दिनांक 23.05.2020 की सभी शैक्षिक खबरें

1. राजस्थान: 25 हज़ार युवाओं को जल्द मिलेगी सरकारी नौकरी! जानें बेरोज़गारों के लिए गहलोत सरकार का प्लान

सीकर।
https://www.cce.guru 
प्रदेश में नियमों के फेर में उलझी सरकारी भर्तियों की राह जल्द खुल सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की भर्तियों को लेकर हुई वीसी के बाद सभी विभाग अटकी भर्तियों के पेंच को सुलझाने में जुट गए हैं। इसके लिए सभी विभागों के भर्ती अनुभाग पिछले चार दिनों से इसी काम में लगे हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा तो जून महीने में युवाओं की नौकरी की राह खुल सकती है।

फिलहाल कार्मिक विभाग व सीएमओ ऐसी भर्तियों की जानकारी जुटा रहा है जिनका अंतिम परिणाम भी जारी हो चुका और भर्ती में किसी तरह का विवाद भी नहीं है। इसके बाद न्यायालय में विचाराधीन भर्तियों को लेकर सभी विभागों के विधि विभाग से भर्ती के स्टेटस को लेकर जानकारी जुटाई जा रही है। दूसरी तरफ प्रथम पदस्थापन काउंसलिंग के आधार पर करने के सीएम के निर्देश के बाद कार्मिक सहित अन्य विभाग नए सिरे से होमवर्क में जुट गए हैं।


कार्मिक विभाग लेगा हर सप्ताह रिपोर्ट

अटकी भर्तियों को लेकर कार्मिक विभाग की प्रमुख शासन सचिव रोली सिंह की ओर से अब हर सप्ताह विभिन्न भर्तियों को लेकर संबंधित भर्ती एजेंसियों से प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। उन्होंने कर्मचारी चयन बोर्ड व लोक सेवा आयोग के अधिकारियों को जो भर्ती पूरी हो चुकी है उनके चयनित की सूची संबंधित विभागों को भिजवाने के निर्देश दिए हैं ताकि समय पर भर्ती प्रक्रिया पूरी हो सके।


...और ये हैं सरकारी दावे

15 महीने में नियुक्ति: 56 हजार 523 को
परिणाम जारी: 12 हजार 341 पदों के लिए

भर्ती के लिए विज्ञापन: 26 हजार से अधिक पदों के लिए


अटकी हैं 25 से ज्यादा भर्तियां

प्रदेश में 25 से अधिक बड़ी भर्ती उलझी हुई है। कर्मचारी चयन बोर्ड के जरिए पुस्तकालध्यक्ष भर्ती की परीक्षा हो गई थी, लेकिन प्रश्न पत्र आउट होने के कारण दुबारा परीक्षा नहीं हो सकी। हालांकि विभाग ने परीक्षा तिथि घोषित की थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से परीक्षा पर ब्रेक लगा हुआ है।


ये भर्तियां अटकीं, बेरोजगारों को है नौकरी का इंतजार

- वन रेंजर भर्ती 2018,

- फार्मासिस्ट भर्ती,

- कांस्टेबल भर्ती,

- पटवारी भर्ती,

- एएसआई भर्ती,

- कनिष्ठ अभियंता,

- आरएएस

- प्रयोगशाला सहायक,

- महिला पर्यवेक्षक,

- आंगनबाड़ी भर्ती,

- अग्निशमक वाहन चालक,

- स्कूल व्याख्याता,

- लिपिक भर्ती,

- एनटीटी भर्ती,

- प्रयोगशाला सहायक भर्ती चिकित्सा विभाग,

- कनिष्ठ अनुदेशक,

- सहायक कृषि अधिकारी,

- वरिठ अध्यापक,

- ग्रामसेवक व छात्रावास अधीक्षक

सहित अन्य भर्ती अटकी हुई है। इनमें से कई की परीक्षा भी हो चुकी है।


दस लाख से अधिक ट्वीट, बेरोजगारों की हुंकार

परीक्षाओं में पास होने के बाद भी नौकरी नहीं मिलने से बेरोजगारों में आक्रोश है। लॉकडाउन अवधि में पांच प्रमुख भर्तियों को लेकर बेरोजगारों ने ट्वीट के जरिए मुहिम शुरू की। इसमें अब तक दस लाख से अधिक ट्वीट हो चुके हैं। सबसे ज्यादा ट्वीट द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती, पुलिस भर्ती, आरएएस भर्ती 2018, कृषि पर्यवेक्षक, प्रयोगशाला सहायक व एलडीसी सहित अन्य भर्तियों को लेकर हुए हैं।


कैलेंडर के हिसाब से हो भर्ती

प्रदेश में कैलेंडर के हिसाब से भर्ती नहीं होने की वजह से बेरोजगारों को काफी नुकसान हो रहा है। सरकार को हर साल कैलेंडर घोषित करना चाहिए, ताकि अभ्यर्थी उस अनुरूप तैयारी कर सके।- उपेन यादव, प्रदेश प्रवक्ता, राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ
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2. ये कैसा मजाक ?? स्कूल लेक्चरर की परीक्षा कराने वाले लोक सेवा आयोग को ही नहीं पता प्रश्नों के उत्तर

