शैक्षिक समाचार : 26.05.2020 सावधान ! : शिक्षकों से ठगी करने का नया तरीका

1. *प्रतिभागियों ने सीखी रोमन और देवनागरी में 'कैलिग्राफी' आर्ट*

जयपुर. जवाहर कला केन्द्र की ओर से आयोजित 'ऑनलाइन लर्निंग - चिल्ड्रन्स समर फेस्टिलव' के चौथे दिन सोमवार को प्रतिभागियों ने रोमन और देवनागरी लिपि में 'कैलिग्राफी' कला के गुर सीखे। इस सेशन का संचालन विजुअल आर्टिस्ट हरिशंकर बालोठिया ने किया। सेशन के दौरान प्रतिभागियों को कैलिग्राफी के मूल सिद्धांत, अक्षरों की संरचना और गठन, कलम दबाव, स्थिरता बनाए रखने, स्पेस का उपयोग करना जैसी बातों के बारे में बताया गया। इस सेशन में 330 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।सेशन की शुरुआत में आर्टिस्ट ने रोमन लिपि में लोअरकेस अक्षरों को लिखने के तरीके बताए। इसके बाद कर्सिव और अपरकेस रोमन अक्षरों को लिखना समझाया गया। इस दौरान उन्होंने दो पंक्तियों के बीच लेखन के कॉन्सेप्ट, आरोही और अवरोही के साथ-साथ लिखने के एंग्लस को भी समझाया।

*स्ट्रोक्स से अक्षर बनते हैं खास*
कैलिग्राफी के दौरान निरंतरता बनाए रखने के कॉन्सेप्ट पर प्रकाश डालते हुए बालोठिया ने बताया कि डीमार्किंग स्पेस (1 बॉक्स), सेंटर मैपिंग और विभिन्न स्ट्रोक्स के जरिए अक्षरों को किस प्रकार से बनाया जा सकता है। आर्टिस्ट दिए गए स्थान के भीतर काम करके और विभिन्न प्रकार के स्ट्रोक के जरिए एक आकर्षक लिपि तैयार कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्ट्रोक के लेफ्ट डायगनल, राइट डायगनल, हॉरिजोनटल, वर्टिकल और कर्वड जैसे रूप है। उन्होंने सेशन के समापन पर यह दिखाया कि कैलिग्राफी में परफेक्ट हैंड लेटरिंग के लिए जगह कैसे मापते हैं। उन्होंने कहा कि विभिन्न प्रकार के स्ट्रोक्स और कलम की चौड़ाई का उपयोग करके व्यक्ति आसानी से अक्षरों को माप सकता है। उन्होंने देवनागरी लिपि अक्षर, पेन होल्डिंग तकनीक, पेन प्रेशर के साथ-साथ संचलन की दिशा को भी प्रदर्शित किया।
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2. *रेडियोग्राफर भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी रिक्त रह जाएंगे पद*

अजमेर.जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज jln व सम्बद्ध चिकित्सालय में अध्ययनरत रेडिएशन टेक्नोलॉजी अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर पैरा मेडिकल भर्ती प्रकिया विलम्ब से करने की मांग की है। विद्यार्थियों के अनुसार 1688 लैब टेक्नीशियन व 1088 रेडियोग्राफर radiographer की भर्ती पद स्वीकृत recruitment करने व भर्ती प्रकिया जल्द शुरु करने प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। वर्तमान में रेडियोग्राफर पद की पात्रता के उत्तीर्ण उपलब्ध अभ्यर्थियों की संख्या निकाली जानी वाली रिक्तियों की 50 प्रतिशत से भी कम (400-500 उपलब्ध अभ्यार्थी/1058 पद) है। रीवेलुएशन में पास हुए छात्र-छात्राओं की अंकतालिका सम्बन्धित विश्वविद्यालयों से जारी होना बाकी है। इस कारण से रेडियोग्राफर के लिए लाइसेंस रजिस्ट्रेशन भी नहीं हो पाया है। भर्ती प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद यदि पद रिक्त रह जाते हैं तो सरकार द्वारा भर्ती प्रक्रिया में लगने वाले संसाधनों का भी सदुपयोग नहीं होने पाएगा। इसलिए भर्ती प्रक्रिया में कुछ समय का विलंब किया जाए।


