते लगे लॉक डाउन से शिक्षा के क्षेत्र में संचार क्रांति का प्रवेश हो गया है। शिक्षा विभाग की ओर से शुरू की गई ऑन लाइन शिक्षा के जिले के गांव-ढाणी तक के बच्चे जुड़ चुके है और शिक्षा ग्रहण कर रहे है।
जानकारी अनुसार कक्षा एक से बारह तक के बच्चों के लिए शुरू किए गए सोशल मॉनिटरिंग इनिशिटिव लर्निंग इंगेजमेंट(स्माइल) शिक्षा कार्यक्रम में जिले की १३८१ प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालय स्तर के ९१ हजार बच्चे जुड़ कर शिक्षा ग्रहण कर रहे है। वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारी इसकी नियमित मॉनिटरिंग भी कर रहे है। विभाग के आदेश के बाद शिक्षकों ने कक्षा वार बच्चों के अभिभावकों के नम्बरों का ग्रुप बना रखा है। इस ग्रुप में नियमित रूप से विषय वार राज्य स्कूल शिक्षा परिसर से उपलब्ध करवाई जाने वाली शैक्षक्षिक सामग्री डाली जा रही है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि उपलब्ध शैक्षणिक सामग्री सरल भाषा में होने के कारण बच्चों को आसानी से समझ में भी आ रही है। विभाग की ओर से रेडियो पर हवामहल एवं शिक्षा वाणी शिक्षा कार्यक्रम भी जारी कर रहे है। वहीं एक जून से डीडी राजस्थान पर तीन घंटे से अधिक शिक्षा दर्शन कार्यक्रम प्रसारित किया जाएगा।
*यूं हो रही मॉनिटरिंग*
राज्य स्कूल शिक्षा परिसर जयपुर की ओर से प्रदेश भर के मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी व अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा का एक व्हाटसऐप ग्रुप बना रखा है। इसमें सुबह करीब आठ बजे कक्षा एक से बारह तक की विषय बार शैक्षणिक सामग्री के लिंक डाले जाते है। यहां से यह लिंक ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों को एवं वहां से पंचायत ्रप्रभारी शिक्षकों को भेजे जाते है, जहां से यह सभी शिक्षकों के माध्यम से बच्चों तक पहुंचते है। वहीं बच्चों के ऑनलाइन शिक्षा ग्रहण करने की फोटो भी शिक्षकों को उच्चाधिकारियों को पहुंचानी होती है।
ऑल लाइन शिक्षा अध्ययन में बच्चों मेटर सेव कर एक बार में समझ में नहीं आने पर दुबारा समझ सकते है। वहीं योजना का फीडबेक भी अच्छा मिल रहा है। वहीं सभी शिक्षक बच्चों को अध्ययन में सहायता कर रहे है।
ओमप्रकाश तोषनीवाल, अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक, समग्र शिक्षा, टोंक
---------------------------------------------9. *नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार, संसद की मुहर लगते ही देश में होगी लागू : HRD मिनिस्टर*
*केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक लाइव बोल रहे थे....*
नई दिल्ली।
मानव संसाधन विकास मंत्री लाइव बेविनार में नई शिक्षा नीति पर कहा कि दुनिया में इतना बड़ा विमर्श पहली बार हुआ है. करोड़ों लोगों से परामर्श हो रहा है. ग्राम सभाओं से लेकर शिक्षाविदों, राजनेताओं, वैज्ञानिकों से मिले सुझाव के बाद नई शिक्षा नीति का मसौदा तैयार कर लिया गया है. एचआरडी मिनिस्टर ने कहा कि बिल संसद में पास होते ही देश में नई शिक्षा नीति लागू हो जाएगी.