नागौर।
राजस्थान के सबसे विश्वनीय राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) ने एक बार फिर प्राध्यापक (स्कूल व्याख्याता) प्रतियोगी परीक्षा के अभ्यर्थियों के साथ ‘मजाक’ किया है, जो न केवल अभ्यर्थियों के लिए भारी पड़ेगा, बल्कि शिक्षा विभाग के लिए भी नुकसानदायक हो सकता है। आरपीएससी द्वारा गत 9 जनवरी से 13 जनवरी तक आयोजित करवाई गई प्राध्यापक (माध्यमिक शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा- 2018 के ‘ग्रुप -सी’ जिसमें जी.के. ।

एवं इसके साथ के ऐच्छिक विषय यथा इतिहास, अंग्रेजी, वाणिज्य, कृषि, रसायन विज्ञान, समाज शास्त्र, गणित, गृह विज्ञान, पंजाबी व चित्रकला की उत्तरकुंजियां आयोग ने अपनी वेबसाइट पर जारी की हैं, जिसमें जी.के. व इतिहास की उत्तरकुंजियों में एक दर्जन से अधिक प्रश्नों के उत्तर गलत बताए गए हैं। आश्चर्य की बात यह है कि उत्तरकुंजियों में बताए गए गलत उत्तर पर आपत्ति जताने के लिए अभ्यर्थियों को 100 रुपए का शुल्क देना होगा। यानी गलती करे आरपीएससी और सजा भुगते अभ्यर्थी।

शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि आरपीएससी की गलती का खमियाजा केवल अभ्यर्थी ही नहीं भुगतेंगे, इसके कारण भर्ती प्रक्रिया भी लटक जाएगी। क्योंकि आरपीएससी की गलतियों को लेकर हर बार की तरह इस बार भी अभ्यर्थी हाईकोर्ट की शरण लेंगे, जहां एक-दो साल लगना तो तय है। एक ओर जहां लाखों अभ्यर्थियों की मांग एवं आंदोलन के बावजूद आरपीएससी ने परीक्षा को आगे खिसकाने की बजाए नियत समय पर कराया, वहीं अब इन गलतियों के कारण देरी होगी।


पहले भी कर चुके गलतियां

गौरतलब है कि इससे पहले स्कूल व्याख्याता भर्ती परीक्षा में भी आरपीएससी की बड़ी गलतियां रहीं, जिसके कारण हिन्दी व राजनीति विज्ञान की परीक्षा विवादों में रही। मामला कोर्ट में भी गया। इस बार जो परीक्षा करवाई, उसमें करंट अफेयर पुराना लिया गया। जिसके कारण कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में शिक्षा प्रदान करने को लेकर असमंजस की स्थिति है।


प्राइवेट एजेंसियों से करवा रहे काम

आरपीएससी के सदस्यों के सात में से तीन पद रिक्त पड़े हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों पर भरोसा करने की बजाए आयोग प्राइवेट एजेंसियों से काम करवा रहा है। यही वजह है कि आयोग ने जी.के. के प्रश्न पत्र में 46 नम्बर प्रश्न का उत्तर राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यन्त के साथा लोकसभा अध्यक्ष को माना है, जबकि अनुच्छेद 75 के अनुसार मंत्री प्रधानमंत्री की सलाह पर राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किए जाते हैं और मंत्री राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत पद धारण करते हैं।


जीके के पेपर की उत्तर कुंजी में दो प्रश्नों जवाब गलत

प्रश्न. 1 - निम्नलिखित में से कौन सा मुद्दा उन मांगों का हिस्सा नहीं था, जो गांधीजी ने गवर्नर जनरल इरविन को भेजी थी?
आरपीएसपी - भूमिकर में 50 प्रतिशत की कमी
सही - भारत को पूर्ण आंतरिक स्वायत्तता

प्रश्न. 46 - संविधान के अनुसार संघीय मंत्रि-परिषद में मंत्री अपना पद धारण करते हैं
आरपीएससी - लोकसभा अध्यक्ष के प्रसाद पर्यन्त
सही - राष्ट्रपति के प्रसाद पर्यन्त
इतिहास के पेपर की उत्तर कुंजी में 9 प्रश्नों जवाब गलत

प्रश्न. 83 - शिवाजी की सामरिक नीति के बारे में निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए :
ए- शिवाजी की सामरिक व्यवस्था में किले महत्वपूर्ण घटक थे।
बी- विश्वासघात से बचने के लिए प्रत्येक किले का अधिभार समान स्तर के तीन व्यक्तियों पर था।
आरपीएससी - केवल ए सत्य है।
सही - ए और बी दोनों सत्य हैं।

प्रश्न. 77- 1920 में 25 सूत्री नाजी कार्यक्रम की रचना किसने की?
आरपीएससी - हिटलर
सही - गोटफ्राइड फीडर


https://youtu.be/_87fpz5tmO0


प्रश्न. 51- निम्नलिखित में से किस समाचार पत्र को भारत में अंग्रेजी सरकार की कृपा दृष्टि प्राप्त थी?
आरपीएससी - मद्रास स्टेण्डर्ड
सही - पायोनियर

प्रश्न. 48- राजमहल पहाडिय़ों में यदि पहाडिय़ां जीवन का प्रतीक फावड़ा था तो संथालों का प्रतीक ..... था।
आरपीएससी - दरांती
सही - हल