*लॉक डाउन ने अटकाई परीक्षा व प्रेक्टिकल*
आरपीएमसी सत्र 2016-2017 के थ्योरी के एग्जाम हो चुके हैं लेकिन पे्रक्टिकल एग्जाम बाकी है। यह लॉक डाउन के कारण अटक गए हैं। आयूएचएस सत्र 2018-19 की पूरक परीक्षा की जो परीक्षा मार्च में होनी भी लेकिन लॉक डाउन के कारण अब तक नहीं हो सकी। आपीएमसी सत्र 2017-18 की परीक्षाएं 2 साल से होना बाकी है। जिन सत्रों के छात्र-छात्राओं की परीक्षाएं हो गई हैं उनके परिणाम प्रतीक्षा है। अंतिम वर्ष के अध्ययनरत आरपीएमसी द्वारा मान्यता प्राप्त व सरकारी मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राओं की संख्या 600 से अधिक है। जिनकी परीक्षाए आगामी 4-5 महीने में होंगी इससे छात्र-छात्राएं भी भर्ती प्रक्रिया में भाग लने के लिए पात्र होंगे और यह संख्या निकाली जाने वाली भर्ती के बराबर होगी।
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3. *कांस्टेबल भर्ती परीक्षा जुलाई बाद !*


*मई में थी प्रस्तावित अब -17 लाख हैं अभ्यर्थी*


जयपुर.
कोरोना वायरस के प्रकोप से पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा भी प्रभावित हुई है। परीक्षा पहले से प्रस्तावित मई में नहीं हो सकेगी। परीक्षा की तिथि स्कूल और कॉलेजों के खुलने के बाद ही तय की जाएगी। इससे स्पष्ट है कि यह परीक्षा अब जुलाई या इसके बाद ही होगी।

पुलिस कांस्टेबल के साढ़े पांच हजार पदों पर भर्ती होनी है। इसके लिए करीब 17 लाख युवाओं ने आवेदन किया है। आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद पुलिस मुख्यालय भर्ती परीक्षा की तैयारी में जुटा था। भर्ती के लिए मई के अन्तिम सप्ताह में परीक्षा होनी थी। हालांकि परीक्षा दिनांक की घोषणा पुलिस मुख्यालय ने नहीं की थी। तरीख की घोषणा होने से पहले ही लॉकडाउन शुरू हो गया। लॉकडाउन के साथ ही स्कूल और कॉलेज भी बंद हो गए। परीक्षा स्कूल और कॉलेज में ही कराई जानी थी। ऐसे में अब इनके खुलने का इंतजार किया जा रहा है। स्कूल और कालेज फिलहाल जून बाद ही खुलने की उम्मीद है। उधर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक भर्ती प्रकोष्ठ बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि हमारी तैयारी पूरी है। जैसे ही स्कूल और कॉलेज खुलेंगे, वहां व्यवस्था सुनिश्चित कर परीक्षा की घोषणा की जाएगी।
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4. *जेल गई महिलाओं को छूटने के बाद मिलेगी नौकरी, आईओसी से किया ये करार*

कोरोना संकट के बीच किसी भी अपराध में शामिल होने वाली महिलाओ के लिए एक खुशखबरी आई है। जेल से छूटने के बाद उन महिलाओ को पेट्रोल पम्प नौकरी दी जायेगी।

जयपुर। कोरोना संकट के बीच किसी भी अपराध में शामिल होने वाली महिलाओ के लिए एक खुशखबरी आई है। जेल से छूटने के बाद उन महिलाओ को पेट्रोल पम्प नौकरी दी जायेगी। आपकों बता दे की जेल जाने के बाब महिलाओ का ना तो उनका परिवार और ना ही उनके ससुराल पक्ष के लोग उन्हें स्वीकार करते हैं। ऐसे में जेल से बाहर आने के बाद ऐसी महिलाओं के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाता है। इसलिए जेल मुख्यालय ने यह एक अनूठी पहल की।

दरअसल, किसी भी अपराध में जेल गई महिलाओं को छूटने के बाद संबल देने और रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में, जेल मुख्यालय ने एक अनूठी पहल की है। इस पहल को राज्य सरकार से अनुमति मिलने के बाद, जेल मुख्यालय ने आईओसी (IOC) सहित कंपनियों के साथ वार्ता की, जिससे हाल ही में आईओसी के साथ एमओयू हुआ है, जिससे अब ऐसी महिलाओं को आईओसी के पेट्रोल पंप पर नौकरी दी जायेगी।