एचआरडी मिनिस्टर ने कहा कि आज के बच्चे हमारे देश के कल के भविष्य हैं. इसलिए इनकी सुरक्षा सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. एचआरडी मिनिस्टर आज 'चुनौतियों को अवसर के रूप में बदलना' -विषय पर बोल रहे हैं. मंत्री ने कहा कि फाइनल ईयर के अंतिम सेमेस्टर के स्टूडेंट्स को इंटरनल असेसमेंट के आधार पर प्रमोट किया जाएगा|
*नीट और जेईई के लिए ऐसे करें तैयारी*
उन्होंने कहा कि नीट और जेईई परीक्षा के लिए 'नेशनल अभ्यास ऐप' लॉन्च किया गया है, जिसको चार लाख के करीब स्टूडेंट्स ने डाउनलोड किया है. इससे पढ़ाई करने में आसानी होगी. एचआरडी मिनिस्टर ने कहा कि आज जो हम लोग और हमारे छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे हैं, यही चुनौतियों पर अवसर खोजना है. पचास हजार डिग्री कॉलेज के प्राचार्यों के प्रिंसिपलों को संबोधित करते हुए उन्होंने यह बात कही.
उन्होंने कहा कि इस तरह की पढ़ाई के बारे में देश के लोगों ने कभी नहीं सोचा था कि घर में रहकर ही पढ़ाई होगी. मंत्री ने कहा कि दिक्षा और ई-पाठशाला को करोड़ों लोग प्रयोग कर रहे हैं. स्वयं दुनिया का सबसे बड़ा प्लेटफार्म बनकर उभरा है. स्वयं के चैनल डीडी समेत सभी निजी केबिल सेटअप में आएंगे.
*शोध की दिशा में होगें बड़े काम*
एचआरडी मिनिस्टर ने कहा कि जो लोग शोध कर रहे हैं उनको परेशान होने की जरूरत नहीं है. शोध के लिए देश में शोध सिंधु नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी (एनडीएल) जैसे पोर्टल मौजूद हैं, जिनमें करोड़ों अनुसंधान अपलोड हैं. इनकी मदद से शोधकर्ता अपने शोध को बेहतर तरीके से कर सकते हैं.
---------------------------------------------10. *गांव-गांव गूंज रही शिक्षा वाणी, बनेंगे पढ़ाई के ऐतिहासिक 'हवामहल*
*आकाशवाणी के जरिए एक्सपर्ट दे रहे स्कूली शिक्षा, नवाचार से जुड़ रहे बच्चे, स्कूली बच्चों को खूब रास आ रहा रेडियो पर हवामहल कार्यक्रम*
नागौर.
बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने के लिए शिक्षा विभाग लगातार नवाचार कर रहा है। विद्यार्थियों के शैक्षिक कौशल को बढ़ाने की दिशा में हर संभव प्रयास हो रहे हैं। ऑनलाइन गतिविधियां में ऐसा ही एक कार्यक्रम आकाशवाणी के जरिए चलाया जा रहा है। इसे हवामहल नाम दिया है। इसके तहत सुबह पौने घंटे तक कहानियों व अलग-अलग तरह की रोचक गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों को विषय सम्बंधी जानकारी दी जा रही है। इसमें एक्सपर्ट का पैनल भी बैठता है, जो सवालों के जवाब देते हैं। राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उदयपुर ने प्रदेश के सभी मुख्य जिला शिक्षा अधिकारियों व पदेन जिला परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा को इस सम्बंध में निर्देशित कर रखा है, ताकि अधिकाधिक बच्चे इस कार्यक्रम से जुड़ सके। माना जा रहा है कि ऐतिहासिक धरोहर हवामहल की तरह यह कार्यक्रम भी स्कूली शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।
*तय रहता है साप्ताहिक शेड्यूल*
शिक्षा वाणी में हवामहल कार्यक्रम को लेकर साप्ताहिक शेड्यूल हर सोमवार को तय होता है, जिसे सूचीबद्ध कर जिलास्तर पर पहुंचाया जाता है। यहां से गांव स्तर तक पहुंचता है। इससे पहले से ही पता रहता है कि किस दिन किस विषय पर वार्तालाप होगा एवं इसमें बैठने वाले एक्सपर्ट कौन होंगे। कक्षावार व विषयवार शेडयूल तय होने से विद्यार्थी भी सुविधा अनुसार अध्ययन कर सकते हैं।
*तीन पार्ट में 55 मिनट की शिक्षा वाणी*