प्रश्न. 35 - हर्ष को ‘सकलोत्तरापथनाथ’ कहा गया है-
आरपीएससी - सि-यू-की में
सही - चालुक्य अभिलेखों में

प्रश्न. 30 - उन साहित्यिक स्रोतों को चिह्नित कीजिए जो रामगुप्त-धु्रवदेवी की कथा का उल्लेख करते हैं :
1 - देवीचंद्र गुप्तम, 2 - काव्य मीमांसा, 3- हर्षचरित, 4- मालती माधव
आरपीएससी - 1 व 2
सही - 1, 2, 3

प्रश्न. 27 - निम्नलिखित में से कौन सा अशोक का द्विभाषिक अभिलेख है?
आरपीएससी - लघमान
सही - शार-ए- कुना

प्रश्न. 21 - ‘हिजरी संवत’ का आरम्भ किया था :
आरपीएससी - अली ने
सही - उमर प्रथम ने

प्रश्न. 150 - भक्ति संत और उनके कार्यक्षेत्रों से सम्बन्धित निम्न में से कौनसा युग्म सुमेलित नहीं है?
आरपीएससी - नामदेव - पंजाब
सही - शंकरदेव - उत्तरप्रदेश
विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों का भरोसा करे


अब समय आ गया है कि आर पीएससी सभी परीक्षाओं को समय पर आयोजित करवाए। साथ ही निजी एजेंसियों की बजाए राजस्थान के विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों का भरोसा करे। जब कम्प्यूटर से पेपर की जांच होती है तो परीक्षा परिणाम एक महीने के भीतर घोषित होना चाहिए और एक महीने में नियुक्ति देनी चाहिए, ताकि अनिश्चितता के दौर से अभिभावक और अभ्यर्थी बाहर निकलें। हम अब इस विषय पर बड़ा जनजागरण अभियान चलाएंगे।
- डॉ. अशोक चौधरी, पूर्व आईपीएस, मेड़ता
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3. LDC 2018 भर्ती: बैकलॉग पदों पर परिणाम जारी

जयपुर।
https://youtu.be/NmVTC5HLD44
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से एलडीसी भर्ती 2018 की थर्ड लिस्ट जारी कर शेष पदों पर पदस्थापन की अभिशंषा भिजवाई है। सचिवालय के छह और राज्य सरकार के अधीनस्थ कार्यालयों हेतु 162 अभ्यर्थियों के दस्तावेज सत्यापन के बाद अंतिम रूप से चयन कर यह अभिशंषा भेजी गई है। साथ ही इसी भर्ती में प्रशासनिक सुधार विभाग से प्राप्त गैर अनुसूचित क्षेत्र में अनुसूचित जाति के 576, अनुसूचित जनजाति के 678 और सहरिया आदिम जनजाति क्षेत्र के 34 बैकलॉग पदों पर अंतिम चयन किया गया है। 

वहीं अनुसूचित क्षेत्र में अनुसूचित जाति के 30, जनजाति के 270 बैकलॉग पदों समेत कुल 1588 पदों पर रिजर्व सूची में से वरीयता क्रम से श्रेणीवार अंतिम चयन कर पदस्थापन की अभिशंषा भेजी गई है। गैर अनुसूचित क्षेत्र में सहरिया आदिम जनजाति के 34 एवं अनुसूचित क्षेत्र में अनुसूचित जाति के 30 एवं जनजाति के 270 पदों के लिए पात्र अभ्यर्थी नहीं होने से पद नहीं भरे जा सके हैं।


48 अभ्यर्थी साक्षात्कार के लिए पात्र घोषित

आरपीएससी ने गत नवंबर में आयोजित मत्स्य और सहायक मत्स्य अधिकारी संवीक्षा परीक्षा-2019 का परिणाम घोषित कर दिया है। सचिव आशीष गुप्ता ने बताया कि उक्त परीक्षा के तहत 48 अभ्यर्थियों को अस्थाई रूप से साक्षात्कार के लिए सफल घोषित किया है।
इसके अलावा आयोग ने वरिष्ठ अध्यापक-हिन्दी (संस्कृत शिक्षा विभाग) प्रतियोगी परीक्षा-2018 का परिणाम जारी कर दिया है।

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4. आए नए दिशा-निर्देश, सर्दी होने पर 15 दिन स्कूल नहीं आएंगे शिक्षक-विद्यार्थी


अजमेर।
https://www.cce.guru/2020/03/Corona-FAQ-Formates.html
CBSE और ICSE स्कूलों में 1 साल तक लागू रहेंगे एचआरडी मंत्रालय के दिशा-निर्देश। अब सर्दी होने पर 15 दिन स्कूल नहीं आएंगे शिक्षक-विद्यार्थी। लॉकडाउन के बाद भी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। स्कूल की कक्षाओं में पढ़ाई शुरू होगी, लेकिन जिन शिक्षक या विद्यार्थी को सर्दी, जुकाम आदि की दिक्कत होगी उन पर अगले 15 से 20 दिनों तक स्कूल आने पर पाबंदी लगा दी जाएगी। ऐसे शिक्षक घर से ही ऑनलाइन क्लास लेंगे। 