वहीं, जेल डीजी एनआर के रेड्डी ने कहा कि, जेल मुख्यालय में लगातार जेल में बंद कैदियों को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में नवाचार किए गए। इसी कड़ी में, जेल मुख्यालय ने महिला बंदियो के छूटने के बाद, पैट्रोल पंप पर लगाने के साथ ही, ऐसे कैदी जिनका जेल में व्यवहार संतोषजनक है, उन्हें खुली जेल में शिफ्ट किया गया है।

ऐसे कैदियो को भी आईओसी के पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया जाएगा. जेल मुख्यालय ने जेल में बंद कैदियों को रोजगार देने और उन्हें हुनरमंद बनाने के लिए जेल में ही मसाला, फिनायल, झाड़ू, कूलर, सहित उद्योग शुरू किए थे. इसके सार्थक परिणाम भी आए थे। जेल में डीजी की मानें तो, इन उद्योग से जहा पिछले साल 14 लाख की बिक्री हुई थी तो, इस साल यह बढ़कर 2 करोड़ हुई है। जल्द ही इसको आगे बढ़ाया जाएगा, उम्मीद की जा रही कि हर साल इसमें बढ़ोतरी भी होगी। इसके साथ, अधिक कैदियों को जेल में ही रोजगार मिल सकेगा।
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5. *मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने किया पीएम रिसर्च फैलोशिप योजना में संशोधन, जानिए अब कौनसे विद्यार्थी होंगे पात्र*

मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया, गेट का स्कोर 750 से घटाकर 650 कर दिया गया है।

नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना (PMRF) योजना में महत्वपूर्ण संशोधनों की घोषणा की है। ये संशोधन रिसर्च करने वाले स्टूडेंट्स को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है। इसके मुताबिक किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या यूनिवर्सिटी (IISc , IIT, NIT, IISERS IIEST, CF IIITs के अलावा) के छात्र फेलोशिप के लिए पात्र होंगे। इसके साथ GATE के स्कोर में कटौती करने का फैसला किया गया है।

मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी) के मुताबिक अब किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान या विश्वविद्यालय के विद्यार्थी फैलोशिप के लिए पात्र होंगे। इसके अलावा मंत्रालय ने गेट परीक्षा के लिए गेट स्कोर में भी कटौती कर दी है। मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने इसकी घोषणा अपने फेसबुक अकाउंट पर की है।


मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने बताया, गेट का स्कोर 750 से घटाकर 650 कर दिया गया है। इसके मुताबिक अब 8 सीजीपीए वाले उम्मीदवार भी आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी रिसर्च से जुड़ सकें। इसके लिए योजना में संशोधन किए गए हैं।

पहले सिर्फ भारतीय विज्ञान संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग साइंस एंड टेक्नोलॉजी तथा सीएफआईआईटी के विद्यार्थियों को ही इस योजना में आवेदन करने की पात्रता थी।



लेकिन अब किसी भी संस्थान व विश्वविद्यालय का विद्यार्थी आवेदन कर सकेगा। गेट एग्जाम के लिए अब 8 सीजीपीए प्राप्त करने वाले विद्यार्थी भी आवेदन कर सकेंगे। यह पहल शोध के क्षेत्र में विद्यार्थियों के लिए बेहतर मौका हो सकती है। योजना में बदलाव से शोध के क्षेत्र में विद्यार्थियों का रुझान बढ़ेगा।

*80 हजार रुपए तक मिलती है आर्थिक सहायता-*
प्रधानमंत्री रिसर्च फैलोशिप योजना में सफल होने वाले विद्यार्थी को फैलोशिप के तहत 80 हजार रुपए तक की आर्थिक मदद दी जाती है। योजना के तहत छात्रों को पहले दो साल के लिए हर महीने 70 हजार रुपए और तीसरे साल 75 हजार रुपए दिए जाते हैं। चौथे और पांचवे साल में हर महीने 80 हजार रुपए फैलोशिप दी जाती है।


गौरतलब है कि प्रधानमंत्री रिसर्च फैलोशिप योजना 2018-2019 में शुरू की गई थी। इसके तहत हर साल एक हजार विद्यार्थियों को फैलोशिप दी जाती है। साल 2019 में योजना के लिए कुल 119 विद्यार्थियों का चयन हुआ था।
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6. *Rajasthan: 65000 सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स को 'फ्री' उपलब्ध करायी जाएंगी किताबें*