पूरा कार्यक्रम करीब एक घंटे का रहता है। इसे प्रतिदिन प्रसारित किया जा रहा है। इसमें प्रारंभ के सोलह मिनट मीना की कहानियां सुनाई जाती है। इसके बाद 16 से 35 मिनट एवं 36 से 55 मिनट के दौरान दो पार्ट में विषयवार अध्ययन कराया जाता है। कविता व कहानियों के माध्यम से इसे रोचक बनाया जा रहा है। कोई मुश्किल हो तो एक्सपर्ट से समाधान भी कराया जा सकता है।
*... ताकि कम हो लर्निंग गेप*
अधिकारी बताते हैं कि विद्यार्थियों के सीखने की शक्ति को बढ़ाया जा रहा है। कहानियों के माध्यम से ज्यादा रोचक बनाया जाता है। शिक्षकों के क्षमता संवद्र्धन के लिए आलेख व सहायता सामग्री शेयर की जा रही है। हवामहल कार्यक्रम के तहत जिले से पंचायत स्तर तक व्हाट्सअप की सहायता से कहानियों के ऑडियो, वीडियो, पीडीएफ व अभ्यास पत्रक शेयर किए जा रहे हैं। कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य बच्चों में लर्निंग गैप को कम करना है।
*बेहतरीन कार्यक्रम है...*
शिक्षावाणी पर करीब एक घंटे का बेहतरीन कार्यक्रम हवामहल प्रसारित किया जा रहा है। इसका साप्ताहिक शेड्यूल तय होता है और इसे स्माइल कार्यक्रम के लिए बनाए व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए शिक्षकों तक भेज रहे हैं। अभिभावकों व बच्चों को हवामहल से जोड़ रहे हैं, ताकि बच्चों का शैक्षिक उन्नयन हो सके।
- बस्तीराम सांगवा, एडीपीसी, समसा, नागौर
---------------------------------------------11. *जहां से डीपीसी की सूची निकली, वहां के ही एडीईओ को बनाया थर्ड ग्रेड शिक्षक*
*-थर्ड ग्रेड से सेकंड ग्रेड के पद पर शिक्षकों की डीपीसी का मामला*
भरतपुर.
शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की डीपीसी की सूची किस तरह निकाली जाती है इसका उदाहरण साफ तौर पर हाल में ही निकली सूची में देखा जा सकता है। हैरानी की बात यह है कि संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा की ओर से यह सूची निकाली गई है और खुद के ही कार्यालय में कार्यरत एडीईओ को तृतीय श्रेणी शिक्षक बनाकर सूची में नाम शामिल कर लिया गया है। हालांकि अब भी डीपीसी की सूची में गड़बड़ी पर शिक्षा विभाग के अधिकारी बोलने से कतरा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कार्यालय संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा भरतपुर संभाग की ओर से करीब 400 शिक्षकों की तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी पर पदोन्नति के लिए अस्थायी पात्रता सूची जारी की गई। इसमें पहले 31 मार्च तक परिवेदना लेने का समय निर्धारित किया गया था। राजस्थान पत्रिका ने 27 मई अंक में जिनका वर्षों पहले प्रमोशन हो चुका, उनका भी दिया पात्रता सूची में नाम शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर मामले का खुलासा किया था।
अब सामने आया है कि संयुक्त निदेशक कार्यालय में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी विशाल सिंह काफी समय से कार्यरत हैं। डीपीसी की अस्थायी पात्रता सूची में अंग्रेजी विषय में क्रमांक संख्या 29 पर विशाल सिंह को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय विलोठी में कार्यरत व थर्ड ग्रेड शिक्षक बताया गया है। सेवर ब्लॉक के स्कूल में कार्यरत अंजलि शर्मा तीन बार पात्रता सूची में नाम जुड़वा चुकी है, लेकिन उनका भी नाम गायब कर दिया गया है।
*भीषण गर्मी में चक्कर काट रहे शिक्षक, कोई नहीं मिलता*