वहीं ऐसे विद्यार्थी को शिक्षक स्कूल में पढ़ाये जाने वाले चैप्टर को ऑनलाइन प्रोवाइड करवाएंगे। जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई न छूटे। लॉकडाउन के बाद अगले एक साल तक स्कूल में यह नियम लागू करने का निर्देश मानव संसाधन मंत्रालय की ओर से दिया गया है। यह सीबीएसई और आईसीएसई के तमाम स्कूलों में लागू किया जाएगा।


स्कूल खुलने पर शिक्षकों के लिए गाइडलाइन

लॉकडाउन के बाद स्कूल खुलने पर शिक्षकों के लिए गाइडलाइन बनाये गए हैं। इस गाइडलाइन का शिक्षकों को पालन करना है। गले, मुंह, नाक आदि की शिकायत होने पर शिक्षक खुद से घर से ही पढ़ाई करवाना शुरू करेंगे। ऐसे शिक्षक किसी भी विद्यार्थी के सीधा संपर्क में नहीं रहेंगे। इन्हें नोट बुक की जांच करने के साथ स्कूल के अन्य शैक्षणिक कामों से भी दूर रखा जायेगा। स्कूलों के रूटीन को लेकर एचआरडी मंत्रालय ने सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड को भेजी गाइडलाइंस।


कोरोना पॉजिटिव हो तो शिक्षक  खुद स्कूल आना बंद करेंगे

अगर किसी शिक्षक को कोरोना पॉजिटिव का लक्षण खुद में लगे, तो वो तुरंत प्राचार्य से संपर्क कर स्कूल आना बंद करेंगे। साथ में मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ खुद को आइसोलेट करेंगे। निर्देश में कहा गया है कि अगर शिक्षक खुद इनेशिएटिव लेते हैं तो ऐसे शिक्षकों को कोरोना योद्धा के तौर पर स्कूल सम्मानित करेगा।


नोटबुक जांच के पहले उसे करना है सेनेटाइज

अभी तक शिक्षक पढ़ाते थे और बच्चों का नोटबुक चेक करते थे। लेकिन अब यह कुछ घंटों के बाद होगा। विद्यार्थी द्वारा नोटबुक जमा किया जायेगा। उसके कुछ घंटों के बाद ही शिक्षक उसे छूएंगे। छूने से पहले सभी नोटबुक को सेनेटाइज किया जायेगा। सेनेटाइज करने के बाद ही शिक्षक नोटबुक करेक्शन करेंगे।
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5. इग्नू से ऑनलाइन ले सकेंगे एमए हिंदी की डिग्री


जयपुर।

https://www.cce.guru/2018/08/uidai.html
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने एमए हिंदी कार्यक्रम को अब ऑनलाइन कर दिया है। इग्नू ऐसा करने वाला पहला विश्वविद्यालय बन गया है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इग्नू के एमए हिंदी ऑनलाइन कार्यक्रम की शुरुआत की। निशंक ने दर्शन शास्त्र में एमए, गांधी और शांति अध्ययन में एमए, पर्यटन अध्ययन में स्नातक उपाधि, पुस्तकालय विज्ञान और कंप्यूटर विज्ञान के सर्टिफिकेट आदि कार्यक्रमों की भी शुरुआत की।


 शिक्षा विभाग ही कराएगा डीएलएड प्रवेश परीक्षा

राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के जरिए प्रदेश में डीएलएड परीक्षा कराने की घोषणा की है। प्रदेशभर के करीब नौ लाख अभ्यर्थी इसकी राह देख रहे हैं। शिक्षा विभाग ने इसके लिए प्रारंभिक शिक्षा के अधीन संचालित पंजीयन शिक्षा विभागीय परीक्षाएं, राजस्थान बीकानेर को नोडल एजेंसी बनाया है। वहीं, विभाग की ओर से जून में आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। इसके बाद परीक्षा अगस्त तक होने की संभावना है।
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6. RBSE: 27 मई तक भेजें सत्रांक, फिर देनी होगी लेटफीस


अजमेर।
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने ऑनलाइन सत्रांक भेजने की तिथि 27 मई तक बढ़ा दी है। सचिव अरविंद सैंगवा ने बताया कि वर्ष 2020 की परीक्षाओं के ऑनलाइन सत्रांक 27 मई तक भेजे सकेंगे। इस अवधि में सत्रांक भरने जरूरी होंगे। सत्रांक भरकर लॉक करने के बाद 3 जून तक विलंब/संशोधन शुल्क के साथ 50 रुपए प्रति विद्यार्थी, अधिकतम शुल्क 5 हजार रुपए प्रति विद्यालय देने होंगे। इसके बाद 10 जून तक शुल्क 100 रुपए प्रति विद्यार्थी एवं 10 हजार रुपए प्रति स्कूल शुल्क देकर ई-मित्र पर जमा कर ऑनलाइन सत्रांक भरने/संशोधन की प्रक्रिया हो सकेगी।

ऑनलाइन लिंक अपलोड करें

बोर्ड अध्यक्ष डी. पी. जारोली ने शिक्षकों और परीक्षकों से उत्तर पुस्तिकाओं का अंक कर माध्यमिक, उच्च माध्यमिक , प्रवेशिका और वरिष्ठ उपाध्याय के अंक ऑनलाइन बोर्ड की वेबसाइट के दिए गए लिंक पर अपलोड करने को कहा है। उन्होंने कहा कि जिन परीक्षकों ने अंक भिजवाए हैं, वे पुन: ऑनलाइन अंक प्रविष्ठ करें। साथ ही कॉपियों के बंडल संग्रहण केंद्र पर जल्द जमा कराएंगे। ओएमआर शीट सुविधानुसार स्पीड पोस्ट या संग्रहण केंद्र पर भेजी जा सकती है।