किताबों का वितरण दो चरणों पूरा किया जाएगा. पहला चरण 1 से 10 जून तक चलेगा.
जयपुर. राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल जल्द ही प्रदेश की सरकारी स्कूलों (Government schools) में किताबों का वितरण शुरू करेगा. इसके लिए तैयारियों को अमली जामा पहनाया जा रहा है. किताबों को वितरीत करने की शुरुआत 1 जून से होगी. इस बार 65 हजार सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के स्टूडेंट्स को 5 करोड़ रुपए से अधिक की किताबें निशुल्क (Free books) वितरीत की जाएंगी.


*दो चरणों में वितरीत की जाएगी किताबें*

दैनिक भास्कर में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार किताबों का वितरण दो चरणों पूरा किया जाएगा. पहला चरण 1 से 10 जून तक चलेगा, जबकि दूसरा चरण जून के अंतिम सप्ताह में शुरू किया जाएगा. पहले इन किताबों को मंडल के जिला केन्द्रों से ब्लॉक स्तर पर स्थित नोडल केन्द्रों पर पहुंचाया जाएगा. वहां से फिर आगे स्कूलों तक पहुंचाने कार्रवाई की जाएगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने इसके लिए सभी नोडल केन्द्रों के संस्था प्रधानों को निर्देश दिए हैं कि वे गंभीरतापूर्वक इस कार्य को अंजाम देते हुए किताबें प्राप्त करें. इस मामले में लापरवाही बरते जाने पर संबंधित के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.


*पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के सभी स्टूडेंट्स को मिलेगी किताबें*

सरकारी स्कूलों में पहली कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा तक के सभी स्टूडेंट्स को इन किताबों का फ्री वितरण किया जाएगा. जबकि 9वीं से लेकर 12वीं तक की सभी छात्राओं और अनुसूचित जाति एवं जनजाति के सभी स्टूडेंट्स ये किताबें निशुल्क मुहैया करवाई जाएंगी. इसके अलावा इन कक्षाओं के उन स्टूडेंट्स को भी ये किताबें मुफ्त में उपलब्ध करवाई जाएंगी, जिनके अभिभावक इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आते हैं. उल्लेखनीय है कि राजस्थान में सरकारी स्कूलों में लाखों स्टूडेंट्स को मिड-डे-मील भी उपलब्ध कराया जाता है. वहीं प्रतिभावान छात्राओं को सरकार साइकिल समेत अन्य सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती है.  शिक्षा पर राज्य सरकार ने पिछले कुछ समय से मद में काफी बढ़ाेतरी की है ताकि सरकरी स्कूलों के स्टूडेंट्स अन्य स्कूलों के मुकाबले में पिछड़े नहीं.
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7. *खेलों में अच्छे प्रदर्शन पर छात्रों को अंक देगा केवी, कॉमनवेल्थ, एशियन गेम्स तक पहुंचे तो सीधे पास*

*छात्रों को विभिन्न प्रकार के खेलों में भाग लेने पर 2 अंक से लेकर 8  अंक तक दिए जाएंगे।*

*केंद्रीय विद्यालय संगठन ने बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में दी प्रस्ताव को मंजूरी*

*मेन मार्क्स को कैलकुलेट करने के बाद दिए जाएंगे दिए जाएंगे अतिरिक्त मार्क्स*


दैनिक भास्कर

केंद्रीय विद्यालय संगठन खेलों में भाग लेने के लिए छात्रों को अतिरिक्त अंक देगा। कक्षा 6 से लेकर 9 वीं और 11 वीं के छात्रों के लिए यह व्यवस्था की गई है। केंद्रीय विद्यालय संगठन की बोर्ड ऑफ गर्वनर्स की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी मिली है।

*मेडल जीतने पर 10 अंक*

छात्रों को विभिन्न प्रकार के खेलों में भाग लेने पर 2 अंक से लेकर 8 अंक तक दिए जाएंगे। जबकि अगर कोई छात्र मेडल जीत कर लाता है तो अधिकतम 10 अंक तक दिए जाएंगे। वहीं अगर कोई छात्र या टीम कॉमन वेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स जैसी प्रतियोगिताएं तक पहुँचता है तो उसे सीधे पास कर दिया जाएगा। प्रोमोट कर अगली कक्षा में भेज दिया जाएगा।