यह लापरवाही का आलम यहां पर ही खत्म नहीं होता, विभाग ने आदेश निकाल कर खामियों की परिवेदना लेने के लिए ई-मेल आइडी पर भेजने को कहा है, जबकि जिन शिक्षकों के नाम ही सूची से गायब है, उनको लेकर कोई गाइडलाइन तय नहीं की गई है। ऐसे में वो शिक्षक भीषण गर्मी में शिक्षा विभाग के कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं, वहां उन्हें कोई भी जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिलता है। जब किसी से फोन कर पूछा जाता है तो कोई संतोषजनक जवाब तक नहीं मिलता है।
*तीन साल पहले भी हुआ था डीपीसी के नाम पर घोटाला*
करीब तीन साल पहले भी शिक्षा विभाग की ओर से संभाग के 6506 तृतीय श्रेणी शिक्षकों की डीपीसी की अस्थायी पात्रता सूची निकाली गई थी, उस सूची को स्थायी बताकर बाद में जारी कर दिया गया था। हंगामा होने के बाद सामने आया था कि विभाग के ही कुछ कर्मचारियों की ओर से शिक्षकों से डीपीसी के नाम पर सुविधा शुल्क वसूलने का मामला सामने आया था। इसकी जांच माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक के स्तर पर भी हुई थी। उस समय आठ साल पहले बनी सूची में शामिल पदोन्नत हो चुके 500 से ज्यादा शिक्षकों के नाम शामिल कर दिए गए थे।
-परिवेदनाओं का समय पर निस्तारण किया जाएगा। 28 तक हमारे कार्यालय में परिवेदनाएं आएंगी। फिर भी अगर कोई परेशानी है तो शिक्षक 28 मई की दोपहर 12 बजे तक परिवेदना दे सकते हैं।
रिपुसुदन सिंह
संयुक्त निदेशक स्कूल शिक्षा
---------------------------------------------12. *एक जून से वितरित होगी निशुल्क पाठ्यपुस्तकें, जिले में बनाए दस नोडल केन्द्र, प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो*
सिरोही.
जिले के सभी राजकीय विद्यालयों के लिए निशुल्क पाठ्यपुस्तकों का वितरण एक जून से शुरू होगा जो 12 जून तक चलेगा।
निशुल्क पाठ्यपुस्तक मण्डल के जिला नोडल प्रभारी मूलशंकर ने बताया कि पाठ्य पुस्तकों के वितरण के लिए जिले में दस नोडल केन्द्र बनाए गए हंै। प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो नोडल केन्द्र होंगे। केवल रेवदर ग्राम पंचायत में दोनों नोडल केन्द्र बॉयज के बनाए हैं।
जिला प्रभारी ने बताया कि ब्लॉक नोडल केन्द्र प्रभारी तय तारीख पर जिला केन्द्र पर पुस्तकें लेने आएंगे। वितरण के दौरान संबंधित ब्लॉक के अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मौजूद रहेंगे। ब्लॉक नोडल प्रभारी पुस्तकें स्कूलों में वितरित करेंगे। इसके बाद संबंधित संस्था प्रधान स्कूल खुलने के बाद विद्यार्थियों को वितरित करेंगे।
*ये रहेंगे ब्लॉक नोडल प्रभारी...*
- एक जून: पिण्डवाड़ा ब्लॉक के उच्च माध्यमिक विद्यालय के संस्था प्रधान मनोहरलाल
- दो जून: पिण्डवाड़ा ब्लॉक के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय के रमेशलाल
- तीन जून: शिवगंज ब्लॉक के उच्च माध्यमिक विद्यालय के संस्था प्रधान जब्बरसिंह
- चार जून: राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय शिवगंज के हरिशंकर
- पांच जून: आबूरोड ब्लॉक के उच्च माध्यमिक विद्यालय के संस्था प्रधान सतीशचन्द्र पुरोहित
- आठ जून: आबूरोड ब्लॉक के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की सुरभि सिंघल
- नौ जून: रेवदर ब्लॉक के उच्च माध्यमिक विद्यालय के घनश्याम सापेला
- दस जून: रेवदर ब्लॉक के उच्च माध्यमिक विद्यालय अनादरा के लालाराम माली
- ग्यारह जून: सिरोही ब्लॉक के उच्च माध्यमिक विद्यालय नवीन भवन के जय प्रकाश
- बारह जून: सिरोही ब्लॉक के बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की संस्था प्रधान हीरा खत्री
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