 स्टूडेंट्स रहें साइबर क्राइम से अलर्ट, सीबीएसई ने किया ये काम
https://www.cce.guru/2015/09/design-your-own-app-without-knowlodge.html
अजमेर. सीबीएसई ने नवीं से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों की सुरक्षा एवं जागरुकता और डिजिटल अधिकारों को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इससे विद्यार्थियों को ऑनलाइन अधिकारों तो समझने और सुरक्षा की भावना विकसित करने में मदद मिलेगी।

आईटी के युग में बच्चों की डिजिटल दुनिया में पहुंच बढ़ गई है। मिडिल, सेकंडरी और सीनियर सेकंडरी तक के बच्चे फेसबुक, इंस्टाग्राफ, ट्विटर, जूम, यू-ट्यूब, और अन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनसे उन्हें पढ़ाई में मदद भी मिल रही है।


यूं पड़ी जरूरत....

सीबीएसई ने बच्चों को साइबर सुरक्षा और आपराधिक गतिविधियों से सतर्क रखने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बोर्ड की मानें तो ऑनलाइन धमकी, यौन उत्पीडऩ, किसी विशेष विचारधारा को अपनाने की बाध्यता, उत्तेजित करने वाले भाषण, धोखाधड़ी, ऑनलाइन अपराध, किसी गलत के प्रति प्रेरित करने जैसी गतिविधियां बढ़ गई हैं।
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7. यूजीसी / अब एक साथ दो डिग्री पूरी कर सकेंगे स्टूडेंट्स, यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से मिलेगी प्रस्ताव को मंजूरी


जयपुर।
https://www.cce.guru/2015/08/unique-number-for-internet-services.html
इस बारे में अधिकारियों ने बताया कि स्टूडेंट्स के दो डिग्रियां अलग-अलग माध्यमों से पूरी करनी होगा, जिसमें एक नियमित माध्यम से और दूसरा दूरस्थ शिक्षा माध्यम (ओएलडी) के जरिए किया जा सकता है। वहीं, यूजीसी सचिव रजनीश जैन के मुताबिक, "हाल ही में आयोग की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, जिसके बाद अब भारत में स्टूडेंट्स के लिए एक साथ दो डिग्री पूरा करना आसान हो गया है।"


जल्द जारी होगा नोटिफिकेशन

उन्होंने यह भी बताया कि स्टूडेंट्स को एक ही समय में दो डिग्री एक समान डिपार्टमेंट में या अलग डिपार्टमेंट में करने की सुविधा होगी। उन्होंने यह भी बताया कि इन दो डिग्रियों में से एक नियमित तरीके से और दूसरी ऑनलाइन दूरस्थ माध्यम से पूरी करनी होगी। साथ ही इसी संबंध में ऑफिशियल नोटिफिकेशन जल्द ही जारी किया जाएगा।


साल 2012 में भी गठित हुई थी समिति

इस संबंध में पिछले साल यूजीसी ने उपाध्यक्ष भूषण पटवर्द्धन के नेतृत्व में एक समिति गठित की थी, जिसे एक यूनिवर्सिटी या अलग-अलग यूनिवर्सिटी से दूरस्थ, ऑनलाइन माध्यम से दो डिग्रियां एक साथ करने के प्रस्ताव पर विचार करना था। इससे पहले भी यूजीसी ने साल 2012 में एक समिति का गठन कर उसे इस विषय पर विचार करने को कहा गया था। उस समिति ने इस विषय पर व्यापक विचार विमर्श किया था, लेकिन इस प्रस्ताव को आगे नहीं बढ़ाया जा सका था।

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8. कोरोना से दो-दो हाथ कर रहे है शिक्षक, कोरोना ड्यूटी के साथ आमजन को भी कर रहे जागरूक

मावली (उदयपुर)।
एक ओर जहां वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बीच समस्त पुलिसकर्मी, स्वास्थ्यकर्मी एवं सफाईकर्मी देश सेवा में लगे हुए हैंं। जिनके कार्योंं की प्रशंसा चहुंओर की जा रही है। वहीं इन सभी के बीच शिक्षक वर्ग भी अपनी जिम्मेदारी के साथ-साथ कई क्षेत्रों में कार्य कर कोरोना काल के दौैरान अपने सरकार की मदद करते दायित्व का निर्वहन कर रहा है। साथ ही कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शिक्षक वर्ग नींव की ईंट साबित हो रहा है। 

मावली उपखण्ड में भी कहीं शिक्षकों के द्वारा प्रशासन के कन्ट्रोल रूम में लोगों की मदद करते हुए सूचना का आदान प्रदान किया जा रहा हैै तो कहीं पर कोरोना सर्वे, चैक पोस्ट, क्वारेंटाईन सेन्टर, आईसोलेशन सेन्टर, राशन वितरण, निगरानी दल सहित बाहर से आने वालो की मॉनिटरिंग का कार्य कर रहे हैंं। राज्य के सरकारी विद्यालयों के संस्थाप्रधान एवं समस्त शिक्षक कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे है तथा कोरोना योद्धा के रूप में सेवाएं दे रहे हैंं। वहीं शिक्षक वर्ग के द्वारा ही जरूरतमंद परिवारों तक सरकार की मदद पहुंचाने का भी महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा है। 