*सेशन एंडिंग एग्जाम में मिलेंगे मार्क्स*

केंद्रीय विद्यालय संगठन के संयुक्त आयुक्त डॉ. ई प्रभाकर ने ने इस संबंध में सभी रीजनल ऑफिस व अतिरिक्त आयुक्त को इस संबंध में पत्र लिखा है। छात्रों को सत्र के अंत में होने वाली परीक्षा में ये अंक दिए जाएंगे। केवीएस की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है कि छात्रों को ये अतिरिक्त मार्क्स अगली कक्षाओं में प्रोमोट करने के लिए मेन मार्क्स को कैलकुलेट करने के बाद दिए जाएंगे।
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8. *ई-लर्निंग / लगातार ऑनलाइन पढ़ाई करने से बच्चाें काे हाे सकता है कंप्यूटर विजन सिंड्राेम*

*सिरदर्द के साथ पड़ सकती है चश्मे की जरूरत: डॉ. सुरेश*

दैनिक भास्कर

चंडीगढ़. 

(नीना शर्मा) स्कूलाें में लाॅकडाउन के कारण अब ऑनलाइन सिस्टम से ही पढ़ाई करवाई जा रही है कुछ स्कूलाें में क्लासेज चल रही हैं और कुछ स्कूलाें में शुरू करने की प्लानिंग चल रही है। जहां पर क्लासेज चल रही है उनके पेरेंटस का कहना है कि ऑनलाइन क्लासेज से बच्चे ओवर वर्डन हाे रहे है, क्याेंकि क्लासेज लगातार चल रही है। राेजाना 3 से 4 सब्जेक्टस की क्लास ली जा रही है। 3 से 4 घंटे की ऑनलाइन क्लासेज अगर आपका बच्चा लगा रहा है ताे उसकाे कंप्यूटर वीजन सिंड्राेम बीमारी भी हाे सकती है। इतना ही नहीं अगर ऑनलाइन क्लासेज में बच्चाें काे ब्रेक नहीं दिया जा रहा ताे उनकाे चश्मा भी लग सकता है।

*क्या है कंप्यूटर वीजन सिंड्राेम*

जीएमसीएच के प्राेफेसर एंड हेड ऑफ आई डिपार्टमेंट डाॅ. सुरेश गुप्ता बताते हैं कि अगर राेजाना बच्चा 3 से 4 घंटे लेपटाॅप, कंप्यूटर या फिर माेबाइल के सामने बैठ रहा है ताे उसकाे कंप्यूटर विजन सिंड्राेम हाे सकता है। ऐसे में बच्चे का ब्लिंक रेट कम हाे जाता है, क्याेंकि पलक झपकना बहुत जरूरी हाेता है लेकिन जब बच्चा स्क्रीन के सामने बैठता है नार्मिली देखा गया है कि बच्चे पलक नहीं झपकाते है। जब हम स्क्रीन के सामने बैठकर पलक कम झपकाते हैं ताे उससे आंखाें में ड्राईनेस हाे जाती है, जिससे सिरदर्द, आंखाें से पानी निकलना, आंखाें पर स्ट्रेन पढ़ना जैसी प्राॅब्लम आ सकती है।

*ब्रेक लेते हुए लेनी चाहिए क्लास*

लाॅकडाउन में जब बच्चे घर पर हैं उनकी आउटडाेर एक्टिविटिज नहीं है ताे फिर कंटीन्यू ऑनलाइन क्लासेज से चश्मा भी लग सकता है। स्कूलाें काे चाहिए कि ऑनलाइन क्लासेज काे कंटीन्यू 3 से 4 घंटे लेने की बजाय बीच में ब्रेकस के साथ लें। ब्रेकस बहुत जरूरी कंटीन्यू करने से ताे दाे तीन दिन में ही बच्चाें काे इस तरह की परेशानी आ सकती है। बच्चाें काे रेस्ट के लिए टाइम मिले इसके लिए ऑनलाइन क्लासेज के बाद कम से कम एक्टिविटिज दें, एडिशनल हाेम वर्क न दें।