यहीं शिक्षक क्वारेंटाइन सेन्टर एवं राशन वितरण सहित कई जगह ड्यूटी दे रहे हैंं। शिक्षकों ने बताया कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शिक्षक सरकार के साथ हैंं। सभी जिस तरह प्रतिदिन बच्चों को पढ़ाने हेतु घर से रवाना होते थे। इसी प्रकार अभी भी कोरोना के खिलाफ जंग हेतु प्रतिदिन कोरोना ड्यूटी के लिए घर से निकलकर सेवा दे रहे हैंं। इन कोरोना योद्धाओं के घरों में छोटे बच्चे, बड़े बुजुर्ग भी है। राजस्थान पत्रिका पूरे शिक्षक वर्ग के समस्त शिक्षकों के हौसले एवं जज्बे को सलाम करता है। मावली उपखण्ड़ क्षेत्र में विभिन्न क्षेत्रों में कोरोना योद्धा बन कार्य कर रहे शिक्षकों की रिपोर्ट।


पूरे ब्लॉक की मॉनिटरिंग के साथ कर रहे आमजन को प्रेरित -
 
मावली के मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी प्रकाशचंद्र चौधरी कोरोना वायरस महामारी के दौर में पूरे ब्लॉक के शिक्षकों की मॉनिटरिंग कर रहे है। इनके द्वारा लॉकडाउन के प्रारंभ से शिक्षकों को प्रेरित करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए जा रहे हैंं। इनके नेतृत्व में बाहर से आने वाले लोगों को विद्यालय में क्वारेंटाईन करवाना, निगरानी दल के द्वारा खाद्यान्न वितरण करवाना, मिड-डे मिल के अंतर्गत उपलब्ध खाद्यान्न का वितरण विद्यालयों से करवाना, शेष खाद्यान्न आंगनवाड़ी केन्द्रों को उपलब्ध करवाना, डोर टू डोर सर्वे कर जरूरतमंद लोगों को राशन उपलब्ध करवाना, स्मालइ प्रोजेक्ट के तहत विद्यार्थीयों को घर बैठे ऑनलाईन शिक्षण कार्य करवाना सहित कई कार्य किए जा रहे हैंं। 

सीबीईओ ने कहा कि पूरे मावली ब्लॉक में मावली उपखण्ड अधिकारी रमेश सीरवी पुनाडिय़ा के नेतृत्व में शिक्षक कंधे से कंधा मिलाकर काम करे है। साथ ही रेडिय़ो प्रसारण के माध्यम से प्रतिदिन प्रात: 11 बजे से शैक्षिक कार्यक्रम बच्चों के लिए प्रसारित किए जा रहे हैंं।

https://youtu.be/A6Waa5ijayE

कन्ट्रोल रूम के नियंत्रण सहित कई कार्य देख रहे एसीबीईओ- 

मावली ब्लॉक के अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी मोहम्मद अंसार काजी के द्वारा पूरे ब्लॉक में मॉनिटरिंग की जा रहीं है। साथ ही कोरोना वायरस के दौर में सभी को प्रेरित किया जा रहा है। वहीं इनके नेतृत्व में घर-घर सर्वे के माध्यम से शिक्षकों के द्वारा जरूरतमंद लोगों को खाद्यान्न उपलब्ध करवाया जा रहा है। इनके साथ पूरा सीबीईओ कार्यालय का स्टॉफ कोरोना वायरस से बचाव हेतु लगा हुआ है। साथ ही मावली में कोरोना नियंत्रण कक्ष का प्रभारी भी मोहम्मद अंसार काजी है। जिनके द्वारा सूचनाओं का आदान प्रदान करने कार्य देखा जा रहा है। इधर, कक्षा 1 से 12 तक स्माईल कार्यक्रम के तहत संचालित की जा रहीं ऑनलाईन कक्षाओं का संचालन भी एसीबीईओ के नेतृत्व मेे किया जा रहा है।


पूरे ब्लॉक में खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था देख रहे पालीवाल- 

मावली कस्बे के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मावली जंक्शन के प्रधानाचार्य उदयलाल पालीवाल कोरोना काल के दौरान पूरे ब्लॉक खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था देख रहे है। पालीवाल स्थानीय विद्यालय के आपदा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष के साथ पूरे ब्लॉक में खाद्यान्न वितरण की व्यवस्था देख रहे है। इसके साथ ही पीईईओ के समस्त कार्य भी इनके द्वारा किए जा रहे है। इनके द्वारा जिला रसद विभाग, भामाशाह एवं विभिन्न संगठनो से प्राप्त राशन सामग्री का वितरण का कार्य भी कोरोना के दौर में प्रमुखता से किया जा रहा है। वहीं निगरानी दल का प्रभारी भी पालीवाल को बनाया गया है, जिसकी जिम्मेदारी भी निभा रहे हैैं। इनके परिवार के द्वारा भी कोरोना वायरस के दौर में जरूरतमंद एवं असहाय लोगों की मदद हेतु राशन सामग्री की 180 किट का वितरण भी किया जा चुका है। साथ ही पालीवाल 22 मार्च से निरंतर कोरोना ड्यूटी में लगे हुए हैंं।


कोरोना वायरस से दो-दो हाथ करने में जुटे शिक्षक नेता-

मावली निवासी खेमराज कड़ेला राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जावड़ में वरिष्ठ अध्यापक के पद पर कार्यरत होकर राजस्थान अम्बेडक़र शिक्षक संघ के प्रांतीय महामंत्री भी है। जिनके द्वारा लॉकडाउन के पश्चात् निरन्तर कोरोना ड्यूटी के तहत ग्राम पंचायत जावड़ में लोगों को प्रोत्साहित कर कोरोना पीडि़तों हेतु सहयोग राशि जुटाई गई। इसके बाद 5 अप्रेल से निरन्तर ब्लॉक स्तर पर खाद्यान्न व्यवस्था का प्रभावी संचालन कर रहे है। जिसके तहत सैकड़ों जरूरतमंद लोगों को राशन किट वितरण किया गया। साथ ही भामाशाहों, स्वयंसेवी संस्थानों को प्रेरित कर मावली क्षेत्र के जरूरतमंद परिवारों में राशन किट वितरित की गई। इनके द्वारा कोरोना ड्यूटी के साथ ही लोगों को जागरूक करने का कार्य भी किया जा रहा है। जिसके तहत लोगों को घरों में ही रहने, सरकार द्वारा जारी एडवाईजरी का पालन करना, मास्क का उपयोग करना आदि अपील की जा रहीं हैं।


शिक्षा विभाग ने भी दी है शिक्षकों को कोरोना योद्धा की उपाधि- 

हाल ही में राजस्थान सरकार के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने फेसबुक, ट्विटर पर एक कार्टून पोस्ट करते हुए राज्य में कोरोना वायरस महामारी के दौरान कार्यरत समस्त शिक्षकों को कोरोना योद्धा की उपाधि दी। कार्टून में शिक्षकों के हेल्पलाईन कार्य, सर्वे, चैकपोस्ट, क्वारेंटाईन केन्द्र, आईसोलेशन केन्द्र, बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखना, राशन वितरण, ऑनलाईन टीचिंग आदि कार्य बताए है।

1. प्रकाशचंद्र चौधरी, सीबीईओ मावली।
2. मोहम्मद अंसार काजी, एसीबीईओ मावली।
3. उदयलाल पालीवाल, प्रधानाचार्य मावली।
4. खेमराज कड़ेला, शिक्षक नेता।
5. सिराज मोहम्मद।
6. अजय सोनवाल।
7. पूनम गुसर, शिक्षिका।
8. शिक्षा विभाग द्वारा जारी किया गया कार्टून में शिक्षक को बताया कोरोना योद्धा।


चिलचिलाती धूप में निगरानी कर रही शिक्षिका- 

कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में महिला शिक्षिका भी पीछे नहीं है। मावली के चमनपुरा निवासी पूनम गुसर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय मावली गांव में कार्यरत है। जो कोरोना ड्यूटी के तहत 26 मार्च से निगरानी दल में लगी हुई है। चिलचिलाती धूप में भी इनके द्वारा कार्य करते हुए बाहर से आने वालों को होम क्वारेंटाईन करना, खाद्यान्न की व्यवस्था करना, मेडिकल टीम से स्क्रीनिंग करवाना सहित कई कार्य किए जा रहे है। बता दें, पूनम का 3 वर्ष का एक छोटा बच्चा भी है। साथ ही इनके पति डॉ.सतीश पंवार होम्योपैथिक चिकित्सक है। जो एमडी की तैयारी करते हुए बच्चे की सार-संभाल कर रहे है। इनके द्वारा कड़ी धूप एवं गर्मी में किए जा रहे कार्य, हौसले और जज्बे का हर कोई सैल्यूट कर रहा है।


चैक पोस्ट के बाद अब संभाल रहे नियंत्रण कक्ष- 

मावली के चमनपुरा निवासी अजय सोनवाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय थामला में वरिष्ठ अध्यापक के पद पर कार्यरत है। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इनके द्वारा 23 मार्च से 17 अप्रेल तक बडिय़ार चैक पोस्ट पर कोरोना ड्यूटी दी गई। इनके द्वारा चैकपोस्ट पर 3 अलग-अलग शिफ्टों में कार्य किया गया। इसके बाद अब 3 मई से थामला ग्राम पंचायत के नियंत्रण कक्ष में अपनी निरन्तर ड्यूटी दे रहे है। बता दें, थामला गांव में पहला कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर वहां नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया था। जिसमें अनवरत रूप से अजय सोनवाल अपनी कोरोना ड्यूटी नियंत्रण कक्ष में दे रहे है।
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9. शिक्षकों को मुख्यालय छोडऩे की अनुमति दें, जगह-जगह दिए ज्ञापन