*स्क्रीन टाइम कम हाेना चाहिए*

लाॅकडाउन के चलते ऑनलाइन क्लासेज अगर जरूरी है ताे उसका स्क्रीन टाइम कम करना चाहिए क्याेंकि बच्चाें के ग्राेईंग ईयर्स में ये हेल्दी नहीं है। इसके साथ ही पेरेंटस का चाहिए कि जब तक ऑनलाइन क्लासेज चल रही है वाे बच्चों का एकस्ट्रर स्क्रीन टाइम बिल्कुल बंद रखें। दूसरा क्लास अटेंड करते समय बच्चाें काे चाहिए कि वे बीच-बीच में 20 मिनट के बाद अपनी आखें बंद करते रहें, पलकें झपकते रहें। पलक झपकने से बलिंक रेट कम नहीं हाेगा।
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9. *सीबीएसई / 10वीं से पहले आएगा 12वीं का रिजल्ट, ताकि विद्यार्थियों को प्रवेश लेने में दिक्कत न हो*


दैनिक भास्कर

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) इस साल कक्षा 10वीं से पहले कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी करेगा। बोर्ड ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। ऐसा इसलिए ताकि 12 के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षण संस्थानों में दाखिला लेने में परेशानी नहीं हो। बोर्ड अधिकारियों के अनुसार कक्षा 12वीं पास करने के बाद छात्र और छात्राओं को उच्च शिक्षा में दाखिले के लिए नामांकन की समय सीमा होती है। उस समय सीमा के अंदर ही रिजल्ट दिया जाएगा।
जेईई एडवांस के पहले आएगा 12वीं का रिजल्ट
जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त के पहले सप्ताह में रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा। जईई मेन जुलाई में और जेईई एडवांस का टेस्ट 23 अगस्त को लिया जाएगा। वहीं मेडिकल प्रवेश परीक्षा भी जुलाई में होगा। जेईई एडवांस के पहले कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। इससे सफल विद्यार्थियों को इसमें नामांकन कराने में सुविधा मिलेगी। मूल्यांकन जोर-शोर से चल रहा है। कक्षा 9वीं से 12वीं तक लगने वाली ऑनलाइन क्लास से उन शिक्षकों को अलग रखा गया है, जिनकी ड्यूटी मूल्यांकन में लगाई गई है। मूल्यांकन होने तक शिक्षक ऑनलाइन क्लास नहीं करेंगे।

*1 से 15 जुलाई के बीच होगी परीक्षा*

अब तक हुई परीक्षा का मूल्यांकन जून में समाप्त कर दिया जाएगा। इसका परिणाम भी तैयार कर लिया जाएगा। लॉकडाउन के कारण कक्षा 12वीं के मुख्य विषयों की परीक्षा 1 से 15 जुलाई के बीच हो रही है। 1 जुलाई से परीक्षा शुरू होगी और इस परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन 5 जुलाई से शुरू हो जाएगा। 15 जुलाई को होने वाली परीक्षा का मूल्यांकन 25 जुलाई तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद परीक्षा परिणाम घोषित करने की तैयारी है। यदि सबकुछ समय से चलता रहा तो जुलाई के अंतिम सप्ताह में ही रिजल्ट घोषित हो सकता है।
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10. *यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन ने बढ़ाई 85 पदों के लिए आवेदन प्रक्रिया, लॉकडाउन के बाद कैंडिडेट्स को मिलेगा 20 दिन का अतिरिक्त समय*

*असिस्टेंट इंजीनियर, असिस्टेंट डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, चीफ डिजानइर और डिप्टी सुप्रीडेंट पर होनी है भर्ती*

*अतिरिक्त समय के दौरान योग्यता की शर्तों में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा*


दैनिक भास्कर

यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) ने कुल 85 विभिन्न पदों पर भर्तियां के लिए आवेदन की प्रक्रिया बढ़ा दी है। देशभर में लागू लॉकडाउन के कारण आवेदन की प्रक्रिया 20 दिन आगे बढ़ाने का फैसला किया गया है। हालांकि यह फैसला देश से लॉकडाउन पूरी तरह से हटाए जाने के बाद ही लागू होगा। इन पदों के तहत असिस्टेंट इंजीनियर, असिस्टेंट डायरेक्टर, डिप्टी डायरेक्टर, चीफ डिजानइर और डिप्टी सुप्रीडेंट की कुल 85 पोस्ट पर भर्तियां की जाएंगी। इच्छुक और योग्य उम्मीदवार upsc.gov.in या upsconline.nic.in के जरिए अप्लाय कर सकते हैं।

*योग्यता की शर्तों में कोई बदलाव नहीं*

इस बारे में नोटिफिकेशन जारी कर आयोग ने कहा है कि आवेदन जमा करने के लिए लॉकडाउन के बाद 20 दिन अतिरिक्त दिए जाएंगे। हालांकि, इस दौरान योग्यता की शर्तों में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं किया जाएगा। असिस्टेंट इंजीनियर के लिए उम्मीदवारों की अधिकतम आयु 30 साल होनी चाहिए। वहीं असिस्टेंट डायरेक्टर और डिप्टी सुप्रीडेंट की पोस्ट के लिए अधिकतम आयु 35 साल तय की गई है।

*आयोग ने जारी किए 136 पदों के परीक्षा परिणाम*

वहीं डिप्टी डायरेक्टर की पोस्ट पर आवेदन करने वाले उम्मीदवार की आयु 40 से 43 साल के बीच होनी चाहिए। इसके अलावा चीफ डिजानइर की पोस्ट पर आवेदन करने वाले उम्मीदवार को 50 साल अधिकतम आयु होनी चाहिए। इसके अलावा कुछ दिन पहले यूपीएससी ने 136 पदों को भरने के लिए आयोजित विभिन्न लिखित परीक्षा के परिणाम घोषित किए थे। परिणाम लॉकडाउन के दौरान जारी किए गए थे।
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11. *JEE Main परीक्षा 18 तथा NEET होगी 26 जुलाई को, NTA ने घोषित किया Time Table*


नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET UG) और सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा JEE Main का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। दोनों परीक्षाओं में 26 लाख से अधिक विद्यार्थी शामिल होंगे। परीक्षाओं के 15 दिन पहले प्रवेश पत्र जारी होंगे। JEE Main परीक्षा 18 से 23 जुलाई के बीच दो शिफ्टों में सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तथा दोपहर 3 से शाम 6 बजे तक होगी। परीक्षार्थी 31 मई तक परीक्षा केन्द्र में बदलाव व त्रुटियों में सुधार करवा सकेंगे।

*तैयारी के लिए ऐप भी किया लॉन्च*

नीट और जेईई मेन जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एनटीए ने 'नेशनल टेस्ट अभ्यास' ऐप लॉन्च किया है। महज तीन दिन में 2 लाख से ज्यादा छात्र इस ऐप को डाउनलोड कर चुके हैं। अस्सी हजार से ज्यादा विद्यार्थी जेईई और नीट के मॉक टेस्ट दे चुके हैं। ऐप पर छात्रों के लिए रोज 3 घंटे का जेईई (मेन) और नीट का एक-एक प्रश्न पत्र उपलब्ध होगा, जिसे छात्र डाउनलोड करने के बाद कभी भी हल कर सकते हैं। टेस्ट के लिए इंटरनेट की आवश्यकता नहीं होगी। ऐप को प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
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12. *CBSE Board: देशभर में 15000 केंद्रों पर होगी परीक्षा, छात्र अपने स्कूल में देंगे पेपर*


CBSE 10th 12th Board Exams 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा की डेटशीट जारी करने के बाद परीक्षा को लेकर कवायद बढ़ गई है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने छात्रों से कहा है परीक्षा छात्रों को अपने ही स्कूल में देनी होगी। उसके लिए छात्रों को किसी और स्कूल में जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि छात्रों को अपनी स्कूलों में ही परीक्षा देने का अवसर दिया है। पहले सिर्फ 3000 परीक्षा केंद्र चिन्हित थे लेकिन अब लगभग 15000 परीक्षा केंद्रों में परीक्षा होगी।

*कॉपियों की हो रही है जांच*

कोरोना वायरस के कारण सोशल डिस्टेंसिग को देखते हुए है ये परीक्षा केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है. बता दें, 10वीं-12वीं के बोर्ड परीक्षा का आयोजन 1 से 15 जुलाई के बीच होगा। सीबीएसई के 10वीं और 12वीं का मूल्यांकन कार्य 12 मई से शुरू हो गया है। अब जब लॉकडाउन के कारण परीक्षक घर से ही मूल्यांकन कर रहे हैं, फिर भी उन्हें कॉपी रिसीव करने खुद परीक्षा केंद्रों में जाने का नियम लागू है। मूल्यांकन केंद्र परीक्षकों के घर उत्तरपुस्तिकाएं पहुंचवा रहा है, जिन्हें उन्हें रिसीव करना है।
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13. *सेंट्रल काउंसलिंग के प्रथम राउंड का परिणाम जारी*

*नीट पीजी आधारित डीएनबी पोस्ट एमबीबीएस*


कोटा. 

नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन नई दिल्ली ने नीट पीजी मेरिट पर आधारित डीएनबी पोस्ट एमबीबीएस पोस्ट डिप्लोमा सेंट्रल काउंसलिंग के प्रथम राउंड का परिणाम जारी कर दिया है। सीट आवंटन प्रक्रिया में सफ ल विद्यार्थी की सूचियां नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन एनबीई की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है।
एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि डीएनबी पोस्ट एमबीबीएस आवंटन में सफ ल विद्यार्थियों की 163 पेजों की सूची में सामान्य एवं आरक्षित वर्ग के कुल 3065 विद्यार्थी शामिल हैं। डीएनबी पोस्ट डिप्लोमा सफ ल विद्यार्थियों की 114 पेजों की सूची में 1596 विद्यार्थी शामिल हैं।

*फीस जमा कराना अनिवार्य*

प्रथम राउंड में सीट आवंटित होने पर सीट कंफ र्मेशन के लिए सफल विद्यार्थियों को प्रथम वर्ष की कोर्स फीस 1 लाख 25 हजार रुपए जमा कराना अनिवार्य होगा। फीस जमा कराने का समय 25 मई से 31 मई तक का समय दिया गया। तय समय सीमा में फीस जमा कराने की प्रक्रिया पूर्ण ना होने पर सीट आवंटन रद्द कर विद्यार्थी को काउंसलिंग के आगामी राउंड्स से भी निष्कासित कर दिया जाएगा।
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14. दो करोड़ रुपए की स्कॉलरशिप देने की घोषणा

— महात्मा ज्योतिराव फुले यूनिवर्सिटी की 'कोरोना से जंग -शिक्षा के संग' पहल


जयपुर. 

महात्मा ज्योतिराव फुले विश्वविद्यालय जयपुर ने कोरोना से लड़ रहे यौद्घाओं के साथ कोरोना सरवाइवर जो महामारी की लड़ाई में अपनी जिंदगी की जंग हार चुके हैं, उनके बच्चों के लिए दो करोड़ रुपए की स्पेशल स्कॉलरशिप 'कोरोना से जंग -शिक्षा के संग' देने की घोषणा की है। विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन निर्मल पंवार ने बताया कि कोविड-19 वॉरियर्स स्कॉलरशिप स्कीम के तहत डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकिपिंग, पुलिसकर्मी, पैरामिलिट्री फोर्स, मीडियाकर्मी, सेनिटेशन वर्कर आदि कोरोना यौद्घाओं के साथ ही इस रोग से संक्रमित होने वालों में से कोरोना सरवाइवर और जो इस जंग में अपनी जान गंवा चुके लोगों के बच्चों को स्कीम का फायदा मिलेगा। इसके तहत विश्वविद्याालय में संचालित विभिन्न कोर्सेज में एडमिशन में 10 प्रतिशत सीटों पर रिर्जवेशन और कोर्स के दौरान फीस में भी 10 से 50 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट दी जाएगी। इस तरह की पहल अन्य यूनिवर्सिटी भी कर रही है, जो कोरोना वॉरियर्स को एडमिशन से लेकर फीस में कई तरह की छूट दे रही हैं।
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15. शिक्षकों से ठगी का नया तरीका

     सभी शिक्षक साथियों को सूचित किया जाता है कि कतिपय लोगों के द्वारा स्कूल की जानकारी भरने के नाम से शिक्षकों को फोन किए जा रहे हैं, डाइस कोड , यूनिक कोड, स्कूल का नाम पद और अंत में समस्त जानकारी लेने के बाद शिक्षक समझता है कि कोई विभाग से जानकारी  मागी जा रही है ,फिर विश्वाश में लेकर मोबाइल पर आया ओटीपी मांगते हैं और उनके खाते से राशि निकाली जाती है, ऐसा ही केस शासकीय माध्यमिक शाला रैसलपुर(जिला पाली)की शिक्षिका श्रीमती शांति बाथम के साथ किया गया, उनके खाते से ₹ 95000 निकाल लिए गए, सभी साथियों को सूचित करें ।।।

शिक्षक हित में जारी...
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