बूंदी।
https://twitter.com/CCEGuru/status/1262188137700380674
शिक्षक संघ राष्ट्रीय की बूंदी ग्रामीण उपशाखा के प्रतिनिधि मंडल ने अपनी विविध मांगों का पत्र गुरुवार को उपखंड अधिकारी को सौंपा। शाखा अध्यक्ष रामराज बराला की अगुवाई में दिए पत्र में बताया कि दो माह से कोविड-19 ड्यूटी दे चुके शिक्षकों को मुख्यालय छोडऩे की अनुमति दे। बीएलओ ग्रीष्मकालीन अवकाश में कार्य करने पर सेवा नियमों के अनुसार उपार्जित अवकाश दे। पीइइओ को दो माह से निरन्तर ड्यूटी के बाद मुक्त कर ग्रीष्मावकाश में मुख्यालय छोडऩे की अनुमति मिले। इस दौरान जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा, उपशाखा कोषाध्यक्ष वैभव शर्मा मौजूद थे।


ग्रीष्मावकाश में मुख्यालय छोडऩे की अनुमति मिले

नैनवां. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की नैनवां उपशाखा द्वारा गुरुवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर ग्रीष्मावकाश के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों, कार्मिकों व शिक्षकों को मुख्यालय छोडऩे की अनुमति देने की मांग की। ज्ञापन में लिखा कि जो शिक्षक दो माह से निरन्तर कोरोना ड्यूटी कर रहे हैं, उन सभी शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश के दौरान मुख्यालय छोडऩे व अपने-अपने गृह जिले में जाने की अनुमति दें। 

कोरोना ड्यूटी कर रहे बीएलओ की कोरोना से डयूटी हटाकर अन्य विभागों के कार्मिकों की ड्यूटी लगाने सहित अन्य मांगें की। ज्ञापन देने वालों में उपशाखाध्यक्ष सुगनचंद मीना, मंत्री सत्यनारायण नागर, जिला सभाध्यक्ष राजाराम मीना, उपाध्यक्ष राधेश्याम मीना, मुकेश शर्मा, कन्हैयालाल चौपदार, ज्ञानचंद जैन, सौरभ चौधरी, ओमप्रकाश नागर, नाथूलाल बैरवा, देवलाल गुर्जर शामिल थे।


शिक्षकों की समस्याओं को लेकर ज्ञापन दिया 

केशवरायपाटन. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने गुरुवार को उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर कोरोना महामारी के तहत लगा रखी ड्यूटी से शिक्षकों को मुक्त कर अपने जिलों पर जाने की छूट देने की मांग की है। ज्ञापन में संघ ने कहा कि 2 महीने से शिक्षक कोरोना के तहत विभिन्न क्षेत्र में कार्यरत हैं। वह अब अपने गृह जिलों में जाना चाहते हैं, उनको गृह जिलों में जाने की अनुमति दी जाए। इसी प्रकार शिक्षकों की रोटेशन प्रणाली में ड्यूटी लगाई जाए। ज्ञापन देने वालों में जिलाध्यक्ष अनिल सामरिया, शाखा अध्यक्ष बजरंग लाल मेघवाल, नवीन मूंदड़ा, रामस्वरूप नागर, अशोक खींची, अंकित गौतम शामिल है। 


इंद्रगढ़. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय की उपशाखा के अध्यक्ष पवन प्रजापत सहित एक दर्जन अध्यापकों ने तहसीलदार नरेंद्र सिंह हाडा को उपखंड अधिकारी लाखेरी के नाम ज्ञापन देकर 2 माह से कोरोना की ड्यूटी कर रहे शिक्षकों को ग्रीष्म अवकाश जारी करने एवं मुख्यालय छोडऩे की स्वीकृति देने की मांग की। ज्ञापन देने वालों में शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा इंद्रगढ़ के उपाध्यक्ष रेखवीर सिंह चौधरी, गिर्राज साहू ,चंद्रशेखर साहू, जोधराज मीणा आदि शामिल थे। 


देई. राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय उपशाखा देई द्वारा गुरुवार को उपतहसील कार्यालय देई में उपखंड अधिकारी के नाम ज्ञापन सौंपा। शाखा मंत्री हेमराज नागर ने बताया कि इसमें उन्होंने मुख्यालय छोडऩे की अनुमति देने सहित कई मांगे की। ज्ञापन सौंपने में शाखाध्यक्ष बद्रीलाल मीणा, कोषाध्यक्ष लेखराज वर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष छोटूलाल शर्मा, शिवराज नागर उपस्थित थे।


आकोदा. राजस्थान सहायक कर्मचारी संघ बूंदी के बैनर तले गुरुवार को जिला अध्यक्ष अमृत सिंह सोलंकी के नेतृत्व में ग्राम प्रतिहारी के मार्च 2019 से आज तक के बकाया वेतन दिलाने के लिए जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में समस्त प्रतिहारी व बूंदी उपशाखा अध्यक्ष शंकर सिंह उपस्थित रहे। यह जानकारी शंकर सिंह बूंदी उपशाखा अध्यक्ष ग्राम प्रतिहारी द्बारा दी गई। 


कापरेन. राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) उपशाखा कापरेन के पदाधिकारियों ने गुरुवार को उपतहसील कार्यालय पर उपखंड अधिकारी के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। उपशाखा अध्यक्ष निरंजन सिंह ने बताया कि इसमें उन्होंने मुख्यालय छोडऩे की अनुमति देने, रोटेशन के आधार पर ड्यूटी लगाने सहित कई मांग की। ज्ञापन देने वालों में उपशाखा उपाध्यक्ष प्रफुल्ल सिंह, संदीप नामा, ताराचंद प्रजापत, जिला सचिव रामकेश गोचर आदि मौजूद रहे।
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